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नोएडा में दंपती चला रहा था पॉर्न वीडियो रैकेट, ED ने छापा मारा तो घर पर ही मिलीं मॉडल्स

इस स्टूडियो से साइप्रस बेस्ड टेकिनस लिमिटेड नाम की कंपनी के लिए अश्लील कॉन्टेंट अपलोड किया जाता था. ED ने खुलासा किया कि Technius कंपनी Xhamster और Stripchat जैसी पॉर्न वेबसाइट्स चलाती है. यह कपल सोशल मीडिया पर विज्ञापन देकर मॉडल्स की भर्ती करता था. वेबकैम से शूट होने वाले अश्लील वीडियो में ये मॉडल्स नजर आती हैं.

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वेबकैम से शूट करते थे अश्लील कॉन्टेंट. (India Today)

उत्तर प्रदेश के नोएडा में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पॉर्न कॉन्टेंट बनाने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. ये लोग अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें पॉर्न साइट्स पर अपलोड करते हैं. ED ने नोएडा में Subdigi Ventures Private Limited के यहां छापा मारा. यह कार्रवाई फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) के तहत की गई. एक दंपती इस कंपनी के डायरेक्टर हैं. जांच में खुलासा हुआ कि उज्जवल किशोर और नीलू श्रीवास्तव अपने घर से ही एडल्ट वेबकैम स्टूडियो चला रहे थे.

इंडिया टुडे से जुड़े अरविंद की रिपोर्ट के मुताबिक, इस स्टूडियो से साइप्रस बेस्ड टेकिनस लिमिटेड नाम की कंपनी के लिए अश्लील कॉन्टेंट अपलोड किया जाता था. ED ने खुलासा किया कि Technius कंपनी Xhamster और Stripchat जैसी पॉर्न वेबसाइट्स चलाती है. यह कपल सोशल मीडिया पर विज्ञापन देकर मॉडल्स की भर्ती करता था. वेबकैम से शूट होने वाले अश्लील वीडियो में ये मॉडल्स नजर आती हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक तलाशी के दौरान कपल के लिए काम करने वाली वेबकैम मॉडल्स उनके घर पर पाई गईं. उनके बयान दर्ज किए गए हैं. जांच से पता चला है कि कपल ने गलत तरीके से ‘पर्पज कोड’ देकर अपने बैंक खातों में विदेशी पैसा लिया. बैंकों को एडवर्टाइजिंग, मार्केट रिसर्च और जनमत सर्वेक्षण सेवाओं के तौर पर गलत तरीके से पर्पज कोड दिए गए.

अब तक की जांच में बैंकों में 15.66 करोड़ रुपये की अवैध विदेशी फंडिंग का पता चला है. इस रकम का 75 फीसदी हिस्सा उज्ज्वल किशोर और नीलू श्रीवास्तव खुद रखते थे, जबकि 25 फीसदी मॉडल्स के बीच बांटते थे. ED बैंक ट्रांजेक्शन और अन्य वित्तीय लेन-देन की गहराई से जांच कर रही है. इस मामले में ED जल्द ही और गिरफ्तारियां कर सकती है.

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