दिल्ली चुनाव में हार के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) में नेतृत्व स्तर पर बदलाव किए गए हैं. दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को पंजाब का प्रभारी नियुक्त किया गया है. सत्येंद्र जैन को पंजाब का सह-प्रभारी बनाया गया है. वहीं, दिल्ली सरकार में मंत्री रह चुके सौरभ भारद्वाज को दिल्ली में पार्टी का संयोजक नियुक्त किया गया है. सौरभ से पहले गोपाल राय इस पद पर थे. पार्टी ने सीताराम गुंडप्पा को कर्नाटक में प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है. इसके अलावा जम्मू की डोडा सीट से MLA महराज मलिक को जम्मू-कश्मीर यूनिट का प्रमुख बनाया गया है.
AAP में बड़े बदलाव, सिसोदिया को पंजाब और सौरभ भारद्वाज को दिल्ली की जिम्मेदारी
21 मार्च को दिल्ली में पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के घर पर पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (PAC) की बैठक हुई. इसी बैठक में अहम बदलावों को लेकर फैसला लिया गया.

21 मार्च को दिल्ली में पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के घर पर पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (PAC) की बैठक हुई. इसी बैठक में बदलावों को लेकर फैसला लिया गया. बैठक में आप सांसद राघव चड्ढा और संजय सिंह मौजूद थे पार्टी के कई बड़े नेता मौजूद थे. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान बैठक में वर्चुअली जुड़े.
पंजाब की कमान सिसोदिया और सत्येंद्र जैन कोआजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, सिसोदिया और सत्येंद्र जैन पंजाब में संगठन से जुड़े कामों को संभालेंगे. राज्य में केंद्रीय नेतृत्व की ओर से तय किए गए टारगेट्स को पूरा करने के लिए राज्य संयोजक और पदाधिकारियों की मदद करेंगे. इसके अलावा, सिसोदिया को AAP के वादों के क्रियान्वयन, पंजाब सरकार की ओर से मुख्य एजेंडों की डिलीवरी पर भी नज़र रखने की भी जिम्मेदारी दी गई है. प्रभारी के रूप में वह पार्टी हाईकमान और मान सरकार के बीच पुल का काम करेंगे. दोनों स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में सुधार को मज़बूत करने में मदद और मान सरकार को “पंजाब मॉडल” बनाने में मदद करेंगे.
दिल्ली में आप की हार के बाद आतिशी को नेशनल कैपिटल में मुख्य भूमिका सौंपी जा रही है. बतौर नेता विपक्ष आतिशी दिल्ली में बीजेपी की सरकार का मुकाबला करने के लिए रणनीति तय करेंगी. साथ ही विधानसभा चुनाव और दिल्ली सरकार से जुड़े बड़े राजनीतिक हमलों की रणनीति आतिशी ही बनाएंगी. बड़े फैसलों में वह टॉप लीडर्स की सहमति लेंगी.
गुजरात में गोपाल राय को कमानगुजरात में गोपाल राय को प्रभारी और दुर्गेश पाठक को सहप्रभारी बनाया गया है. उनका काम जमीनी हालात को समझना, विधानसभा उपचुनाव जीतना और खासकर उन इलाकों में संगठन विस्तार की ओर बढ़ना हो सकता है, जहां 2022 के गुजरात विधानसभा चुनावों में आप फॉर्मूला नहीं बना पाई.
वीडियो: संसद में आज: बिड़ला भड़के, धनखड़ ने कौन सी मीटिंग बुलाई?