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आजमगढ़ में पुलिस दलित युवक को पकड़ कर ले गई, दो दिन बाद थाने में ही शव मिला, भारी हंगामा

Azamgarh Dalit Police Custody Death: पुलिस का कहना है कि युवक ने थाने के शौचालय में अपनी जान दे दी. जबकि युवक के परिवार वालों का आरोप है कि पुलिसिया कार्रवाई के दौरान उसकी पिटाई की गई, जिससे उसकी मौत हो गई.

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पुलिस का दावा है कि युवक ने थाने के शौचालय में अपनी जान दे दी, जबकि युवक के परिवार वालों का दावा इससे उलट है. (फ़ोटो - आजतक)
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राजीव कुमार

उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ ज़िले में एक दलित युवक की पुलिस कस्टडी में मौत से विवाद खड़ा हो गया है (Dalit death Azamgarh Police Station). युवक के परिवार वालों और ग्रामीणों ने थाने पहुंचकर जमकर हंगामा किया है. मृतक को अपने गांव की एक युवती का यौन शोषण करने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था. पुलिस का कहना है कि युवक ने थाने के ‘शौचालय में अपनी जान दे दी’. जबकि युवक के परिवार वालों का आरोप है कि पुलिसिया कार्रवाई के दौरान उसकी ‘पिटाई’ की गई, जिससे उसकी मौत हो गई.

घटना आज़मगढ़ के तरवा थाना क्षेत्र की है. आजतक से जुड़े राजीव कुमार की ख़बर के मुताबिक़, आजमगढ़ के SSP ने बताया है कि शुरुआती जांच में पुलिस की लापरवाही सामने आई है. ऐसे में थाना अध्यक्ष, सब इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है. आगे की जांच की जा रही है.

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मामला क्या है?

रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा भी बताया जा रहा है कि दलित युवक का गांव की ही एक युवती से ‘संबंध’ था. युवती के परिवार वालों ने तरवा थाने में युवक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. बीते दो दिनों से युवक से पूछताछ की जा रही थी. लेकिन बाद में थाने में ही उसकी मौत की खबर सामने आई. पुलिस का कहना है कि युवक 30 मार्च की देर रात ‘शौचालय’ गया, लेकिन बहुत देर तक लौटा नहीं. ऐसे में जब पुलिस वालों ने वहां जाकर देखा, तो पाया कि वो अपनी ‘जान दे चुका था’. 

जैसे ही घटना की जानकारी युवक के परिवार वालों को मिली वे आसपास के ग्रामीणों के साथ पुलिस थाने पहुंच गए. उन्होंने कथित तौर पर थाने और सड़कों पर जगह-जगह जाम लगा दिया.

परिवार वालों का आरोप है कि थाने में युवक के साथ पिटाई की गई और मौत होने पर थाने से डेड बॉडी को ‘गायब’ कर दिया गया. उनका है कि पुलिस ने जानबूझकर मृतक की पिटाई की, इसी के चलते उसकी मौत हुई है. थाने पहुंचे लोगों ने शव की जांच की मांग की है. उनका कहना है कि जब तक डेड बॉडी की जांच नहीं होगी, वे मौके पर जमे रहेंगे और घटना का विरोध जारी रखेंगे.

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