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AI नौकरी खाएगा? बिल गेट्स ने बताया इन नौकरियों को कोई खतरा नहीं

गेट्स ने बताया कि AI कोड लिखने में मदद कर सकता है, लेकिन बग्स फिक्स करना, सिस्टम को रिफाइन करना और नए आइडियाज देना इंसानों का ही काम रहेगा. उन्होंने बताया कि AI को बेहतर बनाने के लिए कोडर्स की जरूरत हमेशा रहेगी.

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माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर और बिलेनियर बिल गेट्स. (तस्वीर : इंडिया टुडे)

माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स ने AI के फ्यूचर और नाकरियों पर पड़ने वाले इसके प्रभावों को लेकर भविष्यवाणी की है. NBC के ‘द टुनाइट शो’ में कॉमेडियन जिमी फॉलन से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि आने वाले समय में कई काम AI के द्वारा किये जाने लगेगें. लेकिन तीन प्रोफेशन्स ऐसे हैं जो AI के बढ़ते प्रभाव के बावजूद सुरक्षित रहेंगे. गेट्स का यह इंटरव्यू फरवरी महीने में हुआ था लेकिन इसकी कुछ अहम बातें अब चर्चा में है.

टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, इंटरव्यू में गेट्स ने बताया कि AI अगले 10 साल में मेडिकल एडवाइस, ट्यूशन और डेटा एनालिसिस जैसे क्षेत्रों को बदल देगा. उन्होंने जोर दिया कि AI कई कामों को ऑटोमेट कर देगा, लेकिन इंसानी सोच, क्रिएटिविटी और इनोवेशन की जरूरत हमेशा रहेगी. बिल गेट्स ने कोडर्स (प्रोग्रामर), एनर्जी एक्सपर्ट और बायोलॉजिस्ट्स (जीव वैज्ञानिक) के प्रोफेशन्स को सुरक्षित बताया.

गेट्स ने बताया कि AI कोड लिखने में मदद कर सकता है, लेकिन बग्स फिक्स करना, सिस्टम को रिफाइन करना और नए आइडियाज देना इंसानों का ही काम रहेगा. उन्होंने बताया कि AI को बेहतर बनाने के लिए कोडर्स की जरूरत हमेशा रहेगी.

गेट्स के मुताबिक, बिजली संकट जैसी स्थितियों में इंसानी एक्सपर्ट्स ही फैसला ले सकते हैं. AI एनर्जी डिमांड का अनुमान लगा सकता है, लेकिन पावर ग्रिड में आपातकालीन निर्णय, जियोपॉलिटिकल चुनौतियों का समाधान और सरकारी नियमों को हैंडल करना इंसानों के ही हाथ में होगा.

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गेट्स  ने जीव विज्ञान पर बात करते हुए बताया कि AI डेटा एनालिसिस कर सकता है, लेकिन नई हाइपोथीसिस बनाना, रिसर्च को डिजाइन करना और बड़े वैज्ञानिक खोजों को लीड करना बायोलॉजिस्ट्स का ही काम होगा. उन्होंने कहा कि इंसानी दिमाग ही क्रिएटिव लीप्स ले सकता है, AI नहीं.

AI से कितना खतरा है?

गेट्स ने AI को खतरे से ज्यादा इसे संभावना से भरा बताया. उनके अनुसार, आने वाले समय पर AI जानलेवा बीमारियों का इलाज ढूंढने में मदद करेगा. इससे हर बच्चे को पर्सनलाइज्ड ट्यूशन मिल सकेगा. इसकी मदद से क्लाइमेट चेंज एनर्जी और पर्यावरण समस्याओं का समाधान तेजी से होगा. हालांकि बताया कि AI के कारण कुछ नौकरियां जरूर खत्म होंगी, इससे रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे.

युवाओं पर बात करते हुए गेट्स ने कहा कि AI आने वाले समय की करेंसी हो सकती है. इसलिए युवाओं को इसे करियर का हिस्सा बनाना चाहिए. साथ ही उन्होंने कोडिंग और AI स्टार्टअप्स में अपना भविष्य तलाशने की सलाह दी.

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