वक्फ कानून (Protests Against Waqf Law) को लेकर बंगाल (Murshidabad Violence) में हो रहा बवाल सोमवार 14 अप्रैल को भी जारी रहा. यहां भांगड़ इलाके में लेफ्ट के स्टूडेंट विंग से जुड़े लोग प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए थे. भीड़ कोलकाता की ओर कूच कर रही थी. पुलिस ने उन्हें रोका तो तनाव बढ़ गया. स्थिति को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
वक्फ कानून का विरोध करने वालों पर सख्त हुई बंगाल पुलिस, लेफ्ट संगठनों के प्रदर्शन पर लाठी भांजी
ISF कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि पुलिस उनके शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन में बाधा डाल रही है. वहीं, पुलिस का दावा है कि रामलीला मैदान में होने वाले वक्फ से संबंधित विरोध कार्यक्रम के लिए पहले से कोई अनुमति नहीं ली गई थी.

आजतक (बांग्ला) की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि संदेशखली, मीनाखान और भांगड़ के अलग-अलग इलाकों से आम लोग और इंडियन सेक्युलर फोर्स (ISF) कार्यकर्ता वक्फ कानून के विरोध में सियालदह में आयोजित विरोध कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे थे. उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेड लगाए थे.
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स्थिति तब गरमा गई जब पुलिस ने बैरमपुर में उनकी गाड़ी रोक ली. इसके बाद ISF कार्यकर्ताओं ने हाइवे जाम कर सड़क पर ही विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. भीड़ ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया. ISF कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि पुलिस उनके शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन में बाधा डाल रही है. वहीं, पुलिस का दावा है कि रामलीला मैदान में होने वाले वक्फ से संबंधित विरोध कार्यक्रम के लिए पहले से कोई अनुमति नहीं ली गई थी.
दूसरी तरफ, बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने मुर्शिदाबाद हिंसा की NIA जांच की मांग की है. उन्होंने कहा,
हम मांग करते हैं कि मुर्शिदाबाद में हुई झड़प की जांच नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) करे. मैं केंद्र सरकार की इस तुरंत कार्रवाई की सराहना करता हूं, जिसमें BSF के साथ-साथ केंद्रीय बलों की आठ कंपनियों को तैनात किया गया है ताकि व्यवस्था बहाल की जा सके. ये बल स्थिति को कंट्रोल करने में मदद करेंगे. NIA को उस घटना की जांच करनी चाहिए, जिसमें भीड़ ने ₹100 करोड़ की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया.
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वहीं, पश्चिम बंगाल पुलिस सूत्रों ने बताया कि मुर्शिदाबाद से घर छोड़कर मालदा चले गए लोग वापस लौट रहे हैं. इलाके में शांति बहाल हो रही है. मुर्शिदाबाद के कई गांवों में अब तक 90 लोग घर लौट चुके हैं. राज्य पुलिस के मार्गदर्शन और सुरक्षा में और भी लोग वापस आ रहे हैं. पश्चिम बंगाल पुलिस के सभी सीनियर अधिकारी मुर्शिदाबाद में ठहरे हुए हैं और पूरे मामले पर नज़र बनाए हुए हैं.
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