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अमृतपाल के लोग रच रहे थे अमित शाह के हत्या की साजिश, वॉट्सएप चैट लीक हो गया

अमित शाह की हत्या की साजिश में शामिल दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. दोनों एक वॉट्सएप ग्रुप में जुड़े थे, जहां शाह के अलावा बिक्रम मजीठिया और रवनीत बिट्टू की हत्या की साजिश रची जा रही थी.

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वॉट्सएप ग्रुप पर अमित शाह की हत्या की रची जा रही थी साजिश

‘वारिस पंजाब दे’ और ‘अकाली दल मोगा’ नाम से बने दो वॉट्सएप ग्रुप में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) की हत्या की साजिश रची जा रही थी. इससे पहले इस पर कुछ काम हो पाता, चैट लीक हो गई. खुलासा हुआ कि हिटलिस्ट में गृहमंत्री के अलावा केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया का नाम भी शामिल है. साजिश रचने वाले लोग अमृतपाल के समर्थक हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट (NSA) के तहत जेल में बंद है. अमृतपाल की सजा बढ़ाए जाने की वजह से ये लोग गुस्से में हैं.

उनके टारगेट पर तीन लोग हैं. एक जिसकी वजह से अमृतपाल को सजा मिली. मतलब रवनीत बिट्टू. दूसरा जिसने अमृतपाल की गिरफ्तारी के लिए कथित तौर पर 10 करोड़ रुपये दिए यानी बिक्रम मजीठिया और तीसरा वो जिसने तीसरी बार अमृतपाल पर NSA लगाया है. यानी अमित शाह. 

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि साजिशकर्ता ग्रुप में चैट्स के दो स्क्रीनशॉट सामने आए हैं. हालांकि, द लल्लनटॉप इन चैट्स की सत्यता की पुष्टि नहीं करता. 

स्क्रीनशॉट के मुताबिक, वॉट्सएप ग्रुप में पूछा गया कि तीनों की हत्या के लिए कौन जाने को तैयार है? इस पर संधू पवन नाम के शख्स ने लिखा, ‘खालसा जी, मैं शहीदी पाने के लिए तैयार हूं.’ 

2 लोग गिरफ्तार

चैट सामने आया तो पुलिस एक्टिव हुई. अमित शाह से जुड़ा मामला होने की वजह से अमृतपाल के 25 से 30 समर्थकों के खिलाफ तत्काल मोगा में केस दर्ज किया गया. 2 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. 

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इसमें एक तो लुधियाना में खन्ना के न्यू मॉडल टाउन का रहने वाला बलकार सिंह है. दूसरा मोगा का रहने वाला एक नाबालिग लड़का है. मोंगा रेंज के डीआईजी अश्वनी कपूर ने दैनिक भास्कर से इसकी पुष्टि की है कि दोनों साजिश रचने वाले से ग्रुप से जुड़े हैं. जल्दी ही बाकी लोगों की गिरफ्तारी भी हो जाएगी.

कपूर ने कहा, 

अकाली दल वारिस पंजाब दे-मोगा’ नाम के सोशल मीडिया चैट ग्रुप से 4 लोगों की पहचान की गई है. इसमें लगभग 30 सदस्य थे. चैट ग्रुप में मेंबर्स राजनीतिक दलों के नेताओं पर चर्चा कर रहे थे. चैट से लगता है कि ग्रुप के लोग राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत खडूर साहिब से निर्दलीय सांसद की कैद बढ़ाए जाने से परेशान थे. वे नेताओं को निशाना बनाकर बदला लेने पर चर्चा कर रहे थे.

बिट्टू ने लगाए थे आरोप

बता दें कि इससे पहले केंद्रीय राज्य मंत्री बिट्टू ने रविवार को आरोप लगाया था कि अमृतपाल सिंह के नेतृत्व वाले 'वारिस पंजाब दे' से जुड़े कुछ खालिस्तानी तत्व उन्हें और कुछ अन्य राजनेताओं को निशाना बनाने की साजिश कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री ने दावा किया था कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चैट के लीक हुए स्क्रीनशॉट से इसका 'पर्दाफाश' हो गया. 

बिट्टू पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं, जिनकी खालिस्तान समर्थक समूहों ने हत्या कर दी थी. 

बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी ग्रुप से जुड़े सदस्यों को तुरंत गिरफ्तार करने की अपील की है. उन्होंने भगवंत मान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि क्या पुलिस और पंजाब सरकार किसी के मरने का इंतजार कर रही है. 

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