कानपुर बीजेपी के जिलाध्यक्ष का चुनाव होना था. अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए चुनाव प्रभारी जब जिला भाजपा कार्यालय पहुंचे तो उनका स्वागत पान पराग से नहीं बल्कि 'जूतों के बुके' से किया गया. ‘जूतों का बुके’ देने वालों का इरादा शहर के चमड़ा उद्योग को बढ़ावा देने का कतई नहीं था, ना ही फूलों की कमी का कोई चक्कर था. बल्कि यहां कार्यकर्ताओं की नाराजगी चुनाव प्रभारी पर भारी पड़ गई.
फूलों की जगह 'जूतों का बुके', सतह पर आई कानपुर बीजेपी की जूतम पैजार
Kanpur: BJP जिलाध्यक्ष का चुनाव होना था. अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए चुनाव प्रभारी जब जिला BJP कार्यालय पहुंचे तो उनका स्वागत पान पराग से नहीं बल्कि 'जूतों के बुके' से किया गया. अब इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.

दरअसल, कानपुर में BJP जिलाध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया चल रही थी. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने चुनाव नामांकन में गड़बड़ी का आरोप लगाया. ये आरोप लगे चुनाव प्रभारी संगमलाल गुप्ता के ऊपर. जिसके बाद कार्यकर्ताओं ने उन्हें फूलों की जगह ‘जूतों के बुके’ से नवाजा. अब इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
कार्यालय पहुंचकर की नारेबाजीआजतक की खबर के मुताबिक, जिलाध्यक्ष पद के चुनाव के लिए प्रतापगढ़ के पूर्व सांसद और बीजेपी OBC मोर्चा के महासचिव संगमलाल गुप्ता को चुनाव प्रभारी बनाया गया है. जिनके खिलाफ कार्यकर्ताओं ने गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की. रविवार, 12 जनवरी को कर्नलगंज मंडल के कार्यकर्ता चुनाव प्रभारी संगम लाल गुप्ता के कार्यालय पहुंच गए. जिसके बाद उन्होंने प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं का कहना है कि पदों के लिए आवेदन किए गए थे. लेकिन इसके बावजूद, कार्यकर्ताओं को उनकी इच्छा के विपरीत दूसरे पद दिए जा रहे हैं.
पूर्व मंडल अध्यक्ष चंद्रकांत द्विवेदी ने कहा कि पार्टी में चुनाव प्रक्रिया का ठीक से पालन नहीं किया जा रहा है. इसके अलावा ज्योति वाल्मिकी समेत कर्नलगंज मंडल के सभी कार्यकर्ताओं ने दलितों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया. साथ ही "दलित का अपमान नहीं सहेंगे" जैसे नारे लगाए.
क्या आरोप लगाए?BJP कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि मंडल अध्यक्ष और जिला प्रतिनिधि के चुनाव के लिए आवेदन और वोटिंग प्रक्रिया होती है. जिसका पालन नहीं किया गया. इस बार आवेदन लेने के बाद भी वोटिंग नहीं कराई गई और पदों की घोषणा सीधे प्रदेश स्तर से कर दी गई. जिससे बाद कार्यकर्ताओं को उनकी इच्छा के विपरीत दूसरे पद दिए जा रहे हैं. कार्यकर्ताओं का कहना का है कि जाति बाहुल्य क्षेत्रों में उसी के आधार पर मंडल अध्यक्ष बनाए जाते हैं. लेकिन दलित बाहुल्य क्षेत्र में ही भेदभाव किया जा रहा है.
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इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. जिसमें नाराज कार्यकर्ता चुनाव प्रभारी संगमलाल गुप्ता को जूतों का बना बुके देते हुए नजर आ रहे हैं और नारेबाजी कर रहे हैं. मामले को बढ़ता देख BJP के सीनियर नेताओं को दखल देना पड़ा और उन्होंने कार्यकर्ताओं को समझाया, जिसके बाद नाराज कार्यकर्ता शांत हुए और वापस लौट गए.
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