टाटा ग्रुप (Tata Group) के स्वामित्व वाली एयर इंडिया (Air India) अमेरिका और चीन के बीच गहराते ट्रेड वॉर का फ़ायदा उठाने पर विचार कर रही है. कंंपनी चीनी एयरलाइनों के लिए बने बोइंग विमानों (Boeing Planes) को खरीदने के अवसर तलाश रही है. अमेरिका से चल रहे ट्रेड वॉर की वजह से ये चीनी सौदा फिलहाल अटका पड़ा है. ऐसे में भारतीय विमान कंपनी की नजर इन प्लेन पर है.
टैरिफ वॉर का फायदा उठाएगी एयर इंडिया, चीन के लिए बने बोइंग विमान 'उड़ाने' की तैयारी: रिपोर्ट
Air India eyes Boeing jets rejected by China: बोइंग चीनी एयरलाइनों के लिए विमानों को तैयार कर रही थी. लेकिन रेसिप्रोकल टैरिफ़ के कारण ये सौदा अटक गया. अब इसी का फ़ायदा एयर इंडिया को हो सकता है.
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ब्लूमबर्ग ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि एयर इंडिया अपने विमान बेड़े को और फैलाने की कोशिश कर रही है. इससे पहले कि नए टैरिफ़ के कारण उनकी डिलीवरी पूरी तरह बाधित हो जाए, वो बोइंग कंपनी के साथ कई विमानों के अधिग्रहण के लिए बातचीत कर रही है. बोइंग चीनी एयरलाइनों के लिए इन विमानों को तैयार कर रही थी. लेकिन रेसिप्रोकल टैरिफ़ के कारण ये सौदा अटक गया.
बता दें, चीन ने अमेरिकी निर्मित वस्तुओं पर 125% तक का रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने फ़ैसला किया था. इसके बाद अमेरिका ने अपनी घरेलू विमानन कंपनियों को बोइंग जेट विमानों की डिलीवरी रोकने का निर्देश दिया था. अब इसी को लेकर एयर इंडिया अपने लिए संभावनाएं तलाश रही है.
ये पहली बार नहीं है जब एयर इंडिया को चीन के पीछे हटने से फ़ायदा हुआ है. मार्च, 2025 तक एयरलाइन ने 41 बोइंग 737 मैक्स जेट स्वीकार किए थे. जो शुरू में चीनी ग्राहकों के लिए बनाए गए थे.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, उस समय कम से कम 10 विमानों को चीनी डिलीवरी के लिए तैयार किया जा रहा था. जबकि कुछ तैयार 737 मैक्स इकाइयां पहले ही अमेरिका को वापस कर दी गई थीं.
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बताते चलें, बोइंग और एयर इंडिया ने हालिया चर्चाओं में इस मुद्दे पर आधिकारिक तौर पर कोई कॉमेंट नहीं किया है.
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