दिल्ली में AAP विधायक नरेश बाल्यान के BJP सांसद हेमा मालिनी पर दिए विवादित बयान के बाद सियासत गरमा गई है. बीजेपी ने इसे लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) पर हमला बोला है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक BJP ने AAP मुखिया अरविंद केजरीवाल से नरेश बाल्यान को पार्टी से निकालने की मांग की है.
AAP विधायक नरेश बाल्यान के बोल, "सब टकाटक होगा...हेमा मालिनी के गालों जैसे..."
सोशल मीडिया पर AAP विधायक नरेश बाल्यान का एक वीडियो क्लिप सामने आया है. इसमें नरेश बाल्यान 'हेमा मालिनी के गालों जैसे रोड' बनाने की बात कहते सुने जा सकते हैं.
सोशल मीडिया पर AAP विधायक नरेश बाल्यान का एक वीडियो क्लिप सामने आया है. इसमें नरेश बाल्यान को हेमा मालिनी का नाम लेते सुना जा सकता है. नरेश बाल्यान कहते हैं,
“सब टकाटक हो जाएगा...बिल्कुल 35 तारीख तक...फर्स्ट क्लास हो जाएगा. हेमा मालिनी के गालों जैसे रोड बना देंगे उत्तम नगर के.”
AAP विधायक के इस बयान की BJP ने आलोचना की है. दिल्ली BJP के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि बाल्यान ने न केवल महिलाओं का अपमान किया है, बल्कि क्षेत्र के लोगों को भी अपमानित किया है. BJP प्रवक्ता ने कहा कि बाल्यान ने ये कहकर क्षेत्र के लोगों को अपमानित किया है कि महीने की '35 तारीख' तक सड़कों की मरम्मत कर दी जाएगी.
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वहीं राज्यसभा सांसद और दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी नरेश बाल्यान पर निशाना साधा है. उन्होंने बाल्यान का वीडियो क्लिप X पर शेयर करते हुए लिखा,
पहले भी हेमा मालिनी पर ऐसे बयान दिए गए"दिल्ली के उत्तम नगर से विधायक नरेश बाल्यान का कहना है कि ‘सड़कें हेमा मालिनी के गालों जैसी बना देंगे’. इस महिला विरोधी बात की जितनी निंदा करें, वो कम है. ये आदमी पूरे दस साल सोता रहा है, जिसके चलते उत्तम नगर की सड़कें टूटी-फूटी पड़ी हैं. आज भी काम न करके, सिर्फ़ अपनी घटिया सोच का प्रदर्शन कर रहा है. महिलाओं को वस्तु समझने वाली ऐसी घटिया सोच की समाज में कोई जगह नहीं है. अरविंद केजरीवाल जी से अपील है कि इस महिला विरोधी सोच के व्यक्ति पर तुरंत एक्शन लें."
साल 2005 में बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव ने हेमा मालिनी पर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था,
“हम बिहार की सड़कें हेमा मालिनी के गाल की तरह चिकना कर देंगे.”
उस समय लालू यादव बिहार के सीएम थे. उनके इस बयान पर काफी विवाद हुआ था.
इसके बाद अप्रैल 2013 में सपा के मंत्री राजाराम पांडेय ने इस तरह का बयान दिया था. तब उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के जिले का जिक्र करते हुए कहा था,
"बेल्हा की सड़कें हेमा मालिनी के गाल की तरह चमकेंगी. अभी तो इसकी फेशियल हो रही है."
हालांकि, इसके लिए उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. राजाराम पांडेय उस समय सपा सरकार में खादी और ग्रामोद्योग मंत्री थे. इस बयान के बाद उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था.
साल 2021 में शिवसेना नेता और मंत्री गुलाबराव पाटिल ने हेमा मालिनी पर विवादास्पद बयान दिया. उन्होंने कहा था,
“जो 30 सालों तक विधायक रहे, उन्हें मेरे विधानसभा क्षेत्र में आकर सड़कों को देखना चाहिए. अगर ये हेमा मालिनी के गाल जैसी नहीं हैं, तो मैं इस्तीफा दे दूंगा.”
बता दें कि हेमा मालिनी ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत बतौर प्रचारक की थी. उन्होंने साल 1999 में पंजाब के गुरदासपुर से बीजेपी प्रत्याशी विनोद खन्ना के लिए प्रचार किया था. 2003 में हेमा मालिनी को राज्यसभा के लिए नामित किया गया. 2003 से 2009 तक हेमा मालिनी राज्यसभा की सदस्य रहीं. इस बीच 2004 में उन्होंने बीजेपी ज्वॉइन किया. फिर 2014 के लोकसभा चुनावों में पार्टी ने उन्हें मथुरा सीट से टिकट दिया. 2014 से लेकर अब तक वो लोकसभा सांसद हैं.
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