उत्तर प्रदेश का लखनऊ शहर. 31 दिसंबर, 2024 की तारीख. होटल 'शरणजीत' का रूम नं 109. बेड पर 5 लाशें पड़ी हैं (Lucknow Hotel Murder). सभी शवों को कंबल से ढक कर रखा गया है. मरने वालों में एक महिला हैं और उनकी चार बेटियां. सामने खड़ा उनका बेटा (Arshad Lucknow Video) एक वीडियो रिकॉर्ड कर रहा है. वो इस बात को कबूल कर रहा है कि उसी ने इन सबकी हत्या की है. और इसमें उसके पिता ने उसका साथ दिया है. 6 मिनट 54 सेकंड के इस वीडियो में उसने ये भी बताया है कि उसने अपने बस्ती वालों से तंग आकर अपने परिवार की हत्या की है. उसकी योजना थी कि इसके बाद वो खुद की जान भी ले लेगा. लेकिन उसने ऐसा नहीं किया. मरने वालों में आरोपी की दो नाबालिग बहने भी हैं.
हिंदू बनना चाहते थे हम, योगी जी इनको छोड़ना मत... लखनऊ में 4 बहनों और मां को मारने वाले अरशद का VIDEO
Lucknow Family Murder: आरोप है कि Arshad ने अपनी 4 बहनों और अपनी मां को नशीला पदार्थ खिलाया. फिर उनके हाथ का नश काट दिया और गला दबाकर उनकी हत्या कर दी. इन सबमें उसके पिता ने उसका साथ दिया. आरोपी पिता का भी एक पुराना बयान सामने आया है.

आरोपी 24 साल का अरशद है. पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया है. वीडियो में वो कह रहा है,
“आज बस्ती वालों से तंग आकर हमने (मैंने) और पूरी फैमेली ने ये कदम उठाया है. आज अपने हाथ से अपनी बहनों को मारा है. पुलिस को ये वीडियो मिले तो एक बात जानिए कि इन सबों के जिम्मेवार बस्ती वाले हैं. उन्होंने हमारा घर छीनने के चक्कर में ना जाने हम पर कितने जुल्म किए. हमने आवाज उठाई लेकिन आज तक हमारी किसी ने नहीं सुनी. दस-पंद्रह दिन हो गए. फुटपाथ पर सो रहे हैं. (पीछे से भी किसी की आवाज आती है). भटक रहे हैं. हम नहीं चाहते कि बच्चे ठंड में भटकें. हमारा घर इन्होंने छीन लिया है. मकान के पेपर हमारे पास हैं.”
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आरोपी ने वीडियो में कहा कि ये सब धर्म के नाम पर हुआ है. उसने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी का नाम लेकर कहा कि इसके लिए जिम्मेवार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. इस वीडियो में बीच-बीच में पीछे से एक और व्यक्ति की आवाज आ रही है. अरशद ने आगे कहा,
“हमने इनके खिलाफ बहुत कार्रवाई करने की कोशिश की लेकिन हम नहीं करवा सके. हमारी मौत की जिम्मेदार पूरी बस्ती है. जो मेन इंसान है वो है रानू उर्फ आफताब अहमद, अलीम खान, सलीम, ड्राइवर अहमद, आरिफ, अजहर और उसके रिश्तेदार. इनका प्लान था कि किसी गलत इल्जाम में हम दोनों को (अरशद और उसके पिता) जेल पहुंचाकर, इसके बाद हमारी बहनों की तस्करी करना. हम ये नहीं चाहते थे, इसीलिए आज हमें, रात के 2 बज रहे हैं, हमें अपनी बहनों का गला दबा के और हाथ का नश काट के मारना पड़ा.”
आरोपी इसके बाद कंबल हटाकर अपनी मां और बहनों का शव दिखाता है. एक दूसरा व्यक्ति बिस्तर के किनारे पर एक लड़की का मुंह दबाकर बैठा है और आरोपी कहता है,
"बांग्लादेशी कहते थे सब"“देखिए ये मरने वाली है. और शायद सुबह तक मैं भी जिंदा ना मिलूं.”
उसने आगे कहा,
“हमने सबसे मदद मांगी. पुलिस से मदद मांगी, नेताओं से मदद मांगी. लेकिन किसी ने मदद नहीं की. आखिरी वीडियो में यही कहूंगा कि ये झूठे लोग हैं. हम बदायूं के रहने वाले हैं. इसका सबूत मिल जाएगा. हम पर झूठा आरोप लगाते हैं कि हम बांग्लादेशी हैं. हमारे पूरे खानदान का, परदादा तक का प्रूफ मिल जाएगा. बदायूं में हमारी ताई रहती हैं, उनके पास. हमलोग बस्तीवालों से तंग आकर धर्म परिवर्तन करना चाहते थे. ताकि हमें चैन से जीने दे.”
आरोपी ने प्रधानमंत्री मोदी और CM योगी का नाम लेकर कहा कि मरने के बाद उसे न्याय दिया जाए. उसने कहा कि वो लोग (बस्तीवाले) नेताओं और पुलिस तक पहुंच रखते हैं और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
अरशद ने कहा,
आरोपी पिता ने क्या कहा?"उन्होंने हमारा आधा प्लॉट तो छीन लिया, बाकी आधा भी छीनना चाहते थे. हमारे घर में जो भी सामान है, उसे किसी अनाथालय में दे देना ताकि हमारी रूह को खुशी मिले. अपने हाथ से मारा है मैंने इन्हें, अपने बाप के साथ मिलकर. आपलोग कहते हो कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ. ऐसे कोई बेटी पढ़ा पाएगा या बचा पाएगा? इनके हाथ काटे मैंने, इनका गला दबाया. जिस गेस्ट हाउस में हम ठहरे हैं, इनकी कोई गलती नहीं है.
इस बीच आरोपी के पिता का पहले का एक बयान सामने आया है. वीडियो में आरोपी की मां और उसकी बहनें दिख रही हैं. आरोपी का पिता अपने पुराने बयान में कह रहा है,
पुलिस ने क्या बताया है?“मैं परेशान हो चुका हूं. मेरे परिवार को कुछ लोग परेशान कर रहे है. पुलिस भी मदद नहीं कर रही है. लोगों ने मुझसे झगड़ा किया लेकिन पुलिस ने मामले में समझौता करवा दिया. लेकिन वापस झगड़ा किया क्योंकि उनको पता चल गया था कि हम इस्लाम धर्म छोड़ना चाहते थे. हम सड़क पर घूम रहे है. वो हमें जान से मारना चाहते हैं. हम वहां पिछले 17 साल से रह रहे हैं.”
पुलिस के मुताबिक मृतकों की पहचान, आलिया (9), अल्शिया (19), अक्सा (16), रहमीन (18) और अस्मा (आरोपी अरशद की मां) के रूप में हुई है. शुरुआती जांच में पता चला है कि ये परिवार आगरा का रहने वाला है. परिवार में अरशद समेत कुल 7 लोग थे. 5 लोगों की हत्या कर दी गई. एक लड़का जो परिवार में मौजूद था, वो बच गया है और फिलहाल पुलिस के पास है. सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. खबर लिखे जाने तक अरशद का पिता 'बदर' फरार है.
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