बीजेपी नेता मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ ‘भड़काऊ’ भाषण देने के आरोप में दो FIR दर्ज की गई हैं. ये FIR कोलकाता के पुलिस थानों में दर्ज हुई हैं. मामला भाजपा सदस्यता अभियान के दौरान हुए एक कार्यक्रम से जुड़ा है. BNS की धारा 192 और 196 के तहत FIR दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है (FIR against Mithun Chakraborty).
मिथुन चक्रवर्ती पर 'भड़काऊ' भाषण के आरोप में दो FIR दर्ज, क्या कहा था?
ये FIR कोलकाता के पुलिस थानों में दर्ज हुई हैं. मामला भाजपा सदस्यता अभियान के दौरान हुए एक कार्यक्रम का है.
मिथुन पर आरोप है कि उन्होंने रैली के दौरान जो भाषण दिए वो 'भड़काऊ' हैं और इससे सामाजिक सद्भाव ‘बिगड़’ सकता है. उनके खिलाफ कौशिक साहा नाम के एक व्यक्ति ने FIR दर्ज कराई है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मिथुन के खिलाफ एक मामला बिधाननगर दक्षिण पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है, जबकि दूसरी FIR ‘विशिष्ट शिकायत’ के आधार पर बोबाजार पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मिथुन के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. जिसमें 192 (जानबूझकर दंगा भड़काने के लिए उकसाना) और 196 (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) शामिल है.
पश्चिम बंगाल में 13 नवंबर को 6 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. पिछले महीने दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किए गए मिथुन चक्रवर्ती के बयान से पश्चिम बंगाल का राजनीतिक माहौल गर्मा गया है. बीती 27 अक्टूबर को साल्टलेक इलाके में बीजेपी के सदस्यता अभियान से जुड़ा एक कार्यक्रम हुआ था. इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद थे. उन्होंने कहा था कि बीजेपी पश्चिम बंगाल में सत्ता के लिए ‘कुछ भी करने के लिए’ तैयार है. इसके बाद उन्होंने टीएमसी नेता हुमायूं कबीर के लोकसभा में दिए एक बयान का जिक्र किया.
इस बयान में कबीर ने कहा था,
“अगर मैंने तुम्हें दो घंटे के भीतर भागीरथी (नदी) में नहीं फेंक दिया, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा. आप 30% हैं, लेकिन हम 70% हैं. अगर आप सोचते हैं कि आप मस्जिदों को ध्वस्त कर सकते हैं और मुसलमान आराम से बैठ जाएंगे, तो आप गलत हैं.”
चुनाव आयोग ने हुमांयू कबीर के इस बयान का संज्ञान लिया था. बाद में टीएमसी नेता के इसी बयान का जिक्र करते हुए मिथुन ने रैली में कहा,
“उन्होंने कहा कि यहां की 70% आबादी मुस्लिम है और 30% हिंदू. अगर तुम भागीरथी नदी में फेंकोगे तो एक दिन हम भी तुम्हें फेकेंगे. लेकिन भागीरथी नदी में नहीं, क्योंकि वो हमारी मां है. हम तुम्हें दूसरी ओर दफना देंगे.”
मिथुन पर FIR दर्ज किए जाने की पश्चिम बंगाल बीजेपी ने निंदा की है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने कहा है कि ममता बनर्जी की सरकार ने अपने राजनीतिक हितों के लिए पुलिस का ‘बेजा’ इस्तेमाल किया है.
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