गजा फिलिस्तीनी लोग हमास के विरोध में उतर आए हैं. उत्तरी गजा के बेट लाहिया इलाक़े में 25 मार्च को फिलिस्तीनी लोग इकट्ठा हुए. सोशल मीडिया पर इनकी तस्वीरें और वीडियोज़ वायरल हैं. CNN और NYT जैसे अमेरिकी मीडिया संगठनों ने इनमें से कुछ वीडियोज़ को वेरिफाई भी कराया. CNN ने लोगों की संख्या हज़ारों में बताई. इन वीडियोज़ में देखा जा सकता है कि लोगों के हाथों में तख़्तियां हैं. और वे हमास विरोधी नारे लगा रहे हैं. क्या कह रहे हैं लोग?
गजा में बड़ा उलटफेर, हमास के खिलाफ उतरे फिलिस्तीनी, लेकिन क्यों?
गज़ा में मरने वालों की संख्या 50 हज़ार के पार पहुंच गई है. इज़रायल चाहता है कि हमास सभी बंधकों को रिहा कर दे. हमास की क़ैद में अब भी क़रीब 59 बंधक हैं. इज़रायल ने धमकी दी है कि जब तक हमास बंधकों को रिहा नहीं करेगा, तब तक वो हमले जारी रखेगा. और, इन्हीं हमलों के बीच हमास का विरोध शुरू हो गया है.
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"हमास आतंकवादियों का समूह है… हमें शांत और सामान्य जीवन चाहिए… हमास गजा से बाहर चला जाए."
न्यूज़ एजेंसी AFP से एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “लोग थक चुके हैं. अगर हमास का गजा की सत्ता छोड़ देना ही एकमात्र रास्ता है, तो हमास गजा के लोगों को बचाने के लिए सत्ता से पीछे क्यों नहीं हट जाता?”
15 महीनों की लड़ाई के बाद 17 जनवरी, 2025 को दोनों पक्ष तीन चरणों में युद्धविराम लागू करने के लिए तैयार हुए थे. 19 जनवरी को पहला चरण शुरू हुआ. 1 मार्च को ख़त्म भी हो गया. लेकिन दूसरे चरण पर बात बन नहीं पाई थी. क्योंकि अगले चरणों पर बढ़ते हुए कुछ सवालों के जवाब ढूंढने थे जो दोनों ही पक्षों के लिए मुश्किल थे.
इज़रायल बार-बार ये कहता रहा है कि वो हमास के ख़ात्मे के बग़ैर जंग ख़त्म नहीं करेगा. और, अगर ऐसा है तो ये सवाल पैदा होने ही थे कि जंग के बाद गजा पर शासन कौन करेगा? हमास का क्या होगा? इजरायल के साथ गजा का भविष्य का रिश्ता कैसा होगा? इसके लिए कोई स्पष्ट दृष्टिकोण मौजूद नहीं था. बहरहाल, युद्धविराम आगे नहीं बढ़ा और इज़रायल ने गजा में पहुंचने वाली मानवीय मदद पर रोक लगा दी. खाने, पानी और ईंधन की किल्लत शुरू हुई.
रमज़ान के महीने में इन बुनियादी ज़रूरतों का न होना और भी मुश्किलें पैदा करने लगा. 18 मार्च को इज़रायल ने युद्धविराम भंग कर दिया. फिर से हवाई हमले शुरू कर दिए. उसने गजा में अपनी सेना भी उतार दी है. गजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक़ 18 मार्च, 2025 से अब तक 700 से ज़्यादा लोग मारे जा चुके हैं.
कुल मिलकर गज़ा में मरने वालों की संख्या 50 हज़ार के पार पहुंच गई है. इज़रायल चाहता है कि हमास सभी बंधकों को रिहा कर दे. हमास की क़ैद में अब भी क़रीब 59 बंधक हैं. इज़रायल ने धमकी दी है कि जब तक हमास बंधकों को रिहा नहीं करेगा, तब तक वो हमले जारी रखेगा. और, इन्हीं हमलों के बीच हमास का विरोध शुरू हो गया है. Palestinian Center for Policy and Survey Research (PSR) के एक सर्वे के मुताबिक़ फिलिस्तीनियों के बीच हमास के लिए समर्थन 7 अक्टूबर, 2023 के तुरंत बाद 42% था, जबकि जनवरी 2025 में केवल 21% रह गया है.
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