दिल्ली में मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) के आवास पर चल रही राजद और कांग्रेस नेताओं की बैठक खत्म हो गई. ये बैठक 2025 की चुनाव रणनीति को लेकर बुलाई गई थी. बैठक में तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) समेत कांग्रेस के तमाम बड़े नेता शामिल रहे. ये करीब 60 मिनट तक चली. मीडिया से बातचीत में तेजस्वी यादव ने इस बैठक को पॉजिटिव बताया है.
दिल्ली में मिले राहुल और तेजस्वी, महागठबंधन में सीट बंटवारे पर पटना में होगा फैसला
Delhi में 15 अप्रैल को कांग्रेस अध्यक्ष Mallikarjun Kharge के आवास पर Congress और RJD नेताओं की बैठक हुई. महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर अनिश्चितता के बीच ये बैठक काफी अहम मानी जा रही है.

तेजस्वी यादव ने कांग्रेस के साथ हुई बैठक पर कहा,
हम सभी ने बैठक की, इसमें काफी पॉजिटिव चर्चा हुई. हम सभी 17 तारीख को पटना में अपने गठबंधन सहयोगियों के साथ बैठेंगे. आगे की रणनीति वहां तय की जाएगी.
महागठबंधन में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर हुए सवाल पर तेजस्वी यादव ने सीधे सीधे कुछ नहीं बताया. उन्होने कहा,
इसको लेकर आप लोग क्यों चिंतित हैं, ये हमारा काम है हम कर लेंगे. हम पूरी तरह से तैयार हैं. और बिहार को मजबूती के साथ आगे ले जाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं.
सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार हाईजैक हो चुके हैं. बिहार में एनडीए की सरकार नहीं बनने जा रही है. तेजस्वी यादव ने आगे एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा,
20 साल से राज्य में 11 साल से केंद्र में एनडीए सरकार है. इनके 20 साल के शासन के बावजूद बिहार सबसे गरीब है. राज्य की प्रति व्यक्ति आय सबसे कम है. यहां से सबसे ज्यादा पलायन होता है. हम मुद्दों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं.
ये भी पढ़ें - कन्हैया कुमार के घर बेगूसराय जाकर पदयात्रा कर राहुल क्या हासिल करना चाहते हैं?
राजद और कांग्रेस की इस बैठक पर जदयू की ओर से प्रतिक्रिया आई है. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा,
राजद को उम्मीद थी कि तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया जाएगा. लेकिन कांग्रेस ने ऐसा नहीं किया. तेजस्वी को वेटिंग लिस्ट में डाल दिया गया.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 17 अप्रैल को होने वाली बैठक में महागठबंधन में शामिल सभी दलों की एक कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाई जाएगी. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस कम से कम 70 सीटों पर दावेदारी कर रही है. लेकिन राजद कांग्रेस को 40 से 50 सीट ही देना चाहती है. राजद लगातार तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाने की मांग कर रही है. लेकिन कांग्रेस अभी इस पर अपने पत्ते खोलने को तैयार नहीं है. ऐसे में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के बीच हुई ये बैठक काफी अहम मानी जा रही है.
वीडियो: नेतानगरी: नीतीश कुमार अपने बेटे को राजनीति में लाने के लिए कैसे तैयार हुए? कन्हैया कुमार के दौरे के पीछे का क्या मकसद है?