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गुजरात पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट: मृतकों की संख्या 20 तक पहुंची, 200 मीटर दूर मिले शवों के टुकड़े

पुलिस का मानना है कि पहले फैक्ट्री में रखे एक सिलेंडर ब्लास्ट हुआ जिससे पटाखों में आग लग गई. इसी कारण बड़ा हादसा हुआ. घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों के हवाले से बताया गया कि इस धमाके में काम करने वालों के चिथड़े उड़ गए. उनके शव अब टुकड़ों में मिल रहे हैं.

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फैक्ट्री में ब्लास्ट होने से मरने वालों की संख्या 20 पहुंच गई है. (तस्वीर-इंडिया टुडे)

गुजरात के बनासकांठा ज़िले में पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट होने से मरने वालों की संख्या 20 पहुंच गई है. इसके अलावा 5 से अधिक घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मरने वाले सभी मजदूर मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं, जो वहां पटाखे बनाने का काम करते थे. आरोप है कि फैक्ट्री के अंदर भारी मात्रा में अवैध पटाखे स्टोर किए गए थे. फैक्ट्री के पास इसका लाइसेंस भी नहीं था. धमाका किस वजह से हुआ इसकी पुष्टि अभी नहीं हो पाई है.

घटना पाथर प्रतिमा ब्लॉक के ढोलाहाट गांव की है. इंडिया टुडे से जुड़े बृजेश दोशी की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस का मानना है कि पहले फैक्ट्री में रखे एक सिलेंडर ब्लास्ट हुआ जिससे पटाखों में आग लग गई. इसी कारण बड़ा हादसा हुआ. घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों के हवाले से बताया गया कि इस धमाके में काम करने वालों के चिथड़े उड़ गए. उनके शव अब टुकड़ों में मिल रहे हैं. किसी के हाथ-पैर गायब हैं तो किसी के शरीर का कोई अन्य हिस्सा गायब है.

पुलिस प्रशासन के अलावा SDRF की टीमें घटनास्थल पर राहत और बचाव का काम कर रहे हैं. JCB से मलबा हटाया जा रहा है. अभी भी लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है. इस बीच फैक्ट्री के मालिक पर BNS की धारा 304 के तहत FIR दर्ज की गई है.

बनासकांठा ज़िले के जिलाधिकारी मिहिर पटेल ने बताया कि फैक्ट्री का नाम दीपक ट्रेडर्स है, जहां सुबह 9 बजे धमाका हुआ. अधिकारी ने कहा, “ब्लास्ट इतना तेज था कि मजदूरों के शरीर के हिस्सों को 200 मीटर दूर से रिकवर किया गया. धमाके से फैक्ट्री पूरी तरह धराशायी हो गई.” 

DM ने आगे बताया, “मजदूरों के साथ उनके परिवार के लोग भी रहते थे. इस वजह से मजदूरों के साथ उनके परिवार के सदस्यों की भी दुखद मृत्यु हुई है. फैक्ट्री का लाइसेंस 31 दिसंबर को खत्म हो गया था. इसके बाद से उन्हें नया लाइसेंस जारी नहीं किया गया था. मामले में फैक्ट्री के मालिक को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमें बनाई गई हैं.”

वहीं जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जैसे ही पोस्टमार्टम का कार्य पूरा होता है, सभी मृतकों को मान-सम्मान के साथ एंबुलेंस से उनके गृह जनपद भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि जांच के लिए SIT की टीम गठित की गई है. अधिकारी के मुताबिक बीती 12 मार्च को फैक्ट्री की जांच की गई थी. उस दौरान फैक्ट्री खाली थी. वहां कोई पटाखा नहीं था.

मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने सभी को सहायता राशि देने की घोषणा की है, उन्होंने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “गुजरात के बनासकांठा स्थित पटाखा फैक्ट्री हादसे में मृतकों के परिजनों को ₹2-2 लाख तथा घायल श्रमिकों को ₹50-50 हजार की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी.”

इसके अलावा उन्होंने आगे लिखा कि हमारे कैबिनेट मंत्री श्री नागर सिंह चौहान सहित पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को समन्वय हेतु दुर्घटना स्थल पर भेजा गया है. संकट की इस घड़ी में हमारी सरकार पीड़ितों के परिवारों के साथ खड़ी है. हर संभव मदद की जा रही है. 

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