भारत के जाने-माने भरतनाट्यम डांसर जाकिर हुसैन ने तमिलनाडु के त्रिची में श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में एक मुकुट दान किया है. यह बेशकीमती मुकुट रूबी, हीरे, सोना और पन्ना से बना है. यहां सबसे खास बात यह है कि आर्टिस्ट ने आठ साल पहले इस मुकुट पर काम शुरू किया था.
जाकिर हुसैन ने श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में चढ़ाया मुकुट, 600 हीरे, 400 ग्राम सोने से बना है
जाकिर हुसैन ने बताया कि लगभग 200 सालों से मंदिर के देवता को ऐसा मुकुट नहीं चढ़ा था. उनके द्वारा चढ़ाए गए इस मुकुट में 600 से ज्यादा हीरे लगे हुए हैं. इसे मंदिर में चढ़ाने को लेकर भरतनाट्यम डांसर ने क्या-क्या बताया?
बुधवार, 11 दिसंबर को कैसिका एकादशी के दिन यह मुकुट जाकिर हुसैन ने मंदिर के पुजारी को दिया. इस मुकुट में 3160 कैरट मणि, 600 से ज्यादा डायमंड और पन्ना जड़े हुए हैं, जो इसे सबसे खास और बेशकीमती बनाते हैं.
आर्टिस्ट जाकिर हुसैन ने बताया कि लगभग 200 सालों से मंदिर के देवता को ऐसा मुकुट नहीं चढ़ा था. यह पूरा मुकुट एक ही रूबी स्टोन से बना है. इसमें 600 से ज्यादा हीरे लगे हैं और इसके सबसे ऊपर एक पन्ना है. इन सभी खासियतों के कारण यह अपनी तरह का पहला मुकुट बन जाता है. इस मुकुट में 400 ग्राम सोना भी इस्तेमाल हुआ है.
आजतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक जाकिर हुसैन ने बताया कि मुख्य पुजारी मुरली भट्टर (Priest Murali Bhattar ) के साथ देवता रंगनाथर की पूजा करते हुए मुकुट दान का ख्याल उनके मन में आया था. इस मुकुट को गोपालदास जेम्स एंड ज्वेलर्स ने बनाया है.
जाकिर हुसैन ने आगे बताया,
‘यह पत्थर राजस्थान में पाया गया था. लेकिन सही रूबी को खोजने में तीन साल का समय लग गया. वहीं, पत्थर को पीसने वाली टीम ने कहा था कि अगर काम के दौरान स्टोन टूट जाता है तो पूरा खर्च मुझे देना होगा. पर सब सही हुआ.’
हुसैन ने मुकुट में लगने वाली लागत को बताने से मना कर दिया है. लेकिन जब आठ साल पहले मुकुट बनने की शुरुआत हुई थी, तो दावा किया गया था कि इसे बनाने में लगभग 52 लाख रुपये तक का खर्च आ सकता है.
हुसैन ने बताया कि उन्होंने यह मुकुट मंदिर में भक्ति के कारण दान किया है. उन्होंने कहा, ‘मैं मुस्लिम, हिंदू और ईसाई में बिल्कुल भी भेदभाव नहीं करता हूं.’ जाकिर हुसैन के मुताबिक श्रीरंगनाथ स्वामी मंदिर से उनका खास लगाव है. इसलिए वह लंबे समय से यहां आ रहे हैं.
वीडियो: क्या ये तस्वीर अतुल सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया की है? पड़ताल में हमने की इस बात की जांच.