The Lallantop

प्रयागराज का कुंभ मेला क्षेत्र अब अलग जिला होगा, 'टेंट सिटी' के अपने डीएम-SSP भी होंगे

Prayagraj में 13 जनवरी 2025 से 26 फ़रवरी तक महाकुंभ का आयोजन होना है.

post-main-image
नए जिले में 4 तहसीलों के 67 गांव हैं (फोटो-PTI)

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ की तैयारियां जोरों पर हैं. सरकार ने महाकुंभ के लिए सुरक्षा से लेकर हर तरह की व्यवस्था करनी शुरु कर दी है. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने कुंभ क्षेत्र को एक नया जिला घोषित कर दिया है. इस जिले को 'महाकुंभ मेला जनपद' नाम से जाना जाएगा. महाकुंभ के मेले में प्रशासनिक कार्यों को बेहतर तरीके से अंजाम देने के लिए सरकार ने ये कदम उठाया है. इससे पहले उत्तर प्रदेश में कुल 75 जिले थे पर नए डिस्ट्रिक्ट बनने की घोषणा के बाद अब 76 जिले हो जाएंगे.

इस नए जिले में 4 तहसील के अंतर्गत पड़ने वाले 67 गांवों को शामिल किया गया है. इस जिले में तहसील सदर, सोरांव, फूलपुर और करछना को शामिल किया गया है. नया जिला बनने की अधिसूचना जारी हो चुकी है. ये जिला भी किसी अन्य जिले की तरह ही काम करेगा. इसमें डीएम से लेकर एसएसपी जैसे सभी विभागों के पद भी बनाए गए हैं.

प्रयागराज के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने नए जिले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि

"महाकुंभ नगर की सीमा तय करने के लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई थी. कमेटी की रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी जिसे स्वीकृति मिल गई है. स्वीकृति मिलते ही 1 दिसंबर को नए जिले की अधिसूचना जारी कर दी गई. यह अधिसूचना तत्काल प्रभाव से लागू है."

नए बनाए गए इस जिले में आईएएस विजय किरन आनंद को डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट(डीएम) और आईपीएस राजेश द्विवेदी को एसएसपी नियुक्त किया गया है. नए जिले के डीएम को भारतीय नागरिक सुरक्षा 2023 के तहत एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट और जिला मजिस्ट्रेट के सभी अधिकार प्राप्त होंगे. इसके अलावा नए डीएम को उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता 2006, संशोधित अधिनियम 2016 के अंतर्गत कलेक्टर के सभी अधिकारों का उपयोग करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. नए जिल में 4 तहसील के अंतर्गत इन गांवों को शामिल किया जाना है.

तहसील सदर

- कुरैशीपुर उपरहार
- कुरैशी पुर कछार
- कीटगंज उपरहार
-कीटगंज कछार
- बराही पट्टी कछार
- बह्मन पट्टी कछार
- मुस्तफाबाद मुनकस्मा कछार
- मुस्तफाबाद मुनकस्मा उपरहार
- अली पट्टी
- बस्की उपरहार
- बस्की कछार
- अल्लापुर बस्की कछार
- बघाड़ा जहूरुद्दीन
- करनपुर
- बघाड़ा बालन
-चकशेरखां कछार
- शादियाबाद उपरहार
- शादियाबाद कछार
- चांदपुर सलोरी उपरहार
- चांदपुर सलोरी कछार
- गोविंदपुर उपरहार
- पट्टीचिल्ला उपरहार
- पट्टीचिल्ला कछार
- आराजी बारूदखाना उपरहार
- आराजी बारूदखाना कछार

तहसील सोरांव

- बेला कछार बारूदखाना
-पड़िला
- मनसैता

तहसील फूलपुर

- बेला सैलाबी कछार
- औरहा उपरहार
-सिहोरी उपरहार
-सिहोरी कछार
- इब्राहिमपुर उपरहार
- इब्राहिमपुर कछार
- एखलासपुर
- रसूलपुर उपरहार
- रसूलपुर कछार
- फतेहपुर
- चक जमाल
- सोनौटी
- बदरा
- चक फातमा जमीन
- पूरे सूरदास
- झूंसी कोहना
- हवेलिया
- उस्तादपुर महमूदाबाद उपरहार
- उस्तादपुर महमूदाबाद कछार
-  छतनाग कछार

तहसील करछना

- मदनुवा उपरहार
-  मदनुवा कछार
- मवैया उपरहार
- मवैया कछार
- देवरख उपरहार
- देवरख कछार
- अऱैल उपरहार
- अरैल कछार
-चक सैय्यद अरब दरवेश
- चक अराजी खान आलम
- माधोपुर उपरहार
- माधोपुर कछार
- जहांगीराबाद उपरहार
- जहांगीराबाद कछार
- महेवा पट्टी पूरब उपरहार
-महेवा पट्टी पूरब कछार
- महेबा पट्टी पश्चिम कछार
- मीरखपुर कछार
संपूर्ण परेड क्षेत्र

इन 4 तहसीलों में 67 गांव हैं. इसमें फूलपुर तहसील में 20, करछना तहसील में 19, तहसील सदर के 25 और सोरांव के 3 गाँवों को शामिल किया गया है. हालांकि ये पहली बार नहीं है जब किसी आयोजन को देखते हुए नया जिला बनाया गया है. इससे पहले भी प्रयागराज के कुंभ/अर्ध कुंभ और माघ मेले में नया अस्थाई जिला बनाने की परंपरा रही है. मौजूदा कुंभ जिला भी सिर्फ 4 महीनों के लिए बनाया गया है.

वीडियो: अजमेर शरीफ दरगाह के नीचे मंदिर का दावा करने वाली इस किताब में क्या-क्या लिखा गया है?