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राहुल गांधी की रैली में नकली संविधान? BJP के आरोप के बाद 'लाल किताब' का सच पता लगा

BJP का आरोप है कि सुरेश भर सभागृह में आयोजित राहुल गांधी के कार्यक्रम के दौरान लोगों के बीच संविधान की किताब बांटी गई, जो एक नोटपैड निकला और इसके अंदर के पन्ने खाली थे. अब इस पर कांग्रेस पार्टी की तरफ से जवाब आया है. क्या कहा उन्होंने?

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BJP नेे सोशल मीडिया पर कई वीडियो शेयर किए हैं.
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योगेश पांडे

कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) संविधान सम्मेलन में भाग लेने नागपुर पहुंचे थे. BJP का आरोप है कि सुरेश भर सभागृह में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान लोगों के बीच संविधान की किताब बांटी गई, जो एक नोटपैड था और इसके अंदर के पन्ने खाली थे. किताब के ऊपर ‘The Constitution of India’ (भारत का संविधान) लिखा था. पहले पन्ने पर ‘Preamble’ (प्रस्तावना) लिखा था.

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के माहौल के बीच BJP ने इसे मुद्दा बनाया है. भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया और लिखा,

"राहुल गांधी की बैठक में संविधान की ये प्रति बांटी गई. ये कांग्रेस की गारंटी की तरह ही कोरी निकली. नकली गांधी की ही तरह ये भी नकली है. ये कांग्रेस द्वारा संविधान और बाबा साहब आंबेडकर का अपमान है. इसके लिए जनता उनको दंड देगी."

भाजपा महाराष्ट्र के आधिकारिक X हैंडल से भी इस मामले पर एक पोस्ट किया गया है. उन्होंने लिखा,

“संविधान सिर्फ बहाना है. लाल पुस्तक को बढ़ाना है. मोहब्बत के नाम पर सिर्फ नफरत फैलाना है…”

Congress ने क्या जवाब दिया?

महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा है कि BJP राहुल गांधी के नागपुर दौरे से डरी हुई है. उन्होंने कहा कि संविधान सम्मेलन में आए लोगों को नोटपैड औ कलम दिए जाते हैं. भाजपा उसी नोटपैड का वीडियो बनाकर बेतुके आरोप लगा रही है. वडेट्टीवार के मुताबिक, ऐसा करने में दूर-दूर तक कोई समझदारी नहीं है. उन्होंने X पर लिखा, 

“फेक नैरेटिव बनाने वालो डरो मत... संविधान और राहुल गांधी समय-समय पर तुम्हारे झूठ का पर्दाफाश करेंगे! ये तो बस शुरुआत है…”

विजय वडेट्टीवार के इस X पोस्ट पर महाराष्ट्र भाजपा ने फिर से पलटवार किया. लिखा,

“सच स्वीकारने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद. राहुल गांधी के ‘नकली संविधान’ का खुलासा होने के बाद विजय वडेट्टीवार इसे संभालने आए हैं. दरअसल, संविधान का आवरण लगाकर उसे नोटपैड की तरह उपयोग करना भी डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा लिखे गए संविधान का अपमान है. कांग्रेस ने इससे पहले भी कई बार संविधान को पैरों तले रौंदा है, और अब संविधान का आवरण नोटपैड के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. संविधान को नोटपैड की तरह इस्तेमाल करते समय क्या आपने अपनी बुद्धि गिरवी रख दी थी? केवल आवरण दिखाना और जनता को भ्रमित करना आपकी नकली कहानी का हिस्सा है. इसका सीधा जवाब महाराष्ट्र की जनता 20 तारीख को अपने मतों से देगी.”

बतादें कि महाराष्ट्र में 288 सीटों के लिए 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. वोटों की गिनती 23 नवंबर को होनी है.

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