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नागपुर हिंसा: VHP-बजरंग दल के 8 कार्यकर्ताओं का सरेंडर, क्या आरोप लगे हैं?

आठों कार्यकर्ताओं ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया. इसके बाद पुलिस उन्हें सीधे सत्र न्यायालय लेकर गई. इन कार्यकर्ताओं ने सोमवार 17 मार्च को छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर औरंगजेब की समाधि हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था. इसी प्रदर्शन के दौरान औरंगजेब की तस्वीर वाला पुतला फूंका गया था.

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VHP और बजरंग दल के 8 कार्यकर्ताओं ने आत्मसमर्पण किया है. (तस्वीर-ANI)

नागपुर हिंसा के बाद पुलिस कार्रवाई के बीच 19 मार्च को विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के 8 कार्यकर्ताओं ने आत्मसमर्पण कर दिया. इनमें VHP के क्षेत्रीय सचिव अमोल ठाकरे भी शामिल हैं. सरेंडर के बाद मुंबई पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया.

ANI की रिपोर्ट के मुताबिक आठों कार्यकर्ताओं ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया. इसके बाद पुलिस उन्हें सीधे सत्र न्यायालय लेकर गई. इन कार्यकर्ताओं ने सोमवार 17 मार्च को छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर औरंगजेब की समाधि हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था. इसी प्रदर्शन के दौरान औरंगजेब की तस्वीर वाला पुतला फूंका गया था. बाद में ये अफवाह फैल गई कि पुतले के साथ जो चादर जलाई गई, उस पर इस्लामिक बात लिखी हुई थी. ये अफवाह फैलने के बाद हंसपुरी और चिटनिस इलाकों में शाम को हिंसा भड़क उठी.

पुलिस ने हिंसा के बाद कई गिरफ्तारियां कीं. इसी कड़ी में VHP और बजरंग दल के इन कार्यकर्ताओं ने सरेंडर किया है. पुलिस ने इन पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज किया है.

आरोपियों की तरफ से अधिवक्ता संजय बालपांडे ने बताया कि सभी कार्यकर्ताओं ने आत्मसमर्पण इसलिए किया क्योंकि लोगों में यह धारणा थी कि पुलिस एकतरफा कार्रवाई कर रही है. और आरोपियों की गिरफ्तारी में ढिलाई बरती जा रही है. बालपांडे ने कहा, “शहर का माहौल और स्थिति शांतिपूर्ण बनी रहे, यह सुनिश्चित करने के लिए आरोपियों ने आत्मसमर्पण किया और उन्हें अदालत में पेश किया गया.” उन्होंने बताया कि कार्यकर्ताओं ने अनुमति लेकर विरोध प्रदर्शन किया था, लेकिन बाद में हिंसा भड़क गई. पुलिस ने जिन धाराओं में केस दर्ज किया है, वे गैर-जमानती हैं. पुलिस आगे की कार्रवाई के लिए उन्हें अपने साथ लेकर गई है.

वहीं, नागपुर हिंसा के 'मास्टरमाइंड' बताए जा रहे फहीम खान की गिरफ्तारी की खबरों पर नागपुर पुलिस आयुक्त रविंदर सिंघल ने बताया कि उसकी भूमिका की जांच की जा रही है. पुलिस आयुक्त ने कहा, “उसे काफी समर्थन भी मिल रहा है. हमारे जांच अधिकारी भी वहां मौजूद हैं और CCTV कैमरों की मदद से जांच जारी है. वह शुरू से किस प्रकार से शामिल था, इसकी जांच की जा रही है.”

रविंदर सिंह ने आगे कहा कि पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है. अब तक इस मामले में 50 आरोपियों और 7 नाबालिगों को गिरफ्तार किया गया है. आज भी कुछ लोगों की की गई है.

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