मध्यप्रदेश के नीमच में तीन जैन मुनियों के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक, जैन मुनि मंदिर में आराम कर रहे थे. तभी कुछ बदमाशों ने उन पर लोहे की रॉड और डंडों से हमला कर दिया. बाद में घटना से गुस्साए लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. फिलहाल पुलिस ने मुनियों से मिली जानकारी के आधार पर छह लोगों को पकड़ लिया है.
मध्यप्रदेश में मंदिर में सो रहे जैन मुनियों को किसने रॉड-डंडों से बुरी तरह पीटा?
मामला सिंगोली थाना क्षेत्र के कछला गांव का है. रविवार, 13 अप्रैल की रात यहां के बालाजी मंदिर में तीन श्वेतांबर जैन साधु आराम करने के लिए ठहरे हुए थे. तीनों राजस्थान की ओर जाने वाले थे. लेकिन रात में कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया.

इंडिया टुडे से जुड़े आकाश की रिपोर्ट के मुताबिक, मामला सिंगोली थाना क्षेत्र के कछला गांव का है. रविवार, 13 अप्रैल की रात यहां के बालाजी मंदिर में तीन श्वेतांबर जैन साधु आराम करने के लिए ठहरे हुए थे. तीनों राजस्थान की ओर जाने वाले थे. लेकिन रात में कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया. आरोप के मुताबिक, शराब के नशे में धुत कुछ बदमाश मंदिर पहुंचे और मुनियों के साथ गाली-गलौज की. इसके बाद आरोपियों ने लोहे की रॉड और डंडों से हमला कर दिया. मुनियों के चिल्लाने पर गांव वाले मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक सभी आरोपी भाग चुके थे.
घटना की सूचना मिलते ही देर रात सिंगोली पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. पता चला मुनियों के शरीर पर काफी चोटें आई हैं. ये जानकारी इलाके में फैली तो घटना के विरोध में स्थानीय लोगों ने सिंगोली में विरोध प्रदर्शन किया. सकल जैन समाज ने सिंगोली बंद का आह्वान किया. इस दौरान विधायक ओम प्रकाश सकलेचा और अन्य अधिकारी भी वहां पहुचे. जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से बातचीत के बाद विरोध प्रदर्शन वापस ले लिया गया.
न्यू इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल ने बताया,
“विशेष सूचनाओं के आधार पर पुलिस की टीम ने कुछ ही घंटों में सभी छह आरोपियों को पकड़ लिया. इनमें एक 16 साल का नाबालिग भी शामिल है. बाकी पांच की उम्र 20 वर्ष के आसपास है. सभी आरोपी राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के निवासी हैं.”
पुलिस ने आरोपियों का नाम गणपत नायक, गोपाल भोई, कन्हैयालाल भोई, राजू भोई और बाबू शर्मा बताया. सभी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत मामला दर्ज किया गया है. जल्द ही उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा. साथ ही पुलिस उनके क्रिमिनल रिकॉर्ड की जांच कर रही है.
घटना पर मध्य प्रदेश के डिप्टी CM जगदीश देवड़ा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी.
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया कि कछला गांव के लोगों ने पहले ही पुलिस को सूचना दी थी कि चित्तौड़गढ़ जिले के कुछ युवक गांव में संदिग्ध रूप से घूम रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की थी. हमले में घायल हुए तीनों जैन मुनियों को एक धर्मशाला में सुरक्षित पहुंचाया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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