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बंगाल के मुर्शिदाबाद में फिर हिंसा, पिता-पुत्र की हत्या, BJP की HC में अर्जी- 'सेंट्रल फोर्स उतारी जाए'

Murshidabad Violence: मुर्शिदाबाद में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है.

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मुर्शिदाबाद में तैनात सुरक्षाकर्मी. (तस्वीर: PTI)
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अनुपम मिश्रा

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले से दो लोगों की हत्या की खबर आई है. दोनों पिता-पुत्र थे. हत्या तब हुई जब लोग वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 के खिलाफ विरोध प्रदर्शन (Waqf Protest) कर रहे थे. इसी दौरान, 12 अप्रैल की दोपहर को शमशेरगंज ब्लॉक के जाफराबाद इलाके में हिंसा भड़क गई. जिले से 11 अप्रैल को भी हिंसा की खबर आई थी. इस दौरान एक युवक को गोली लगी थी. इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई है. इस तरह जिले में तीन मौतें हुई हैं.

हिंसा की घटनाओं के कारण मुर्शिदाबाद जिले में धारा 163 लगा दी गई है. इंटरनेट भी बंद कर दिया गया है. बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है. राज्य में विपक्षी दल भाजपा ने इसको लेकर ममता बनर्जी की सरकार पर सवाल उठाए हैं.

“राज्य में Waqf Act लागू नहीं होगा”

इससे पहले राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बयान आया था. उन्होंने कहा कि राज्य में वक्फ एक्ट लागू नहीं होगा. उन्होंने फिर से अपनी बात दोहराई है. उन्होंने कहा है कि राज्य में जब ये अधिनियम लागू ही नहीं होगा तो हिंसा किस बात के लिए की जा रही है. इस बीच, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मुर्शिदाबाद जिले की हिंसा पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है, 

ममता बनर्जी वहां कानून-व्यवस्था बहाल करेंगी. केंद्र सरकार ने माहौल खराब कर दिया है. केंद्र सरकार जानबूझकर ये (वक्फ) कानून लेकर आई है. अपनी विफलता को छिपाने के लिए उन्होंने जानबूझकर वक्फ विधेयक लाकर ये माहौल बनाया है.

BJP ने राज्य में सेना उतारने की मांग की

इस बीच भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी कलकत्ता हाईकोर्ट पहुंचे हैं. हिंसा के विरोध में उन्होंने कोर्ट से अपील की है कि राज्य में सेंट्रल फोर्स को उतारा जाए. इससे पहले उन्होंने मीडिया में बयान देकर भी ऐसी मांग की थी. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी राज्य में शांति कायम रखने में असफल हैं. इसलिए केंद्र सरकार को यहां सेना उतार देना चाहिए. उन्होंने राज्य में आर्टिकल 355 लागू करने की भी मांग की थी.

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11 अप्रैल को निमतिता रेलवे स्टेशन पर भीड़ जमा हो गई थी. शुभेंदु अधिकारी ने इसको लेकर भी हिंसा के आरोप लगाए थे. उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा था. और मुर्शिदाबाद जिले के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर हुई तोड़फोड़ की ओर उनका ध्यान आकर्षित किया. उन्होंने तोड़फोड़ की जांच NIA को सौंपने की मांग की थी.

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