रेड लाइट. ये सिर्फ रोड पर रुकने का इशारा नहीं है. बल्कि कई दिक्कतों, परेशानियों को ठीक करने का तरीका भी है. कैसी परेशानियां? आपकी स्किन और बालों से जुड़ी दिक्कतें. जैसे पतले, झड़ते बाल, दाने, एक्ने, झुर्रियां और मुरझाई स्किन.
बालों का झड़ना रुक जाएगा, मुंहासे आना बंद हो जाएंगे, ऐसा है रेड लाइट थेरेपी का कमाल
रेड लाइट थेरेपी 'फोटो बायोस्टिमुलेशन' नाम की प्रक्रिया से स्किन और बालों पर असर करती है. यानी ये स्किन को उत्तेजित करती है, जिससे आपको फायदा मिलता है.

आपने रेड लाइट थेरेपी का नाम सुना है? नहीं सुना है तो अब जान लीजिए. जैसा नाम से पता चल रहा है. इसमें चेहरे या बालों पर लाल रंग की रोशनी डाली जाती है. अब आप सोच रहे होंगे कि भला एक रेड लाइट इतनी सारी प्रॉब्लम्स कैसे ठीक कर सकती है? सब बताएंगे आपको. बस ये खबर पढ़ जाइए.
क्या है रेड लाइट थेरेपी?
ये हमें बताया डॉ. रुबेन भसीन पासी ने.

- रेड लाइट थेरेपी में लाल रंग की रोशनी को स्किन या बालों पर डाला जाता है
- इस रोशनी की वेवलेंथ 600 से 1300 नैनोमीटर तक होती है (एक वेव की लंबाई को वेवलेंथ कहते हैं)
- ये स्किन और बालों को फायदा पहुंचाती है
ये कैसे काम करती है?
रेड लाइट थेरेपी में इस्तेमाल होने वाली रोशनी 600 से 1300 नैनोमीटर वेवलेंथ की होती है. ये लाइट फोटो बायोस्टिमुलेशन नाम की प्रक्रिया से स्किन और बालों पर असर करती है. यानी ये स्किन को उत्तेजित करती है, जिससे आपको फायदा मिलता है.
जैसे अगर इसे हेयर थेरेपी के लिए इस्तेमाल किया जाए. तो ये सूजन कम करने और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने में मदद करती है. इससे नए सेल्स जल्दी बनते हैं, जिससे फायदा पहुंचता है. इसी प्रक्रिया से रेड लाइट थेरेपी काम करती है.

रेड लाइट थेरेपी का इस्तेमाल कब होता है?
रेड लाइट थेरेपी सबसे पहले घाव भरने और निशान कम करने के लिए इस्तेमाल हुई थी. लेकिन, इसके कई दूसरे फायदे भी देखे गए. जैसे एलोपेसिया (बालों का झड़ना) में ये कारगर साबित हुई. अगर रेड लाइट थेरेपी के साथ दूसरी थेरेपी भी ली जाएं. तो ये स्कैल्प यानी सिर में सूजन को काफी हद तक कम कर देती है. साथ ही, खून का फ्लो भी बढ़ाती है. बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देती है, जिससे बालों की संख्या में सुधार होता है.
रेड लाइट थेरेपी एक्ने की परेशानी ठीक करने में भी प्रभावी साबित हुई है. एक्ने की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है. ये थेरेपी रोज़ेशिया (स्किन लाल और दानेदार होना), झुर्रियां और एजिंग में भी अच्छे नतीजे देती है. इसे बहुत लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं कर सकते, इसलिए इसके कई सेशंस दिए जाते हैं.
क्या रेड लाइट थेरेपी के कोई साइड इफ़ेक्ट हैं?
रेड लाइट थेरेपी का कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है. इस थेरेपी में सेल्स को मारा नहीं जाता. अगर सेल्स मरेंगे नहीं, तो शरीर को ठीक होने के लिए ज़्यादा समय की ज़रूरत नहीं पड़ती. लिहाज़ा, शरीर को कोई नुकसान नहीं होता. रेड लाइट थेरेपी से जुड़ी स्टडी में पाया गया कि जिन मरीज़ों ने अपनी समस्या ठीक करने के लिए कुछ महीनों तक ये थेरेपी ली थी. उनके पुराने निशान कुछ समय के लिए उभर आए थे. जब थेरेपी बंद की गई, तो वो अपने आप ठीक हो गए.

ये थेरेपी कहां करवा सकते हैं?
डर्मेटोलॉजिस्ट से इस थेरेपी को करवाया जा सकता है. थेरेपी करने से पहले तीन चीज़ें चेक की जाती हैं. जैसे आपकी समस्या में ये थेरेपी दी जा सकती है या नहीं. ये भी देखना होता है कि कोई दूसरी समस्या तो नहीं है, जिसके कारण इसे अवॉइड करना चाहिए. कभी-कभी कई महीनों तक ये थेरेपी चलने से साइड इफ़ेक्ट्स भी होते हैं. इसलिए, ज़रूरी है कि किसी डॉक्टर की देखरेख में ही ये थेरेपी कराई जाए.
रेड लाइट थेरेपी कराना सिंपल है. इसमें कोई दर्द भी नहीं होता. अगर आपको ज़रूरत लगती है, तो आप ये थेरेपी करा सकते हैं. बस ये ध्यान रखें कि किसी एक्सपर्ट से ही इसे कराएं.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. ‘दी लल्लनटॉप ’आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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