विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लोकसभा में राहुल गांधी के गंभीर आरोपों पर जवाब दिया है (S Jaishankar replies Rahul Gandhi). उन्होंने राहुल गांधी पर ‘झूठ’ बोलने का आरोप लगाया है. कांग्रेस सांसद ने लोकसभा में आरोप लगाया था कि एस जयशंकर अपने विदेश दौरों में वहां की सरकारों से पीएम मोदी को ‘बुलाने का आग्रह’ करते हैं.
"राहुल गांधी ने जानबूझकर झूठ बोला...', अब एस जयशंकर ने पलटवार में क्या कहा?
राहुल गांधी ने लोकसभा में आरोप लगाया था कि एस जयशंकर अपने विदेश दौरों में वहां की सरकारों से पीएम मोदी को ‘बुलाने का आग्रह’ करते हैं. अब S Jaishankar ने कहा है कि अमेरिकी यात्रा के दौरान किसी भी स्तर पर पीएम मोदी के संबंध में निमंत्रण पर चर्चा नहीं की गई.

इसके बाद 3 फरवरी को ही विदेश मंत्री ने X पर पोस्ट कर लिखा,
“विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने जानबूझकर दिसंबर 2024 में मेरी अमेरिका यात्रा के बारे में झूठ बोला. मैं बाइडन प्रशासन के विदेश मंत्री और NSA से मिलने गया था. साथ ही मैंनें हमारे कॉन्सल्स जनरल की एक सभा की अध्यक्षता भी की. मेरी यात्रा के दौरान, NSA डेजिग्नेट ने भी मुझसे मुलाकात की.”
जयशंकर ने आगे कहा कि किसी भी स्तर पर पीएम के संबंध में निमंत्रण पर चर्चा नहीं की गई. उन्होंने लिखा,
राहुल ने क्या कहा था?“ये सभी को पता है कि हमारे पीएम ऐसे आयोजनों में शामिल नहीं होते हैं. वास्तव में भारत का प्रतिनिधित्व आमतौर पर स्पेशल राजदूत द्वारा किया जाता है. राहुल गांधी के झूठ का उद्देश्य राजनीतिक हो सकता है. लेकिन वो विदेश में राष्ट्र को नुकसान पहुंचाते हैं.”
राहुल गांधी ने लोकसभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर पर आरोप लगाया कि वो अपने विदेश के दौरों में वहां की सरकारों से पीएम मोदी को ‘बुलाने का आग्रह’ करते हैं. उन्होंने चीन से सीमाई विवाद पर भी मोदी सरकार को जमकर घेरा. 3 फरवरी को सदन में राहुल गांधी के इस बयान पर बीजेपी के सांसदों ने कड़ी आपत्ति जताई. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि विपक्ष के नेता को इस तरह की बयानबाजी से बचना चाहिए.
कांग्रेस सांसद ने कहा,
"अगर हमारा प्रोडक्शन सिस्टम अच्छा होता तो विदेश मंत्री को विदेश जाकर बार-बार अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में प्रधानमंत्री को बुलाने के लिए कई बार आग्रह ना करना पड़ता."
इसी के बाद सरकार की तरफ से किरेन रिजिजू ने जवाब दिया, और कहा,
"विपक्ष के नेता को इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए. यहां गंभीर विषय पर चर्चा चल रही है. राहुल गांधी ठोस जानकारी सामने रखें."
लेकिन कुछ ही देर बाद राहुल गांधी ने एक और हमला किया. उन्होंने कहा,
"दावा है कि हमने चीन को अपना एक इंच इलाका भी चीन को नहीं दिया है. लेकिन हमारी सेनाएं इस मसले के समाधान के लिए चीनी अधिकारियों से कई मीटिंग्स कर रही हैं."
जब सत्ता पक्ष की तरफ से विरोध जताया गया तो राहुल गांधी ने तंज़ कसते हुए कहा, “मैं आपकी दिमागी शांति भंग करने के लिए माफी मांगता हूं. मैं ये सवाल को उठाने के लिए माफी मांगता हूं.” इस पर रिजिजू ने कहा, “आपने सदन में झूठ बोला है. आपको देश के मामले में तो एक होना चाहिए.”
‘चीन हमारी जमीन पर काबिज’राहुल गांधी ने चीन पर भारतीय जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए कहा,
“पीएम ने इसे खारिज किया. लेकिन सेना ने कहा कि 4000 स्क्वायर किलोमीटर जमीन पर चीन काबिज है.”
राहुल की इस बयान पर सत्ता पक्ष के सांसदों ने आपत्ति जताई. उन्होंने राहुल से कहा,
“ये गंभीर विषय है. आप ऐसा मत बोलिए, ये देश के लिए ठीक नहीं है. आपको सीरियस होना पड़ेगा.”
वहीं स्पीकर ओम बिरला ने राहुल गांधी से अपनी बातों के पक्ष में तथ्य सदन पटल पर रखने के लिए कहा. इस पर राहुल गांधी ने सेनाध्यक्ष के बयान का ज़िक्र करते हुए कहा, “चीन हमारे देश की जमीन पर काबिज है. ये फैक्ट है. फैक्ट ये है कि वॉर इंडस्ट्रियल सिस्टम पर निर्भर है और इसमें वह हमसे आगे हैं और यही वजह है कि चीन हमारे यहां बैठा है और मेक इन इंडिया नाकाम रहा है.”
राहुल ने ये भी दावा किया कि चीन टेक्नोलॉजी में भारत से ‘10 साल आगे’ है.
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