इजरायल और हमास के बीच सीजफायर का एलान हो गया है. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने इसका आधिकारिक एलान किया है. इस समझौते पर सहमति के साथ ही इजरायल और हमास के बीच पिछले 15 महीनों से जारी जंग के खत्म होने की उम्मीद की जा रही है.
अंत की ओर इजरायल-हमास युद्ध? सीजफायर डील पर दोनों सहमत, डॉनल्ड ट्रंप ने की घोषणा
Israel Hamas Ceasefire Deal: इजरायल और हमास गाजा में जारी जंग रोकने पर सहमत हो गए हैं. समझौते में दोनों लड़ाई रोकने और इजरायली बंधकों को फिलिस्तीनी कैदियों के बदले छोड़ने के लिए राजी हो हुए हैं. इससे माना जा रहा कि जंग के अंत का रास्ता खुल गया है.

समाचार एजेंसी रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल और हमास गाजा में जारी जंग रोकने पर सहमत हो गए हैं. समझौते में दोनों लड़ाई रोकने और इजरायली बंधकों को फिलिस्तीनी कैदियों के बदले छोड़ने के लिए राजी हो हुए हैं. इससे माना जा रहा कि जंग के अंत का रास्ता खुल गया है. सीजफायर के दौरान हमास, गाजा में बंधक बनाकर रखे गए इजरायली नागरिकों को रिहा करेगा. बदले में इजरायल भी हमास के लोगों को छोड़ेगा.
सीजफायर डील की प्रक्रिया कतर में चल रही है. ‘अल जजीरा’ ने समझौते से जुड़ी शर्तें जारी की हैं. इनके अनुसार, इजरायल लगभग 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा. इनमें से 250 आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं. वहीं, हमास 33 इजरायली बंदियों को रिहा करेगा. इसके अलावा इजरायल गाजा में घायल लोगों को मेडिकल सुविधा लेने के लिए ट्रैवल की अनुमति देगा.
रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली सेनाएं मिस्र के साथ लगी गाजा की सीमा फिलाडेल्फी कॉरिडोर से पीछे हटना शुरू कर देंगी. पहले चरण की शुरुआत के सात दिन बाद इजरायल मिस्र के साथ राफा क्रॉसिंग खोलेगा.
डॉनल्ड ट्रंप का एलानअमेरिका में 20 जनवरी को डॉनल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. उससे पहले उनकी तरफ से इस डील का ऐलान किया जाना उनके लिए बड़ी उपलब्धि की तरह देखा जाएगा. AFP के अनुसार, यह समझौता अमेरिका के समर्थन के साथ मिस्र और कतर के मध्यस्थों द्वारा महीनों तक चली बातचीत के बाद हुआ है.
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल की सीमा में घुसकर कई लोगों की हत्या कर दी थी. बताया जाता है कि इस हमले में लगभग 1200 इज़रायली और अन्य विदेशी नागरिक मारे गए थे. हमास अपने साथ लगभग 250 लोगों को बंदी बनाकर भी ले गया था. फिर इज़रायल ने गाज़ा पर ताबड़तोड़ हमले शुरू किए. तब से जारी इस जंग में अब तक 46 हज़ार से ज़्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं.
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