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बेंगलुरू में भारी बारिश के बीच गिरी इमारत, 3 लोगों की मौत, मलबे में फंसे कई लोग

बेंगलुरु में बेमौसम बरसात की वजह से रोज़मर्रा के जीवन में व्यवधान और अराजकता तो फैल ही है, बाढ़ के कारण कई दुर्घटनाएं भी हुई हैं.

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किसी को चोट लगने या मौत की ख़बर अभी पुुष्ट नहीं है.

भारी बारिश के बीच बेंगलुरु में एक निर्माणाधीन इमारत ढह गई है. स्थानीय रपटों के मुताबिक़, इसमें 10 से ज़्यादा लोगों के फंसे होने की आशंका है. फ़ायर डिपार्टमेंट ने बताया है कि हादसे में कम से कम तीन लोगों की मौत हुई है. उनके शव को मलबे से निकाला गया है. कुछ लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की भी ख़बर है.

बिल्डिंग, पूर्वी बेंगलुरु के बाबूसापाल्या इलाक़े में है. घटना की जानकारी मिलते ही बचाव दल मौक़े पर पहुंचा. मलबा हटाने और फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने के प्रयास जारी हैं. अब तक तीन लोगों को बचाया गया है.

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अक्टूबर, 2024 में बेंगलुरु और उसके आस-पास के इलाक़ों में बेमौसम मूसलाधार बारिश हुई. इससे रोज़मर्रा के जीवन में व्यवधान और अराजकता फैल गई. शहर की जल निकासी ठप, बिजली व्यवस्था ठप. कई इलाक़ों में गंभीर जलभराव हो गया. आउटर रिंग रोड और कोरमंगला से लेकर इंदिरानगर और बेलंदूर के आस-पास के इलाक़ों तक. जलभराव माने भारी ट्रैफ़िक जाम. बसें, कारें और ऑटो सहित सभी निजी और सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट बंद.

बाढ़ के कारण कई दुर्घटनाएं भी हुई हैं. हाल ही में पानी में डूबे एक लाइव वायर से करंट लगने की वजह से एक युवा सॉफ़्टवेयर इंजीनियर की मौत हो गई थी. ख़राब दृश्यता के चलते कई सड़क दुर्घटनाएं भी रिपोर्ट की गई हैं. 

तुलनात्मक रूप से निचले इलाक़ों में रहने वालों ने बताया कि उनके घरों में पानी घुस गया. उनकी निजी संपत्ति और बिजली के उपकरणों को भारी नुक़सान पहुंचा है. 

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कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार - जो बेंगलुरू विकास विभाग भी संभालते हैं - उन्होंने कहा है कि सरकार प्रकृति को रोक नहीं सकती लेकिन लोगों को परेशानी न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है. उन्होंने न्यूज़ एजेंसी PTI से कहा,

आपने मीडिया में देखा होगा कि दुबई और दिल्ली में क्या हो रहा है. दिल्ली में प्रदूषण और दुबई में बारिश, जो असल में सूखाग्रस्त क्षेत्र हैं. देश के कई हिस्सों में ऐसी ही स्थिति है. हम मैनेज कर रहे हैं. हम प्रकृति को रोक नहीं सकते, लेकिन हम जुटे हुए हैं. 

उन्होंने बताया कि अपार्टमेंट और निचले इलाक़ों से पानी निकालने के लिए पंपों को काम पर लगाया गया है. राज्य और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बलों की टीमें राहत कार्य कर रही हैं.

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