भारत में नेता लोगों का ठीक है. पहले डिसाइड किया कि अपन लोग की सैलरी तो कम है. फिर आपस में ही चर्चा की और खुद का वेतन आराम से 24 परसेंट बढ़ा लिया... सांसदों के वेतन (MP Salary Hike) पर केंद्र सरकार के ताजा फैसले के बाद अगर आप भी यही सोच रहे हैं तो ये बात जानकर आपको हैरानी होगी कि हमारे देश के सांसद अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, जर्मनी जैसे देशों के सांसदों से बहुत गरीब हैं. विकसित देशों को छोड़ दीजिए. ब्राजील, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया जैसे विकासशील देशों में भी सांसदों की सैलरी हमारे सांसदों के वेतन से ज्यादा है जबकि भारत के सांसद अपेक्षाकृत ज्यादा जनसंख्या वाले चुनाव क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं.
24 फीसदी सैलरी बढ़ी, फिर भी अमेरिका-ब्रिटेन, फ्रांस के मुकाबले 'गरीब' हैं भारत के सांसद!
भारत में सांसदों की सैलरी में केंद्र सरकार ने 24 फीसदी की बढ़ोतरी का फैसला किया है. इसके साथ ही संसद सदस्यों की सैलरी 1 लाख 24 हजार रुपये महीना हो जाएगी. वेतन के साथ भत्तों में बढ़ोतरी की गई है.

केंद्र सरकार ने भारतीय संसद के सदस्यों की सैलरी में 24 फीसदी का इजाफा किया है. इसके तहत, पहले जहां सांसदों को 1 लाख रुपये हर महीने वेतन मिलता था. अब वही बढ़कर 1 लाख 24 हजार हो गया है. इतना ही नहीं, सांसदों के दैनिक भत्ते और पेंशन में भी वृद्धि की गई है. नोटिस के अनुसार, दैनिक भत्ते 2 हजार रुपये से बढ़ाकर 2,500 रुपये कर दिए गए हैं. वहीं, पूर्व सांसदों की पेंशन 25 हजार रुपये प्रतिमाह से बढ़ाकर 31 हजार रुपये प्रतिमाह कर दी गई है.
बड़े देशों में कितनी है सांसदों की सैलरीइंटर पार्लियामेंट्री यूनियन (IPU) के आंकड़ों की मानें तो इसके बाद भी भारत के सांसदों की सैलरी कई बड़े देशों के संसद सदस्यों की पगार से बहुत कम है. IPU के डेटा के अनुसार अमेरिका में सांसदों की बेसिक सैलरी सालाना 1 करोड़ 49 लाख 25 हजार 372 रुपये है. वहीं, ब्रिटेन के सांसदों की सैलरी 9 करोड़ 58 लाख 60 हजार रुपये सालाना होती है. जर्मनी में सांसदों की सैलरी 1 करोड़ 15 लाख 83 हजार रुपये, जापान में 88 लाख 38 हजार 542 रुपये, फ्रांस में 65 लाख 88 लाख 556, ब्राजील में 80 लाख 78 हजार 292, ऑस्ट्रेलिया में 1 करोड़ 21 लाख 65 हजार 340, इटली में 1 करोड़ 15 लाख 76 हजार 714, सिंगापुर में 1 करोड़ 23 लाख 22 हजार 259, स्विट्जरलैंड में 69 लाख 42 हजार 368 और कनाडा में 1 करोड़ 16 लाख 53 हजार 473 रुपये सालाना होती है.
इन सबके मुकाबले भारत में सांसदों की पगार सिर्फ 14 लाख 48 हजार रुपये सालाना ही होती है. हालांकि, भारतीय सांसदों को सैलरी के अलावा भत्ते के रूप में भी काफी कुछ मिलता है. मुफ्त आवास, चिकित्सा और अन्य भत्तों को जोड़ा जाए तो भारत के सांसदों का कुल पैकेज 40 लाख रुपये सालाना तक पहुंचता है. यह फिर भी विकसित देशों से काफी कम है. भारत के सांसद दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक व्यवस्था में काम करते हैं. बहुत बड़ी जनसंख्या वाले निर्वाचन क्षेत्रों के प्रतिनिधि के रूप में जिम्मेदारियों के हिसाब से उनकी मौजूदा सैलरी दुनिया के कई देशों के सांसदों की पगार के मुकाबले काफी कम कही जा सकती है. वहीं, भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान की बात करें तो यहां सांसदों की सैलरी 5 लाख 49 हजार 454 रुपये सालाना है.
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