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किसान नेता डल्लेवाल ने 131 दिन बाद खत्म किया अनशन, MSP पर आंदोलन को लेकर क्या फैसला हुआ?

Punjab के किसान नेता Jagjit Singh Dallewal ने मोर्चे के साथियों और किसानों नेताओं के कहने पर अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल खत्म कर दी. डल्लेवाल लगातार MSP को कानूनी गारंटी देने की मांग कर रहे थे. जानिए किसान आंदोलन पर उन्होंने क्या कहा.

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जगजीत सिंह डल्लेवाल (बीच में) ने अनशन खत्म करने का फैसला किया. (PTI)

पंजाब के मशहूर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने रविवार, 6 अप्रैल 2025 को अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल खत्म कर दी. उन्होंने यह फैसला किसान मोर्चे के साथियों और किसान नेताओं के लगातार अनुरोध पर किया. आमरण अनशन के 131 दिन बाद डल्लेवाल ने अपना अनशन खत्म किया है. हालांकि, उन्होंने कहा कि यह सिर्फ अनशन का खात्मा है, आंदोलन अभी जारी रहेगा.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, डल्लेवाल ने यह एलान फतेहगढ़ साहिब जिले के सरहिंद में हुई एक बड़ी 'किसान महापंचायत' में किया. उन्होंने खनौरी और शंभू बॉर्डर पर सरकार की कार्रवाई की भी आलोचना की. उन्होंने कहा कि सरकार का किसान नेताओं को बातचीत के लिए बुलाने के बाद गिरफ्तार करना और फिर मोर्चे को जबरन हटाना, यह बहुत ही निंदनीय और कायराना काम है.

दल्लेवाल संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के संयुक्त मंच के सीनियर नेता हैं. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा,

हमने तय किया था जब तक किसानों की मांगें पूरी नहीं हो जाती, तब तक अनशन करेंगे. लेकिन मोर्चे में ऐसी घटना घटने के बाद सभी किसानों ने मोर्चे के लीडर्स ने लगातार कहा कि अब अनशन छोड़ना चाहिए. दूसरे राज्य जैसे तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश के किसानों ने कहा कि हम बड़ी पंचायत करना चाहते हैं, जहां आपका आना बहुत जरूरी है. इसलिए आप अनशन छोड़े.

डल्लेवाल ने आगे कहा,

चार दिन से लगातार ये हो रहा था कि आप अनशन छोड़ें, आगे बड़ी लड़ाई लड़नी है. लोगों का जो हुक्म था, संगत का हुक्म हमारे लिए बड़ा होता है, उनके कहने पर अनशन खत्म करने का फैसला किया है. आंदोलन खत्म नहीं हुआ है. अलग-अलग राज्यों में हम आंदोलन को खड़ा करेंगे. मोर्चे के साथियों और किसानों के कहने पर अनशन वापस लिया गया है.

जगजीत सिंह डल्लेवाल ने आमरण अनशन की शुरुआत पिछले साल 26 नवंबर को किसानों की मांगों को लेकर की थी. उनकी बड़ी मांग थी कि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को कानूनी गारंटी मिले. जनवरी में जब सरकार ने किसान नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया था, तब भी डल्लेवाल ने अनशन जारी रखा था. हालांकि, तब वे खनौरी बॉर्डर पर बने आंदोलन स्थल में मेडिकल एड लेने लगे थे.

इससे पहले शनिवार को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डल्लेवाल से आमरण अनशन खत्म करने की अपील की थी. चौहान ने एक्स पर लिखा,

किसान नेता श्री जगजीत सिंह डल्लेवाल अब अस्पताल से वापस आ चुके हैं और हम उनके अतिशीघ्र पूर्ण रूप से स्वस्थ होने की कामना करते हैं. साथ ही हम उनसे अनुरोध करते हैं कि वे अपना अनशन समाप्त करें और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ पहले से तय तिथि के अनुसार हम 4 मई को सुबह 11 बजे बातचीत के लिए मिलेंगे.

केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने भी डल्लेवाल से अपील की थी कि वे भूख हड़ताल खत्म करें. उन्होंने कहा था कि आपकी सेहत ज्यादा जरूरी है और आपकी जिंदगी पंजाब के लोगों के लिए बहुत अहमियत रखती है.

खत्म नहीं हुआ किसान आंदोलन

डल्लेवाल ने कहा कि मोर्चा खत्म नहीं हुआ है. हम और मजबूती से लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे. मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में किसानों के जमीन अधिकारों को लेकर नए कानून आ रहे हैं, जो चिंता की बात है. डल्लेवाल ने बताया कि आने वाले दिनों में संयुक्त किसान मोर्चा की एक बड़ी बैठक होगी, जिसमें आगे की रणनीति पर फैसला लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम पूरे देश के किसानों को साथ लेकर आंदोलन को नई दिशा देंगे.

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