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कैंसर का इलाज इंसान के शरीर में? किलर सेल्स को लेकर बड़ा दावा

Killer cells can eliminate cancer? रिसर्च के मुताबिक, नेचुरल किलर सेल्स उस प्रोटीन को ढूंढ कर खत्म करते हैं, जो कैंसर को बढ़ावा देता है. इस प्रोटीन का नाम XPO1 है. जब ये सेल्स, प्रोटीन को हाईजैक करते हैं, तो कई और किलर सेल्स भी एक्टिव हो जाते हैं. ताकि कैंसर को खत्म कर सकें.

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बुरे सेल्स को मारना नेचुरल किलर सेल्स का काम है

जब भी हमें कोई इंफेक्शन या बीमारी होती है तो हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम एक्टिव हो जाता है. और, उन बीमारियों से लड़ना शुरू कर देता है. हमारा इम्यून सिस्टम कुछ सेल्स से मिलकर बना है. इन्हीं में से एक है, नेचुरल किलर सेल्स. नाम से ही पता चल रहा है, बुरे सेल्स को मारना इनका काम है. दावा किया जाता है कि ये नेचुरल किलर सेल्स, कैंसर के सेल्स को भी खत्म कर सकते हैं.

लेकिन, कैसे? इस पर Science Advances Journal में एक रिसर्च छपी है. इस रिसर्च को यूनिवर्सिटी ऑफ साउथैम्पटन के रिसर्चर्स ने किया है. दुनियाभर के एक्सपर्ट्स के साथ मिलकर.

रिसर्च के मुताबिक, नेचुरल किलर सेल्स उस प्रोटीन को ढूंढ कर खत्म करते हैं, जो कैंसर को बढ़ावा देता है. इस प्रोटीन का नाम XPO1 है. जब ये सेल्स, प्रोटीन को हाईजैक करते हैं, तो कई और किलर सेल्स भी एक्टिव हो जाते हैं. ताकि कैंसर को खत्म कर सकें.

अब बात आती है कि ये किलर सेल्स, इस प्रोटीन को ढूंढते कैसे हैं. देखिए, प्रोटीन सैकड़ों छोटे-छोटे अमीनो एसिड से मिलकर बना होता है. इन्हीं अमीनो एसिड्स की एक चेन को पेप्टाइड कहते हैं. ये पेप्टाइड, नेचुरल किलर सेल्स को अपनी ओर आकर्षित करता है. बस फिर क्या? जैसे ही नेचुरल किलर सेल्स, कैंसर के सेल्स को देखते हैं, उस पर टूट पड़ते हैं.

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 XPO1 प्रोटीन कभी-कभी ज़्यादा एक्टिव होकर कैंसर के सेल्स को बढ़ने देता है (सांकेतिक तस्वीर)

अब आप XPO1 प्रोटीन को विलन मत समझ लीजिएगा. हमारे सेल्स सही से काम करें, इसके लिए ये प्रोटीन बहुत ज़रूरी है. लेकिन, कई बार ये ओवरएक्टिव हो जाता है, और कैंसर के सेल्स को तेज़ी से बढ़ने देता है.

स्टडी के लीड ऑथर और साउथहैम्पटन यूनिवर्सिटी में हेपेटोलॉजी के प्रोफेसर सलीम खाकू कहते हैं कि कैंसर के इलाज में ये किलर सेल्स मदद करते हैं. दरअसल अभी कैंसर के लिए जो इलाज उपलब्ध हैं, जैसे कीमोथेरेपी या इम्यूनोथेरेपी, इन्हें कराते समय कई हेल्दी टिशू भी खत्म हो जाते हैं. नेचुरल किलर सेल्स के साथ ऐसा नहीं होता. मेडिकल जानकार कहते हैं कि अगर इसका कैंसर की थेरेपी में इस्तेमाल हो, तो ये ज़्यादा सुरक्षित होगा. साथ ही, इसके साइड इफेक्ट्स भी कम होंगे.

साउथहैम्पटन यूनिवर्सिटी की साइटिंफिक टीम अब दुनिया की पहली वैक्सीन बना रही है, जिसमें कैंसर से लड़ने के लिए नेचुरल किलर सेल्स का इस्तेमाल किया जाएगा.

(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

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