क्या आपके पैर का अंगूठा, बगल वाली उंगली से छोटा है? क्योंकि, अगर ऐसा है तो बधाई हो! बड़े खुशनसीब हैं आप. ऐसे लोग बड़े भाग्यशाली होते हैं. उन्हें अपने पार्टनर से खूब प्यार मिलता है. मोटा पैसा भी आता है.
पैर का अंगूठा बगल की उंगली से छोटा है तो आप किस्मत वाले नहीं हैं, पहले Morton's Toe को समझें
कई लोगों के अंगूठे की बगल वाली उंगली ज़्यादा लंबी होती है. पर इसका मतलब क्या होता है, ये हम डॉक्टर साहब से जानेंगे. पता करेंगे कि मॉर्टन टो क्या है. ये क्यों होता है. क्या मॉर्टन टो होने से कोई समस्या हो सकती है. किस तरह की दिक्कतें आ सकती हैं. और, इसका इलाज कैसे किया जाता है.
ये बातें आपने बड़े-बुजर्गों से कई बार सुनी होंगी. पैर की उंगली ऐसी है तो ये गुण. वैसी है तो वो गुण. क्या वाकई में ऐसा होता है? साइंस तो कहता है, नहीं. जब पैर का अंगूठा छोटा हो और उसकी बगल वाली उंगली बड़ी, तो इसे मेडिकल भाषा में Morton's Toe कहते हैं. ‘टो’ यानी अंगूठा. और, ‘मॉर्टन’ ऑर्थोपेडिक सर्जन Dudley Joy Morton के नाम से बना है जिन्होंने पहली बार इस कंडीशन के बारे में बताया था.
कई लोगों के अंगूठे की बगल वाली उंगली ज़्यादा लंबी होती है. पर इसका मतलब क्या होता है, ये हम डॉक्टर साहब से जानेंगे. पता करेंगे कि मॉर्टन टो क्या है. ये क्यों होता है. क्या मॉर्टन टो होने से कोई समस्या हो सकती है. किस तरह की दिक्कतें आ सकती हैं. और, इसका इलाज कैसे किया जाता है.
ये हमें बताया डॉक्टर कौशल कांत मिश्रा ने.
जब पैर के अंगूठे की बगल वाली उंगली, अंगूठे से लंबी हो जाती है तो उसे मॉर्टन टो (Morton's Toe) कहते हैं. हालांकि इसमें अंगूठे की कोई भूमिका नहीं होती. फिर भी इसे मॉर्टन टो कहा जाता है. इसकी वजह से लोगों को अपनी अधिकतर ज़िंदगी में कोई समस्या नहीं होती.
मॉर्टन टो होने के कारणमॉर्टन टो होने का मुख्य कारण जेनेटिक होता है. अगर ये माता-पिता को है तो बच्चे को भी हो सकता है. कभी-कभी ये अपने आप भी हो जाता है. एक और कारण है. अगर किसी ट्रॉमा या इंजरी के बाद व्यक्ति की हड्डी गलत तरीके से जुड़ गई है तब अंगूठा छोटा हो सकता है और बगल वाली उंगली बड़ी हो सकती है. इनके अलावा, मॉर्टन टो होने का कोई और कारण नहीं है.
आमतौर पर मॉर्टन टो किसी दूसरी जन्मजात विकृति (Congenital Deformity) से जुड़ा नहीं होता. लिहाज़ा अगर किसी बच्चे में ये होता है तो परेशान होने की ज़रूरत नहीं है. जब तक इसकी वजह से पैर में कोई दर्द न हो, तब तक इसे समस्या नहीं माना जाता.
मॉर्टन टो होने से इंसान को क्या समस्याएं आती हैं?मॉर्टन टो होने से आमतौर पर 50 साल की उम्र तक कोई समस्या नहीं होती. ये ज़रूर हो सकता है कि किसी को अपना पैर देखने में अच्छा न लगे. टो यानी अंगूठे में जो जन्मजात विकृति होती है, उसकी वजह से 50 साल या उसके बाद दर्द हो सकता है. इस दर्द के लिए इलाज की ज़रूरत पड़ती है. मार्केट में टो सेपरेटर और फुट करेक्टिंग डिवाइस जैसे कई ऑप्शन मौजूद हैं. मगर लॉन्ग टर्म में इनका कोई खास फायदा नहीं होता. इन्हें इस्तेमाल करने और न करने, दोनों के ही नतीज़े एक जैसे रहते हैं. मॉर्टन टो की सर्जरी या टो करेक्शन होने की एकमात्र वजह दर्द होना ही है.
इलाजपैर के अंगूठे में इस विकृति के लिए किसी इलाज की ज़रूरत नहीं है. मॉर्टन टो के इलाज की एकमात्र वजह दर्द होना है. हालांकि, ये दर्द कभी-कभार होने वाला नहीं होना चाहिए. अगर पैर के उस अंगूठे के आसपास लगातार 3 महीने से ज़्यादा दर्द रहे, तभी इलाज की ज़रूरत है. अगर ऐसा नहीं है, तो पैर के दर्द की वजह कुछ और हो सकती है. जिसके लिए आप उस अंगूठे को ज़िम्मेदार मान रहे हों.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. ‘दी लल्लनटॉप' आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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