लव बाइट या हिक्की. इनका नाम सुनकर मुस्कुराने या ब्लश करने की बिल्कुल ज़रूरत नहीं है. दरअसल बात ही कुछ ऐसी है. आपको पता है? कुछ साल पहले, मैक्सिको में एक 17 साल के लड़के की मौत हो गई. इसी लव बाइट के चक्कर में. उसकी गर्लफ्रेंड ने उसे गर्दन पर एक लव बाइट दी थी. लेकिन, थोड़ी ही देर बार लड़के को स्ट्रोक पड़ गया और उसकी मौत हो गई.
लव बाइट जरा संभलकर लीजिए, जान भी जा सकती है, ये हम नहीं डॉक्टर्स कह रहे हैं
वैसे तो लव बाइट से मौत होना बहुत रेयर है. लेकिन, फिर भी रिस्क क्यों लेना?

अब वैसे तो लव बाइट से स्ट्रोक होना बहुत रेयर है. ज़्यादातर ऐसा नहीं होता. मगर ज़रा-सी गलती और लेने के देने पड़ सकते हैं. ऐसे में आज हम डॉक्टर से जानेंगे कि क्या लव बाइट या हिक्की सेहत के लिए खतरनाक हो सकती है. इससे किस तरह के रिस्क हैं. हिक्की से स्ट्रोक का खतरा क्यों है और ऐसी किसी दिक्कत से कैसे बच सकते हैं.
क्या हिक्की या लव बाइट सेहत के लिए खतरनाक हो सकती है?
ये हमें बताया डॉ. विपुल गुप्ता ने.

कुछ समय पहले ख़बर आई कि लव बाइट या हिक्की से एक लड़के की मौत हो गई. लेकिन, लव बाइट या हिक्की क्या होता है?
अगर कोई प्यार करते वक्त होंठों से गर्दन पर ज़्यादा ज़ोर से काट या चूस ले तो स्किन के नीचे चोट लग जाती है और अंदर ही अंदर खून लीक करने लगता है. इसे ब्रूज़ (Bruise) कहते हैं. इसमें नीले रंग का निशान पड़ जाता है. इसी को ही लव बाइट (Love Bite) भी कहते हैं. लव बाइट शुरू में लाल रंग की होगी. फिर नीले और पीले रंग की होकर धीरे-धीरे गायब हो जाएगी.
लव बाइट से किस तरह के रिस्क होते हैं?
कई बार लव बाइट या हिक्की को छिपाने के लिए लोग मेकअप करते हैं. कपड़े पहनकर उसे ढकते हैं. लेकिन ये कोई बड़ी दिक्कत नहीं है. हालांकि रेयर केस में अंदरूनी चोट गंभीर हो सकती है.
पहले भी ऐसे मामले आए हैं, जैसा अभी एक मरीज़ के साथ हुआ. अगर लव बाइट गर्दन के ऊपरी हिस्से में है यानी उस हिस्से में जहां ब्रेन की नली होती है, जो दिल के रास्ते से गर्दन के ज़रिए दिमाग में जाती है. गर्दन के ऊपरी हिस्से में ये नली थोड़ी एक्सपोज़्ड होती है यानी चोट लगना आसान होता है. इस नली की जगह पर कोई हाथ से दबाए तो उसे धड़कन महसूस होगी. अब इसी नली की जगह अगर कोई लव बाइट दे. तो हो सकता है कि इससे नली में चोट लग जाए या उसकी परतें डैमेज हो जाएं. मेडिकल भाषा में इसे डायसेक्शन (dissection) कहते हैं. डायसेक्शन होने पर उसके अंदर खून का थक्का जम सकता है, जो दिमाग में पहुंचकर उसे चोट पहुंचा सकता है और स्ट्रोक कर सकता है.

हिक्की से स्ट्रोक का ख़तरा क्यों है?
हिक्की से छोटा स्ट्रोक हो सकता है. किसी-किसी को बड़ा स्ट्रोक भी पड़ सकता है. हालांकि ये चोट और कितना खून जमा है, इस पर निर्भर करती है. हिक्की से डरने की ज़रूरत नहीं है. हिक्की से स्ट्रोक पड़ना बहुत ही रेयर है. फिर भी हमें गर्दन के नली वाले हिस्से में लव बाइट देना या दबाव डालना अवॉइड करना चाहिए. यहां हमारे दिमाग की बहुत अहम नली है. कई बार चोट लगने या नाई से मालिश-मसाज़ कराते समय जब हम गर्दन ज़ोर से मोड़ते हैं, तो इस नली में चोट लग सकती है. यानी लव बाइट से ज़्यादा इस तरह की चोट से डायसेक्शन होना ज़्यादा आम है. ये भी हो सकता है कि जिन्हें लव बाइट हुआ, उन्हें पहले से कोई चोट लगी हो.
ऐसी दिक्कत से कैसे बचें?
कभी भी झटके से गर्दन न घुमाएं. गर्दन में तेज़ दबाव, नली वाले एरिया में ज़्यादा मसाज या उसे डायरेक्टली दबाना अवॉइड करें. लव बाइट से चोट लगना बहुत रेयर है इसलिए बाकी गतिविधियों को करते वक्त ज़्यादा ध्यान रखें. हालांकि कभी-कभी अनहोनी हो जाती है इसलिए सतर्कता ज़रूरी है.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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