जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir ropeway protest) के कटरा में रोपवे लगाने को लेकर विरोध प्रदर्शन उग्र हो गया है. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस पर पथराव किया है. पथराव में कटरा SHO चमन गोरख घायल हो गए हैं. जम्मू श्राइन बोर्ड प्रशासन के रोपवे प्रोजेक्ट को लेकर प्रदर्शनकारी लगातार सड़कों पर हैं. सोमवार को प्रोटेस्ट का चौथा दिन हैं.
कटरा से वैष्णो देवी के बीच रोपवे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ उग्र, पत्थरबाजी में SHO घायल
Jammu and Kashmir के कटरा में रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ तीन दिन से चल रहा प्रोटेस्ट सोमवार 25 नवंबर को उग्र हो गया. प्रोटेस्ट कर रही भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया. जिसमें एक SHO समेत कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गये
पिछले तीन दिन से प्रदर्शनकारी अलग-अलग जगहों पर रोपवे लगाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. सोमवार 25 नवंबर को माता वैष्णो देवी विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे भूपेंद्र सिंह जोक के नेतृत्व में करीब दो हजार मजदूरों ने रोपवे के खिलाफ सड़कों पर उतरे. पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की. लेकिन उन्होंने पुलिस की नहीं सुनी और आगे बढ़ते रहे. पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारियों ने कटरा SHO चमन गोरख को खदेड़ना शुरू कर दिया. साथ ही उन्होंने पुलिस पर पत्थर भी बरसाए. जिसमें SHO चमन गोरख समेत कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गये. फिलहाल पुलिस प्रशासन के साथ सीआरपीएफ की 6 बटालियन मौके पर हैं. और लगातार प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है.
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा 12 किलोमीटर ट्रैक के साथ ताराकोटे मार्ग से सांजी छत के बीच 250 करोड़ की लागत से यात्री रोपवे परियोजना को आगे बढ़ाने की घोषणा की गई थी. जिसके बाद से स्थानीय दुकानदार, खच्चर और पालकी मालिकों की तीन दिवसीय हड़ताल 22 नवंबर को शुरू हुई थी. इस दौरान इस रूट पर अधिकतर प्राइवेट दुकाने बंद रहीं. जबकि खच्चर और पालकी मालिकों ने भी तीर्थयात्रियों को सेवा प्रदान नहीं की. जिससे कई श्रद्धालुओं को भारी कठिनाइयों को सामना करना पड़ा.
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पिछले हफ्ते श्राइन बोर्ड ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षित और तेज यात्रा की सुविधा के लिए लंबे समय से प्रतीक्षित रोपवे परियोजना के कार्यान्वयन की घोषणा की. श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग ने कहा कि रोपवे परियोजना एक गेम चेंजर साबित होगी. खासकर उन तीर्थयात्रियों के लिए जिन्हें मंदिर तक यात्रा करना मुश्किल लगता है. पिछले दिनों इसी तरह के विरोध के कारण इस परियोजना को रोक दिया गया था.
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