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झांसी अग्निकांड: अस्पताल के बाहर डाला जा रहा था चूना, कांग्रेस बोली- बच्चे मर रहे थे, डिप्टी CM का स्वागत हो रहा था!

Jhansi Hospital Fire: Congress ने आरोप लगाया है कि UP के डिप्टी CM Brajesh Pathak जब Jhansi जाने वाले थे, उससे पहले सड़क पर चूना छिड़का गया.

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सड़क पर चूना छिड़कते लोग. (फ़ोटो - सोशल मीडिया)

उत्तर प्रदेश का महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज, झांसी. 15 नवंबर की देर रात जब यहां आग लगने की घटना (Jhansi Hospital Fire) सामने आई. इस हादसे में 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई. तब बताया गया कि डिप्टी सीएम बृजेश पाठक घटना का जायजा लेने झांसी पहुंचेंगे. वो झांसी पहुंचे भी और जांच को लेकर बात भी की. लेकिन इस बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें अस्पताल प्रशासन परिसर में चूना डाल रहा है. बताया जा रहा है कि ये सब डिप्टी सीएम की आवभगत के लिए किया गया (UP Deputy CM Brajesh Pathak Chuna). अब इसे लेकर कांग्रेस समेत सोशल मीडिया की जनता उत्तर प्रदेश सरकार पर हमलावर है. उनका कहना है कि सरकार संवेदनहीन हो गई है.

कांग्रेस ने इस वीडियो को शेयर कर कहा कि ‘सरकार चेहरा चमकाने’ में लगी है. X पर कांग्रेस ने आगे लिखा,

एक ओर बच्चों की जलकर मौत हो गई, उनके परिवार रो रहे थे, बिलख रहे थे. दूसरी तरफ़, डिप्टी CM के स्वागत के लिए सड़क पर चूने का छिड़काव हो रहा था. परिजनों का यहां तक कहना है कि पूरे कम्पाउंड में गंदगी फैली हुई थी, जो डिप्टी CM के आने से पहले ही साफ की गई. ये सरकार की संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है. बच्चों की जान जा रही है और ये सरकार चेहरा चमकाने में लगी है.

वहीं, ये भी आरोप सामने आए हैं कि आग बुझाने वाला यंत्र काम नहीं कर रहा था, क्योंकि वो 4 साल पहले ही एक्सपायर हो चुका था. दैनिक भास्कर की ख़बर के मुताबिक़, वार्ड बॉय ने आग बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्र (फायर एक्सटिंग्विशर) चलाया. मगर वो 4 साल पहले ही एक्सपायर हो चुका था, इसलिए काम नहीं किया. बताते चलें, कई परिवार वालों को अभी उनके बच्चों के शव (और अगर वो घायल हैं, तो वो किस अस्पताल में भर्ती हैंं) के बारे में पता नहीं चल पाया है.

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अस्पताल के दौर पर पहुंचे UP डिप्टी CM. (फ़ोटो - PTI)

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बता दें, घटना में 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई है, जबकि 17 बच्चे घायल हैं. बताया जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी थी (Jhansi medical college fire). हालांकि, इंडिया टुडे की ख़बर के मुताबिक़, एक प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि ऑक्सीजन सिलेंडर के पाइप को लगाने के लिए माचिस की तीली जलाने पर ये हादसा हुआ है.

ग्राउंड से लल्लनटॉप की रिपोर्ट-

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