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इंदौर की महिला भिखारी को रेस्क्यू करने गए थे अफसर, कमाई सुनकर चकरा गए!

Indore News: इंदौर शहर को भिखारी मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. इस दौरान अधिकारियों को ऐसी महिला भिखारी मिली, जिसकी 10 दिन की कमाई देख अफसर हैरान रह गए. जानिए महिला ने अफसरों को क्या बताया?

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इंदौर को भिखारी मुक्त बनाने का अभियान चल रहा है | फोटो: आजतक
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धर्मेंद्र कुमार शर्मा

मध्य प्रदेश का शहर इंदौर (Indore) अपनी साफ़-सफाई के लिए जाना जाता है. पिछले कुछ समय से यहां एक और अभियान चलाया जा रहा है. अभियान है शहर को भिखारी मुक्त बनाने का. इस अभियान के तहत महीने में कई बार अफसर भिखारियों को रेस्क्यू करते हैं. पहले उन्हें भीख न मांगने के लिए समझाया जाता है और अगर वो नहीं मानते हैं तो फिर उन्हें उज्जैन के सेवा धाम आश्रम में भेज दिया जाता है. यहां उनकी काउंसलिंग की जाती है, जिससे वे भीख मांगने का काम छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकें. इसी अभियान के तहत बुधवार, 11 दिसंबर को एक महिला भिखारी को रेस्क्यू किया गया, तो उसकी कमाई जान अफसर भी हैरान रह गए.

आज तक की एक रिपोर्ट के मुताबिक इंदौर में कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर भिखारियों को रेस्क्यू करने का अभियान चल रहा है. फरवरी में शुरू हुए इस अभियान के तहत शहर के विभिन्न इलाकों, मंदिरों और धार्मिक स्थलों पर भीख मांगने वाले लोगों को पकड़कर उज्जैन के सेवा धाम आश्रम भेजा जा रहा है.

बुधवार को इसी अभियान के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग ने 14 भिखारियों को रेस्क्यू किया. इस कार्रवाई के दौरान राजवाड़ा इलाके के शनि मंदिर के पास भीख मांग रही एक महिला को भी रेस्क्यू किया गया. जब इसकी तलाशी ली गई तो इसके पास से करीब 75 हजार रुपये बरामद हुए. महिला से इसके बारे में पूछा तो बोली ये उसकी 10 दिनों की कमाई है.

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इस अभियान से जुड़े महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी दिनेश मिश्रा ने बताया,

हमारी ये मुहीम फरवरी से चल रही है. 300 से ज्यादा भिखारियों को रेस्क्यू कर चुके हैं. इनमें 32 से ज्यादा बच्चे भी हैं. इसी के तहत बुधवार को हमने एक भिखारी को रेस्क्यू किया जो मंदिर में भीख मांग रही थी. उसके पास से 74,748 रुपए मिले हैं, जो उसने 10 दिन में भीख मांगकर कमाए हैं. महिला इंदौर के पालदा इलाके की रहने वाली है… हमारी ये कार्रवाई अगले कई दिनों तक जारी रहेगी.

दिनेश मिश्रा ने ये भी बताया कि शहर में कुछ ऐसे परिवार हैं, जो बार-बार पकड़े जाने के बावजूद भीख मांगने का काम नहीं छोड़ रहे हैं. उनके मुताबिक इन परिवारों से जुड़े लोगों की पहचान करके इन पर विशेष नजर रखी जा रही है.

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