दिल. हमारे शरीर का सबसे ज़रूरी अंग. अगर ये बंद तो पूरे शरीर का सिस्टम ऑफ. अब बाकी हिस्सों की तरह दिल में भी होती हैं धमनियां (Arteries). ये धमनियां दिल की मांसपेशियों (heart muscles) को खून और ऑक्सीज़न पहुंचाती हैं. इससे दिल को मज़बूती मिलती है और वो सही से काम करता है.
हार्ट अटैक के पीछे का असली खेल यहीं से शुरू होता है
प्लाक जमने से धमनियां पतली होने लगती हैं. इससे दिल को ऑक्सीजन और खून की पर्याप्त सप्लाई नहीं हो पाती.
लेकिन, कई बार दिल की इन धमनियों में एक चीज़ जमने लगता है. इस चीज़ को प्लाक (Plaque buildup in arteries) कहते हैं. इसके जमने की वजह से धमनियां पतली होने लगती हैं. पतली धमनियां यानी खून और ऑक्सीजन की सप्लाई में रुकावट. नतीजा? देर-सवेर Heart Attack का ख़तरा.
लिहाज़ा हम डॉक्टर से जानेंगे कि दिल की धमनियों में प्लाक क्यों जम जाता है. दिल की धमनियों में प्लाक जमने से क्या होता है? इससे बचने के लिए क्या करें? और, अगर दिल की धमनियों में प्लाक जम गया है, तो क्या करना चाहिए?
दिल की धमनियों में प्लाक क्यों जम जाता है?
ये हमें बताया डॉक्टर अभिजीत जोशी ने.
दिल की धमनियों में 20 से 30 साल की उम्र से ही प्लाक तैयार होने लगता है. इनमें कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol), फैट्स, कैल्शियम और अन्य टिशूज़ जमा होने लगते हैं. जिससे धमनियां पतली हो जाती हैं और सेहत को नुकसान पहुंचता है. जो लोग स्मोकिंग करते हैं, जिन्हें डायबिटीज़ (diabetes) है, ऐब्नॉर्मल कोलेस्ट्रॉल या मोटापा है, या जो फिज़िकल एक्टिविटी बिल्कुल नहीं करते. ऐसे लोगों में प्लाक जमा होने और उससे जुड़ी दिक्कतें होने का चांस ज़्यादा होता है.
दिल की धमनियों में प्लाक जमने से क्या होता है?
हमारे शरीर के हर हिस्से में शुद्ध खून हमारी धमनियां ही पहुंचाती हैं. अब अगर इन धमनियों में ब्लॉकेज होने लगे. जैसे दिल, दिमाग और किडनी में. तब शरीर के कई अंग ठीक तरह से काम करना बंद कर देते हैं. दिल की धमनियों की बात करें, तो उनमें ब्लॉकेज होने की वजह से कुछ लक्षण दिखाई देते हैं. जैसे चलते समय छाती में दर्द होना. सांस फूलना. इस वजह से व्यक्ति को रास्ते में रुकना पड़ सकता है. अगर दिक्कत बढ़ जाए तो आराम करते वक्त सीने में दर्द हो सकता है. इससे हार्ट अटैक भी पड़ सकता है.
इससे बचने के लिए क्या करें?
प्लाक जमा होने की प्रक्रिया हर किसी में जारी रहती है, लेकिन हमें इसे कंट्रोल करना चाहिए. इसके लिए एक बैलेंस्ड और लो-फैट डाइट लें. आपकी डाइट में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, हरी सब्ज़ियां और ताज़े फल होने चाहिए. डीप फ्राइड चीज़ें और फास्ट फूड्स कम से कम खाएं.
रोज़ एक्सरसाइज़ करें. करीब एक घंटा वॉकिंग, साइकलिंग या स्वीमिंग जैसी कार्डियो एक्सरसाइज़ करें. तंबाकू और सिगरेट बिल्कुल न पिएं. अगर शराब पीते हैं तो इसे पीना बहुत कम कर दें. कुल मिलाकर, एक हेल्दी लाइफस्टाइल रखें.
अगर दिल की धमनियों में प्लाक जम जाए, तो क्या करें?
दिल की धमनियों में ब्लॉकेज धीरे-धीरे तैयार होता है. लिहाज़ा पहले ही अपना कोलेस्ट्रॉल चेक कराएं. डायबिटीज़, ब्लड प्रेशर से जुड़े टेस्ट और ट्रेडमिल टेस्ट कराएं ताकि ब्लॉकेज होने से रोका जा सके. लेकिन, अगर किसी में ब्लॉकेज गंभीर हो जाते हैं तो उन्हें कुछ खास टेस्ट कराने पड़ते हैं. जैसे कोरोनरी एंजियोग्राफी (Coronary angiography) या सीटी कोरोनरी एंजियोग्राम (CT coronary angiogram). इनसे ब्लॉकेज का पता चल जाता है और फिर एंजियोप्लास्टी (Angioplasty) की जाती है.
अगर किसी में गंभीर या बहुत सारे ब्लॉकेज हों तो उन्हें बाईपास सर्जरी की ज़रूरत पड़ती है. लिहाज़ा, इलाज से बेहतर है बचाव. अपनी धमनियों को ब्लॉकेज से बचाने की कोशिश करनी चाहिए. इसके लिए हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं. रोज़ एक्सरसाइज़ करें, अच्छी डाइट लें, योग करें और अपना चेकअप कराते रहें. ऐसा करने से आप ब्लॉकेज को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. ‘दी लल्लनटॉप ’आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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