कोई शख्स साढ़े चार करोड़ रुपये की लॉटरी जीत जाए, लेकिन उसे फूटी कौड़ी ना मिले. आप सोच रहे होंगे लॉटरी जीत भी ली पर पैसे नहीं मिल रहे, ऐसी क्या मुसीबत आ गई? आइए आपको सब बताते हैं. बात फ्रांस की है. यहां के शहर टूलूज़ में एक कार पार्किंग में खड़ी थी. दो चोरों ने इस कार में से सामान चुरा लिया. इसमें एक क्रेडिट कार्ड भी था. फ्री का क्रेडिट कार्ड मिलते ही दोनों किस्मत आज़माने पहुंचे लॉटरी की दुकान पर. यहां से उन्होंने लॉटरी का टिकट खरीदा. इन दोनों की किस्मत चमक गई. इन्होंने 5 लाख यूरो यानी करीब 4.5 करोड़ रुपये की लॉटरी जीत ली.
चोरी के क्रेडिट कार्ड से ली लॉटरी, जीते साढ़े चार करोड़, फिर फंसा ऐसा पेच, फूटी कौड़ी भी नहीं मिल रही
दो चोर फ्री का क्रेडिट कार्ड मिलते ही पहुंचे लॉटरी की दुकान पर. यहां से लॉटरी का टिकट खरीदा. इन दोनों की किस्मत चमक गई. 5 लाख यूरो यानी करीब 4.5 करोड़ रुपये की लॉटरी जीत ली. लेकिन फिर जो हुआ, इन्होंने सोचा भी ना होगा.

जितनी जल्दी इनकी किस्मत चमकी थी, उतनी जल्दी फीकी भी हो गई. क्रेडिट कार्ड का असली मालिक जीन-डेविड कहां चुप बैठने वाला था. बस पहुंच गया पुलिस स्टेशन और चोरी की रिपोर्ट दर्ज करा दी. बैंक से क्रेडिट कार्ड भी ब्लॉक करा दिया. फिर बैंक से जानकारी ली कि कहीं उसके क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल तो नहीं हुआ है.
बैंक ने बता दिया एक लॉटरी शॉप पर लगभग 4,755 रुपये की खरीदारी हुई है. क्रेडिट कार्ड का असली मालिक उसी शॉप पर पहुंचा. वहां पता चला कि 30-40 उम्र के दो लोग आए थे. उन्होंने यहां से सिगरेट और लॉटरी के स्क्रैचकार्ड खरीदे. कार्ड स्क्रैच करने पर दोनों को पता चला कि वो 4.5 करोड़ रुपये की लॉटरी जीत गए हैं. उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. लॉटरी जीतने की खुशी में इतने खो गए कि सिगरेट के पांच पैकेट भी भूल गए.
शॉप के मालिक ने ये भी बताया कि लॉटरी जीतने पर दोनों को बताया गया कि लॉटरी के पैसे फ़्रैन्काइज़ डेस ज्यूक्स कंपनी से मिलेंगे. फ़्रैन्काइज़ डेस ज्यूक्स फ्रांस की नेशनल लॉटरी चलाने वाली कंपनी है. लॉटरी का स्क्रैचकार्ड भी इसी कंपनी का था. बताया जाता है कि गिरफ्तारी के डर से अभी तक दोनों चोर फ़्रैन्काइज़ डेस ज्यूक्स के ऑफिस नहीं पहुंचे. उधर पुलिस के कहने पर कंपनी ने लॉटरी की राशि को भी जब्त कर लिया है.
क्रेडिट कार्ड के असली मालिक ने मीडिया के जरिए दोनों चोरों को उनके वकील से संपर्क करने के लिए कहा है. जीन-डेविड का ये भी कहना है कि वो चोरों के साथ लॉटरी की रकम बांटने के लिए तैयार हैं. और इसलिए वो चाहते हैं कि यह मामला कोर्ट के बाहर ही सुलझ जाए.
जीन-डेविड के वकील का भी बयान आया है. उनका कहना है कि उनके क्लाइंट के पैसों के बिना दोनों चोर लॉटरी नहीं जीत सकते थे और उन दोनों के बिना डेविड नहीं जीत पाते. इसलिए फायदा इसी में है कि लॉटरी की रकम आपस में बांट ली जाए.
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