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हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव ने होली पर मस्त प्राइवेट पार्टी दी, बिल सरकार को भेज दिया!

ये पार्टी शिमला राज्य के हॉलिडे होम होटल में हुई थी. इसे हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) संचालित करता है. गौरतलब है कि यह होटल पहले ही वित्तीय अनियमितताओं और बकाया भुगतानों के चलते हाई कोर्ट की नजर में आ चुका है. अब प्रभोध सक्सेना की पार्टी के बकाया बिल को लेकर होटल एक बार फिर चर्चा में है.

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हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना. (India Today)

हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव प्रभोध सक्सेना की एक निजी पार्टी विवाद का विषय बन गई है. विवाद इसलिए क्योंकि प्रभोध सक्सेना ने कथित तौर पर होली के दिन आयोजित निजी पार्टी का ₹1.22 लाख का बिल सरकार से भरवाने की मांग कर दी. इस कार्यक्रम में करीब 75 अधिकारी और उनके परिवार शामिल हुए थे.

इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक ये पार्टी शिमला राज्य के हॉलिडे होम होटल में हुई थी. इसे हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) संचालित करता है. गौरतलब है कि यह होटल पहले ही वित्तीय अनियमितताओं और बकाया भुगतानों के चलते हाई कोर्ट की नजर में आ चुका है. अब प्रभोध सक्सेना की पार्टी के बकाया बिल को लेकर होटल एक बार फिर चर्चा में है.

प्रभोध सक्सेना 1991 बैच के IAS अधिकारी हैं. उन्हें बीती 31 मार्च को सेवानिवृत्ति के दिन ही छह महीने का सेवा विस्तार दे दिया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्य सचिव की होली पार्टी का बिल GAD (जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट) को भुगतान के लिए भेजा गया है, लेकिन अब तक भुगतान नहीं हुआ है. इस पर आपत्ति जताई गई कि क्या राज्य सरकार के खजाने से इस निजी खर्च का भुगतान किया जाना उचित है.

बिल में क्या शामिल था?

सक्सेना की पार्टी में खाने के खर्च का बिल बना. 

प्रति प्लेट खाना: ₹1,000 × 75 = ₹75,000
GST: ₹22,350
ड्राइवर्स का खाना: ₹12,870
कुल बिल: ₹1,22,220.

यह जानकारी तब सार्वजनिक हुई जब बिल की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. भाजपा विधायक बिक्रम सिंह ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी और इसे "लोकतांत्रिक मर्यादा, नैतिक आचरण और प्रशासनिक शिष्टाचार का घोर उल्लंघन" बताया. उन्होंने सवाल उठाया कि जब राज्य पर ‘₹1 लाख करोड़ का कर्ज’ है, तब ऐसे खर्च किस तर्क से किए जा सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि यह आचरण सेंट्रल सिविल सर्विस रूल्स, 1964 का उल्लंघन है, जो अधिकारियों से ईमानदारी और निष्पक्षता की अपेक्षा करता है.

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