चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश, पंजाब और केरल में होने वाले विधानसभा उपचुनावों की तारीख बदल दी है. इन राज्यों की 14 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को होने वाली वोटिंग अब 20 नवंबर को होगी. चुनाव आयोग की इस घोषणा के बाद समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया है. आरोप ये कि बीजेपी हार के डर की वजह से उपचुनावों को आगे खिसका रही है. उन्होंने दावा किया कि दिवाली और छठ की छुट्टी में दूसरे राज्यों से वापस लौटे लोग भाजपा को हराने के लिए वोट डालने वाले थे. अखिलेश ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि टालेंगे तो और भी बुरा हारेंगे.
यूपी उपचुनाव की तारीख बदलने पर अखिलेश यादव ने BJP को चुभने वाली बात कह दी
चुनाव आयोग का कहना है कि बीजेपी, कांग्रेस, बसपा, आरएलडी समेत कई राजनीतिक दलों ने उपचुनाव की तारीख बढ़ाने की अपील की थी. इसके बाद ही ये फैसला लिया गया.
4 नवंबर को चुनाव आयोग ने जो प्रेस रिलीज जारी की है, उसमें डेट आगे करने के पीछे त्योहारों को वजह बताया है. आयोग का कहना है कि बीजेपी, कांग्रेस, बसपा, आरएलडी समेत कई राजनीतिक दलों ने उपचुनाव की तारीख बढ़ाने की अपील की थी. इसके बाद ही ये फैसला लिया गया.
इसी पर अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया. उन्होंने लिखा,
"टालेंगे तो और भी बुरा हारेंगे! पहले मिल्कीपुर का उपचुनाव टाला, अब बाक़ी सीटों के उपचुनाव की तारीख़, भाजपा इतनी कमजोर कभी न थी. दरअसल, बात ये है कि यूपी में ‘महा-बेरोजगारी’ की वजह से जो लोग पूरे देश में काम-रोजगार के लिए जाते हैं, वो दिवाली और छठ की छुट्टी लेकर यूपी आए हुए हैं, और उपचुनाव में भाजपा को हराने के लिए वोट डालने वाले थे. जैसे ही भाजपा को इसकी भनक लगी, उसने उपचुनावों को आगे खिसका दिया, जिससे लोगों की छुट्टी खत्म हो जाए और वो बिना वोट डाले ही वापस चले जाएं. ये भाजपा की पुरानी चाल है, हारेंगे तो टालेंगे."
इसी तरह का आरोप मैनपुरी से लोकसभा सांसद डिंपल यादव ने भी लगाया है. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी अच्छा प्रदर्शन कर रही है, इसलिए कुछ तालमेल बैठाकर तारीख आगे बढ़ाई गई है.
उत्तर प्रदेश में 9, पंजाब में 4 और केरल में एक सीट के लिए विधानसभा के उपचुनाव होने हैं. वोटिंग की तारीख बदलने के बावजूद इन सीटों पर उपचुनाव की काउंटिग 23 नवंबर को ही होगी.
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15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा है. बीजेपी, आरएलडी जैसे दलों ने चुनाव आयोग से कहा था कि कार्तिक पूर्णिमा से पहले लोग गंगा किनारे लगने वाले मेले में हिस्सा लेने जाते हैं. वहां लोग अपने परिवार के साथ डेरों में आकर रहते हैं. इसलिए तारीख बढ़ाने की मांग की गई थी.
वहीं, 15 नवंबर को ही पंजाब में गुरु नानक देव का 555वां प्रकाश पर्व मनाया जाएगा. इसके लिए 13 नवंबर से ही अखंड पाठ का आयोजन किया जाएगा. इसी तरह केरल में 13 से 15 नवंबर के बीच कलपथी रथोत्सवम त्योहार मनाया जाएगा. इसी को देखते हुए कांग्रेस ने दोनों जगहों पर उपचुनाव की तारीख बदलने की मांग की थी.
वीडियो: उपचुनाव से पहले UP क्यों पहुंचे Mohan Bhagwat?