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दिल्ली जाने की तैयारी में थे भूपेश बघेल, घर पहुंच गई CBI, रेड की 'टाइमिंग' पर भड़की कांग्रेस

भूपेश बघेल के घर पर सीबीआई की रेड पड़ी है. इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस नेता सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि छापेमारी बताती है कि सत्तारूढ़ भाजपा बघेल से डरी हुई है.

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CBI ने बघेल के आवास पर छापेमारी की है. (फ़ोटो - PTI)

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) के घर सीबीआई का छापा पड़ा है. बुधवार को सीबीआई की टीमें बघेल के रायपुर और भिलाई स्थित ठिकाने पर पहुंची थीं. भूपेश बघेल के अलावा उनके कई करीबी और सहयोगियों के यहां भी रेड पड़ी है. छापेमारी के बाद भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर बताया कि उन्हें कांग्रेस की एक अहम बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली जाना था. इसी समय सीबीआई ने उनके घर पर छापेमारी की. बघेल के अलावा कई और कांग्रेस नेताओं ने भी सीबीआई की ‘टाइमिंग’ पर सवाल उठाए हैं.

हालांकि, CBI ने अब तक ये साफ नहीं किया है कि जांच किस मामले में चल रही है. PTI ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप 'घोटाले' से जुड़े मामले में ये कार्रवाई हुई है. रायपुर और दुर्ग ज़िलों में कांग्रेस के कुछ अन्य नेताओं और पुलिस अधिकारियों के परिसरों पर भी छापे मारे गए हैं. रेड की टाइमिंग के बहाने कांग्रेस के तमाम नेताओं ने इस सीबीआई एक्शन पर सवाल उठाए हैं.

भूपेश बघेल के दफ्तर ने कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए X पर पोस्ट किया,

अब CBI आई है. आज 26 मार्च को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का दिल्ली जाने का कार्यक्रम है. क्योंकि आगामी 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद (गुजरात) में होने वाली AICC की बैठक के लिए गठित ‘ड्राफ़्टिंग कमेटी’ की मीटिंग होनी है. उससे पहले ही CBI रायपुर और भिलाई निवास पहुंच चुकी है.

वहीं, छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने छापेमारी को लेकर BJP पर निशाना साधा है. उन्होंने दावा किया कि सत्ताधारी भाजपा भूपेश बघेल से डरी हुई है. सुशील आनंद ने कहा,

जबसे भूपेश बघेल पंजाब के पार्टी प्रभारी बने हैं, BJP डरी हुई है. पहले उनके आवास पर ED भेजा गया और अब CBI भेजी गई है. ये BJP के डर को दिखाता है. जब BJP राजनीतिक रूप से लड़ने में विफल हो जाती है तो वह अपने विरोधियों के ख़िलाफ़ सेंट्रल एजेंसियों का इस्तेमाल करती है.

सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि इससे पहले भी CBI ने 7 साल पुराने कथित सीडी मामले में भूपेश बघेल के खिलाफ मामला दर्ज किया था. लेकिन कोर्ट ने हाल ही में उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया. छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने भी इस घटना को लेकर जांच एजेंसियों और BJP की निंदा की है. उन्होंने X पर पोस्ट किया,

बाबा भूपेश बघेल को एजेंसियां परेशान कर रही हैं. ये बेहद निंदनीय है. ये सिर्फ़ भूपेश बघेल की छवि को खराब करने की BJP की नाकाम कोशिश है. प्रदेश की BJP सरकार छत्तीसगढ़ को चला नहीं पा रही है, इसीलिए जनता से जुड़े मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ऐसी कोशिशें हो रही हैं. BJP द्वारा राजनीतिक द्वेष की भावना से की जा रही ये कार्रवाई लोकतंत्र का हनन है.

ED भी पहुंची थी

इससे पहले 10 मार्च को भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल के ठिकानों पर ED के अधिकारी छापा मारने पहुंचे थे. अधिकारियों ने बताया कि शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच में चैतन्य बघेल का नाम भी सामने आया था. ऐसे में चैतन्य और अन्य लोगों के 14 ठिकानों पर छापेमारी की गई. भूपेश बघेल ने इस दौरान अपने बेटे का बचाव किया था और केस को झूठा बताया था. 

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हालांकि, भूपेश बघेल के घर ताजा छापेमारी महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप 'घोटाले' से जुड़ी हुई है. बताया गया कि इस घोटाले की जांच के तहत 2,295 करोड़ रुपये की संपत्ति ज़ब्त, कुर्क और फ्रीज की गई है. राज्य सरकार ने पिछले साल इस मामले से जुड़े कई मामले CBI को सौंप दिये थे. इनमें अलग-अलग पुलिस थानों में दर्ज  70 मामले और राज्य की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) में दर्ज एक मामला शामिल है.

वीडियो: भूपेश बघेल के बेटे के घर छापा, 14 ठिकानों पर ED की रेड जारी, 'शराब घोटाले' से जुड़ा है मामला