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'टिकटॉक वीडियो देख रूस के लिए लड़ने निकल लिए... ' यूक्रेन में पकड़े गए चीनी नागरिक ने अब सब बताया

यूक्रेन में गिरफ़्तार चीनी नागरिक वांग गुआंगजुन ने बताया कि वो चीन में एक रिहैब थेरेपिस्ट का काम करता था.

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चीनी नागरिक ने दावा किया कि वो रूसी सेना का महिमामंडन करने वाले टिकटॉक क्लिप से प्रेरित था. (फ़ोटो - AFP)

यूक्रेनी सेना ने रूस के लिए लड़ते हुए जिस चीनी नागरिक को पकड़ा था, उसने दावा किया है कि वो ऐसे टिकटॉक वीडियोज़ से प्रेरित था, जिसमें रूसी सेना का महिमामंडन किया जा रहा था. उसने विस्तार से बताया है कि वो कैसे यूक्रेन के डोनेत्स्क इलाक़े तक पहुंचा.

9 अप्रैल को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने दावा किया कि 155 से ज़्यादा चीनी नागरिक रूस की तरफ से यूक्रेन में युद्ध लड़ रहे हैं. इसी दौरान उन्होंने ये भी बताया कि यूक्रेनी सेना ने रूस की तरफ से जंग लड़ रहे 2 चीनी नागरिकों को पूर्वी यूक्रेन से पकड़ा है.

इन्हीं दोनों चीनी नागरिकों के साथ यूक्रेनी अधिकारियों ने 15 अप्रैल को प्रेस कॉन्फ़्रेंस की. इस प्रेस कॉन्फ़्रेंस में 34 साल के चीनी नागरिक वांग गुआंगजुन ने बताया कि वो चीन में एक रिहैब थेरेपिस्ट का काम करता था. इंडिया टुडे की ख़बर के मुताबिक़, उसने कहा,

2024 की गर्मियों में मेरी नौकरी चली गई और ऑनलाइन ज़्यादा समय बिताने का मौक़ा मिला. इस दौरान, मेरे टिकटॉक अकाउंट पर रूस समर्थक वीडियो की बाढ़ आ गई. इनमें रूसी सेना शानदार दिखती थी. जब आप चीन में होते हैं और आपके पास सैनिक बनने का कोई मौका नहीं होता और आपको इस तरह का अवसर मिलता है, तो आपके दिल में हलचल सी होती है.

वांग गुआंगजुन ने बताया कि उसे एक रूसी रिक्रूटर ने एक गैर-लड़ाकू रोल (Non-Combat Role) में जॉब देने की बात कही. उसने 2,000 से 3,000 अमेरिकी डॉलर हर महीने सैलरी देने का वादा किया था.

लेकिन इस साल की शुरुआत में रूस की राजधानी मॉस्को में वांग के बैंक कार्ड और फ़ोन ज़ब्त कर लिया गया. फिर उसे सीधे एक मिलिट्री ट्रेनिंग कैंप में भेज दिया गया. कुछ दिनों बाद, उसे पूर्वी यूक्रेन में तैनात किया गया.

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दूसरे ने क्या बताया?

दूसरे गिरफ़्तार व्यक्ति झांग रेनबो ने बताया कि वो एक फायर फाइटर है. झांग ने दावा किया कि दिसंबर में छुट्टी के दौरान उससे संपर्क किया गया था. लेकिन तब उसे लगा था कि काम कुछ दिनों के लिए ही था. झांग ने प्रस्ताव स्वीकार कर लिया. लेकिन मार्च, 2025 तक उसे भी जंग के लिए भेज दिया गया. बाद में उसे और वांग को यूक्रेन में पकड़ लिया गया.

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