उत्तर प्रदेश के मेरठ मर्डर केस की जांच जारी है. इस बीच कुछ नई जानकारियां सामने आई हैं (Meerut Murder Case). पुलिस ने बताया है कि मुस्कान ने सौरभ राजपूत (Saurabh Rajput Murder) की हत्या करने से पहले उसे नशीली दवाइयां दी थी. ये दवाइयां उसने एक मेडिकल (Muskan Rastogi Drugs) स्टोर से खरीदी थीं. रविवार, 23 मार्च को पुलिस के साथ ड्रग्स डिपार्टमेंट ने उसी मेडिकल स्टोर पर छापा मारा. ड्रग इंस्पेक्टर ने मेडिकल स्टोर के संचालक से पूछताछ की और जरूरी जानकारियां जुटाईं.
मुस्कान ने दो दवाइयों की आड़ में खरीदा था बेहोशी वाला इंजेक्शन, सौरभ राजपूत मर्डर केस में नए खुलासे
Meerut Murder Case Update: पुलिस ने बताया है कि Muskan ने Saurabh Rajput की हत्या करने से पहले उसे नशीली दवाइयां दी थीं. ये दवाइयां उसने एक मेडिकल स्टोर से खरीदी थीं. पुलिस के साथ ड्रग्स डिपार्टमेंट ने उसी मेडिकल स्टोर पर छापा मारा. क्या पता चला?
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आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, 1 मार्च को मुस्कान ने ‘उषा मेडिकल स्टोर’ से कुछ दवाइयां खरीदी थीं. स्टोर संचालक का कहना है कि उसने बताया कि उसे अपने बुजुर्ग पिता के लिए दवाई चाहिए. इसके बाद उन्होंने डॉक्टर के पर्चे पर लिखी गई दवाएं उसे दी थीं. उसने कुल तीन दवाइयां लीं. जिनमें एक इंजेक्शन भी शामिल था. इस इंजेक्शन का इस्तेमाल एंटी डिप्रेशन ड्रग्स के रूप में किया जाता है. इसी इंजेक्शन को लगाकर मुस्कान रस्तोगी ने अपने पति सौरभ राजपूत को बेहोश किया था. रिपोर्ट के मुताबिक, इन तीन दवाइयों में से दो दवाइयां ऐसी हैं, जिसके लिए डॉक्टर के सुझाव यानी पर्चे की जरूरत नहीं पड़ती. मुस्कान ने बड़ी चालाकी से दो दवाइयों के बीच तीसरी दवा यानी इंजेक्शन को शामिल करके उसे मेडिकल स्टोर से खरीद लिया.
‘एंजायटी’ का बनाया बहानारिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में खुलासा करते हुए SP (सिटी) आयुष विक्रम ने बताया कि मुस्कान और साहिल नवंबर, 2024 से सौरभ की हत्या करने की प्लानिंग कर रहे थे. उन्होंने बताया,
‘दोनों ने सौरभ को बेहोश करके मर्डर करने की प्लानिंग की थी. मुस्कान ने बहाना बनाया कि उसे एंजायटी की प्रॉब्लम है. वह ब्रह्मपुरी में एक डॉक्टर के पास गई और अपना इलाज कराया. इसके बाद उसने गूगल पर नशीली दवाइयां सर्च कीं और जिस तरह डॉक्टर दवाई का पर्चा लिखते हैं. उसी तरह मुस्कान ने खाली पर्चे पर दवाइयां लिखकर साइन किया और मेडिकल स्टोर पर फर्जी पर्चा दिखाकर दवाइयां खरीदीं.’
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ड्रग इंस्पेक्टर ने क्या बताया?NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, मेरठ के ड्रग इंस्पेक्टर पीयूष शर्मा ने बताया कि उषा मेडिकल स्टोर से दवाइयां खरीदी गई थीं. उन्होंने कहा,
‘हम इस जगह की तलाशी ले रहे हैं और आरोपी द्वारा खरीदी गई दवा के बारे में जानकारी जुटाने के लिए सभी बिक्री रिकॉर्ड की जांच कर रहे हैं. हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या दवा खरीदने से पहले डॉक्टर के पर्चे की जरूरत थी या इसे काउंटर पर बेचा जा सकता था.’
ड्रग इंस्पेक्टर ने कहा कि किसी भी तरह के उल्लंघन पर मामला दर्ज किया जाएगा और दुकान का लाइसेंस रद्द किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि नींद की गोलियों जैसी दवाएं डॉक्टर के पर्चे के आधार पर बेची जाती हैं और मेडिकल स्टोर को ऐसी बिक्री का रिकॉर्ड रखना होता है.
वहीं, मेडिकल स्टोर के संचालक अमित जोशी का कहना है कि पुलिस ने उन्हें बताया कि महिला ने उनके स्टोर से दवा खरीदी थी. उन्होंने कहा,
' मुस्कान ने हमें अपने मोबाइल फोन पर दवा का पर्चा दिखाया था और हमने उसी के आधार पर उसे दवाइयां दी थीं. हम बिना पर्चा के ऐसी दवाइयां नहीं बेचते हैं.'
बता दें कि 4 मार्च को मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ मिलकर अपने पति सौरभ राजपूत की बेरहमी से हत्या कर दी थी. इसके बाद उसके शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए. फिर उन टुकड़ों को सीमेंट से नीले ड्रम में बंद कर दिया.
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