राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा को पार्टी से निकाल दिया है. आहूजा पर दलितों का अपमान करने का आरोप था. रामगढ़ के पूर्व विधायक आहूजा ने 7 अप्रैल को कांग्रेस के दलित विधायक और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के अलवर में राम मंदिर दर्शन करने के बाद गंगाजल से 'शुद्धीकरण' किया था. इस पर एक्शन लेते हुए पार्टी ने रविवार को उन्हें पार्टी से निकाल दिया है. उनकी इस हरकत को अनुशासनहीनता करार दिया गया है.
दलित कांग्रेसी MLA के मंदिर जाने पर किया था 'शुद्धीकरण', भाजपा ने पूर्व विधायक को पार्टी से निकाला
Rajasthan में कांग्रेस के दलित विधायक Tika Ram Jully के मंदिर दर्शन के बाद गंगाजल से 'शुद्धिकरण' करना BJP के पूर्व विधायक Gyandev Ahuja पर भारी पड़ गया. भाजपा ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया है. आहूजा पर दलितों का अपमान करने का आरोप लगा था.

आहूजा पर आरोप लगा कि उनकी हरकत न केवल धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली थी, बल्कि इसे दलितों के खिलाफ एक गंभीर और अपमानजनक कदम माना गया. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे दलितों का 'अपमान' करार दिया था. गहलोत का कहना था कि यह घटना भाजपा की दलितों के लिए 'संकीर्ण मानसिकता' को उजागर करती है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौर ने इस विवाद के बाद आहूजा के खिलाफ अनुशासन समिति की रिपोर्ट पर कार्रवाई की. 27 अप्रैल को उन्होंने आहूजा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने का आदेश दिया. BJP राजस्थान की तरफ से आधिकारिक बयान में कहा गया,
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौर ने पूर्व विधायक ज्ञानचंद आहूजा (ज्ञानदेव आहूजा) के विरुद्ध अनुशासनहीनता प्रमाणित होने पर उनकी भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता समाप्त करने का आदेश प्रदान किया है. उल्लेखनीय है कि भाजपा की प्रदेश अनुशासन समिति ने विस्तृत जांच कर आहूजा के विरूद्ध अपनी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंपी थी.
रविवार को आहूजा BJP की अनुशासन समिति के सामने पेश हुए थे. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने कुछ भी दलित-विरोधी काम नहीं किया. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के प्रोपगेंडा के जाल में फंसकर BJP उन्हें निकालकर गलती कर रही है. आहूजा ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाए जाने का ठीकरा कांग्रेस प्रेसिडेंट मल्लिकार्जुन खरगे समेत कांग्रेस के सीनियर नेताओं पर फोड़ा. उन्होंने यह भी कहा कि वह मानहानि का केस दायर करेंगे.
इससे पहले आहूजा ने अपना बचाव करते हुए कहा था कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. अगर इस बात का जरा सा भी सबूत है कि उन्होंने कुछ गलत किया है, तो वह अपनी मूंछें मुंडवाने के लिए तैयार हैं.
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