इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की शुरुआत 22 मार्च से हो चुकी है. भारत में क्रिकेट और इस टूर्नामेंट को लेकर क्रेज अलग ही लेवल पर होता है. लेकिन एक बस ड्राइवर क्रिकेट मैच के लिए इतना दीवाना हो गया कि उसने सवारियों की जान जोखिम में डाल दी. मामला महाराष्ट्र का है, आरोप है कि यहां एक ड्राइवर बस चलाते हुए क्रिकेट मैच देखने में बिजी था. क्रिकेट मैच देखते हुए उसका वीडियो किसी यात्री ने बना लिया. अब परिवहन विभाग ने आरोपी बस ड्राइवर के खिलाफ कार्रवाई की है.
बस चलाते-चलाते क्रिकेट मैच देख रहा था ड्राइवर, बन गया वीडियो और चली गई नौकरी
ये मामला महाराष्ट्र का है, आरोप है कि यहां एक ड्राइवर बस चलाते हुए क्रिकेट मैच देखने में बिजी था. क्रिकेट मैच देखते हुए उसका वीडियो किसी यात्री ने बना लिया. अब परिवहन विभाग ने आरोपी बस ड्राइवर के खिलाफ कार्रवाई की है.

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) ने रविवार को एक बस ड्राइवर को बर्खास्त कर दिया. महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक को इस मामले का पता चला तो उन्होंने विभाग को सख्त एक्शन लेने का आदेश दिया. इसके बाद बस ड्राइवर को बर्खास्त करने की कार्रवाई हुई.
एक अधिकारी ने बताया कि परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक को एक यात्री ने आरोपी ड्राइवर का वीडियो भेजा. इसमें ड्राइवर कथित तौर पर बस चलाते समय अपने मोबाइल फोन पर क्रिकेट मैच देख रहा था. परिवहन मंत्री के कहने पर विभाग ने बस ड्राइवर के खिलाफ कार्रवाई की है.
उन्होंने बताया कि यह घटना 22 मार्च को मुंबई-पुणे मार्ग पर ई-शिवनेरी बस सर्विस की एक बस में हुई. बस में सवार एक यात्री ने ड्राइवर का वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें ड्राइवर बस चलाते समय अपने मोबाइल फोन पर क्रिकेट मैच देख रहा था. यात्री ने यह वीडियो क्लिप परिवहन मंत्री को भेज दी.
यात्री ने वीडियो को सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया, जिसमें मंत्रियों और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को टैग किया गया. इस मामले में सरनाईक ने तुरंत MSRTC के सीनियर अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
इसके बाद अधिकारियों ने सवारियों की सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए निजी बस ऑपरेटर के इस ड्राइवर को बर्खास्त कर दिया. इसके अलावा बस सर्विस के लिए जिम्मेदार निजी कंपनी पर 5,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया.
इस घटना पर परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने कहा,
ई-शिवनेरी मुंबई-पुणे रूट पर एक मेन बस सर्विस है. इस बस से कई लोग सफर करते हैं. यह सर्विस एक्सीडेंट-फ्री होने के लिए जानी जाती है. ऐसे ड्राइवरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना जरूरी है, जो लापरवाही से गाड़ी चलाते हैं और सवारियों को खतरे में डालते हैं.
उन्होंने ड्राइवरों को अनुशासन में लाने के लिए MSRTC के तहत बस चलाने वाली निजी कंपनियों के ड्राइवरों की रेगुलर ट्रेनिंग पर भी जोर दिया. मंत्री ने कहा कि ऐसी शिकायतें मिली हैं कि ऑटो रिक्शा और टैक्सी ड्राइवर भी गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन पर मैच या फिल्में देखते हैं. अक्सर ईयरफोन लगाकर ऐसा किया जाता है. ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट जल्द ही ऐसी घटनाओं के खिलाफ नए नियम लागू करेगा.
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