लोन देने वाले ऐप्स कर्जदारों को मानसिक रूप से परेशान करने के लिए बदनाम हैं. वसूली के नाम पर ये ऐप्स चलाने वाले लोग कर्जदार को दुनिया की नजर में इतना गिरा देते हैं कि वो डिप्रेशन में चले जाते हैं. यहां तक कि आत्महत्या जैसा कदम भी उठा लेते हैं. आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में कथित तौर पर ऐसा हुआ है. एक लोन ऐप के दबाव के चलते एक युवक ने कथित तौर पर खुदकुशी कर ली. मृतक नरेंद्र मछुआरे का काम करते थे.
लोन ऐप वालों ने कर्जदार की पत्नी की आपत्तिजनक तस्वीरें वायरल कीं, शर्मिंदगी में की आत्महत्या
जरूरतों को पूरा करने के लिए नरेंद्र ने एक लोन ऐप से ₹2000 का लोन लिया. शुरुआत में यह लोन आसान लगा क्योंकि इसमें ज्यादा डॉक्युमेंटेशन की जरूरत नहीं थी. लेकिन कुछ हफ्तों के अंदर लोन ऐप के एजेंट्स ने पैसे लौटाने के लिए नरेंद्र को परेशान करना शुरू कर दिया.
बताया गया है कि नरेंद्र ने सिर्फ 2000 रुपये का लोन लिया था. उन्होंने कर्ज चुका दिया था. इसके बाद भी लोन ऐप के एजेंट नरेंद्र को परेशान करते रहे. आरोप है कि उन्होंने मृतक की पत्नी की आपत्तिजनक तस्वीरें रिश्तेदारों के बीच सर्कुलेट कर दी थीं. ये तस्वीरें एडिट के जरिये तैयार की गई थीं. पत्नी की तस्वीर दूसरों तक पहुंचने की बात नरेंद्र तक पहुंची तो उन्होंने शर्मिंदगी के चलते उसी रात सुसाइड कर लिया.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक नरेंद्र अपने पिता के साथ विशाखापट्टनम के रामाजोगीपेटा इलाके में रहते थे. परिवार मछलियां पकड़ कर गुजारा चलाता था. अक्टूबर महीने में ही नरेंद्र ने अपनी दोस्त से शादी की थी. उनके लिए मुसीबतें तब शुरू हुईं जब समुद्र का मौसम खराब होने लगा. इसके चलते नरेंद्र मछली पकड़ने नहीं जा पा रहे थे. इस वजह से उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ रही थी.
ऐसे में जरूरतों को पूरा करने के लिए नरेंद्र ने एक लोन ऐप से ₹2000 का लोन लिया. शुरुआत में यह लोन आसान लगा क्योंकि इसमें ज्यादा डॉक्युमेंटेशन की जरूरत नहीं थी. लेकिन कुछ हफ्तों के अंदर लोन ऐप के एजेंट्स ने पैसे लौटाने के लिए नरेंद्र को परेशान करना शुरू कर दिया. लोन ऐप के एजेंट्स यहीं नहीं रुके. आरोप है कि उन्होंने नरेंद्र के फोन से उनकी निजी जानकारी और तस्वीरें ‘चुरा’ लीं. उन्होंने कथित तौर पर नरेंद्र की पत्नी की तस्वीरें आपत्तिजनक तरीके से एडिट किया और उनके दोस्तों और परिवार वालों को भेजने की धमकी देने लगे.
लोन चुकाने के बाद भी नहीं रुकी धमकियांलगातार मिल रही धमकियों के बीच 7 दिसंबर को नरेंद्र ने 2000 रुपये का कर्ज चुका दिया. लेकिन इसके बाद भी उनकी मुसीबतें कम नहीं हुईं. लोन ऐप के एजेंट्स ने मॉर्फ तस्वीरों को उनके कॉन्टैक्ट लिस्ट में शामिल लोगों को भेज दिया. नरेंद्र के दोस्तों और परिवार के सदस्यों तक ये तस्वीरें पहुंच गईं. नरेंद्र को लोगों के फोन आने लगे. इससे नरेंद्र बुरी तरह टूट गए. टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अपमान और शर्मिंदगी के डर से नरेंद्र ने उसी रात अपनी जान दे दी.
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मृतक के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है. उन्होंने लोन ऐप्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. शिकायत पर महानरीपेटा पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने (Section 108 BNS) और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. TOI ने सहायक पुलिस आयुक्त के लक्ष्मण मूर्ति के हवाले से बताया कि साइबर क्राइम विंग नरेंद्र के फोन की फॉरेंसिक जांच कर रही है.
वहीं एक सीनियर पुलिस ऑफिसर ने बताया कि इस तरह के लोन ऐप्स अक्सर लोगों को कम दस्तावेजों के जरिए कर्ज देने का लालच देकर उनकी निजता के साथ समझौता करते हैं. उनके मुताबिक अकेले आंध्र प्रदेश में साल 2022 से 2023 के बीच ऐसे मामलों के चलते 12 लोगों की मौत हो चुकी है. ज्यादातर पीड़ित प्राइवेट या असंगठित सेक्टर में काम करने वाले थे, जिन्होंने 5 हजार से 20 हजार तक के छोटे लोन लिए थे. आंध्र प्रदेश की होम मिनिस्टर अनिता ने राज्य विधानसभा में इन ऐप्स का मुद्दा उठाया था और इनके खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया था.
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