कुत्तों को हमेशा से इंसान का सबसे वफ़ादार साथी माना जाता रहा है. लेकिन रूस की एक कुतिया Belka की कहानी इस बात को प्रूफ भी करती है. बेल्का ने अपने मालिक को खोने के बाद कुछ ऐसा किया कि उसकी कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
मालिक की नदी में डूबकर मौत, पालतू कुतिया कई दिन उसके बाहर आने का इंतजार करती रही
इस कहानी से लोगों को 2020 में चीन के वुहान में ज़ियाओ-बाओ नाम के सात साल के कुत्ते की कहानी याद आ गई. अपने मालिक के कोरोनावायरस से मरने के बाद, ज़ियाओ-बाओ ने अपने मालिक के वापस आने की उम्मीद में तीन महीने से ज़्यादा समय तक वुहान ताइकांग अस्पताल में इंतज़ार किया था.
The Sun की रिपोर्ट के मुताबिक 59 साल का एक व्यक्ति रूस के ऊफ़ा क्षेत्र में जमी हुई नदी के पास साइकिल चला रहा था. लेकिन कुछ समय बाद बर्फ़ टूट गई, जिससे वह बर्फीले पानी में गिर गया. एक आदमी ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन नदी की तेज़ धाराओं की वजह से वो बाहर नहीं आ पाए और उनकी मौत हो गई.
घटना 24 नवंबर की है. बाद में बचाव दल ने कई दिनों तक खोज की. और फिर ऊफ़ा नदी में नीचे की ओर उस व्यक्ति का शव बरामद हुआ. जब यह सब हो रहा था, उस वक्त बेल्का भी वही थी. चार दिनों तक, वफ़ादार कुतिया नदी के किनारे से जाने से इनकार करती रही, ऐसा लगता था कि वह अपने मालिक के लौटने का इंतज़ार कर रही थी. यहां तक कि जब उस आदमी का परिवार उसे घर ले गया, तब भी बेल्का बार-बार उसी जगह पर लौटी, मानो फिर से मिलने की उम्मीद से भरी हुई थी.
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बाद में किसी ने बेल्का की कहानी को सोशल मीडिया पर शेयर किया. जिसमें लोगों ने कुत्तों की वफ़ादारी को ढूंढा. इससे लोगों को 2020 में चीन के वुहान में ज़ियाओ-बाओ नाम के सात साल के कुत्ते की कहानी याद आ गई. अपने मालिक के कोरोनावायरस से मरने के बाद, ज़ियाओ-बाओ ने अपने मालिक के वापस आने की उम्मीद में तीन महीने से ज़्यादा समय तक वुहान ताइकांग अस्पताल में इंतज़ार किया था.
अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा उसे दूसरी जगह ले जाने के प्रयासों के बावजूद, ज़ियाओ-बाओ वापस वही आ जाता था. इस दौरान, कर्मचारियों ने उसका ख्याल रखा, यह सुनिश्चित किया कि उसे खाना मिले और इंतज़ार करते समय उसकी देखभाल की जाए.
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