हमारी स्किन में छोटे-छोटे पोर्स होते हैं. इन्हें हिंदी में रोमछिद्र कहते हैं. इनसे पसीना और तेल बाहर निकलता है. अब कुछ लोगों के चेहरे पर ये पोर्स बहुत खुलकर दिखते हैं. इन्हें ओपन पोर्स कहते हैं. इससे न सिर्फ़ स्किन अलग दिखती है, बल्कि कुछ और समस्याएं भी होती हैं. जैसे एक्ने यानी दाने निकलना. स्किन बहुत ज़्यादा सेंसिटिव हो जाना. रिएक्शन होने लगना.
चेहरे पर ओपन पोर्स हैं? इन टिप्स से ठीक करें ये दिक्कत
हमारी स्किन पर छोटे-छोटे छेद होते हैं. इन्हें पोर्स कहते हैं. कुछ लोगों के चेहरे पर ये छेद काफी खुले हुए दिखते हैं. इन्हें ओपन पोर्स कहते हैं. जब पोर्स ओपन होते हैं तो कई तरह की दिक्कतें होती हैं.

लेकिन, ओपन पोर्स की समस्या होती क्यों है और इससे निपटने के लिए क्या करें? चलिए समझते हैं.
ओपन पोर्स की समस्या क्यों होती है?
ये हमें बताया डॉक्टर शरीफा चौसे ने.

कुछ लोगों में ओपन पोर्स ज़्यादा दिखाई देते हैं. इसकी वजह है कि उनकी स्किन में मौजूद सिबेशियस ग्रंथियां, जिनका काम स्किन में नेचुरल ऑयल बनाना है, वो ज़्यादा मात्रा में सीबम यानी ऑयल बनाने लगती है. अब जितना ज़्यादा सीबम बनेगा, उतने ज़्यादा पोर्स दिखेंगे. लेकिन ज़्यादा सीबम बनता क्यों है?
इसके कई कारण हो सकते हैं. सबसे अहम कारण जेनेटिक्स है. यानी अगर माता-पिता की स्किन में ओपन पोर्स की समस्या है तो आपको भी होगी.
दूसरा कारण हॉर्मोनल बदलाव हैं. हॉर्मोनल बदलावों से भी सीबम ज़्यादा बनता है और ओपन पोर्स दिखाई देते हैं.
तीसरा कारण उम्र और धूप में ज़्यादा रहना है. कम उम्र में स्किन टाइट होती है, जिससे पोर्स सिकुड़े रहते हैं. लेकिन, उम्र के साथ और धूप में रहने से स्किन में खिंचाव कम हो जाता है. नतीजा? स्किन लूज़ हो जाती है और पोर्स ज़्यादा दिखते हैं.
रोज़ की किन आदतों से पोर्स ज़्यादा दिखते हैं?
पहली आदत है चेहरे की ठीक तरह सफ़ाई न करना. स्किन की ठीक से सफ़ाई न होने पर डेड स्किन सेल्स हमारे पोर्स में बैठ जाते हैं. तब स्किन पोर्स का साइज़ अपने आप बढ़ा देती है. इसलिए पोर्स ज़्यादा दिखते हैं.
दूसरी आदत है ज़्यादा शुगर लेना. ज़्यादा शुगर लेने से इंसुलिन बढ़ता है. इससे स्किन में ऑयल प्रोडक्शन बढ़ जाता है.
तीसरी आदत है बार-बार स्किन को रगड़ना. कोई ऐसा प्रोडक्ट लगाना, जिससे स्किन में रिएक्शन हो जाए. बार-बार शेव करना.इन आदतों की वजह से भी ओपन पोर्स की समस्या होती है.
इनके अलावा, ऑयली मेकअप करना या ज़्यादा स्ट्रेस लेना भी बड़ी वजह हैं. ज़्यादा स्ट्रेस लेने से शरीर में स्ट्रेस हॉर्मोन कोर्टिसोल ज़्यादा बनता है. इस हॉर्मोन की वजह से स्किन जल्दी बूढ़ी होती है और ओपन पोर्स भी दिखते हैं.

ओपन पोर्स होने से किस तरह की समस्याएं हो सकती हैं?
- ओपन पोर्स और ज़्यादा ऑयल प्रोडक्शन के कारण एक्ने की समस्या होती है.
- अगर धूल-मिट्टी ऑयल पर चिपक जाए तो स्किन में रिएक्शन हो सकता है.
- ज़्यादा खुजलाने से स्किन में इन्फेक्शन भी हो सकता है.
- ओपन पोर्स की वजह से स्किन की ऊपरी सतह भी साफ़ नहीं दिखती.
ओपन पोर्स से निपटने के लिए क्या कर सकते हैं?
ओपन पोर्स के लिए सबसे ज़रूरी है स्किन की सफ़ाई. दिनभर में स्किन को दो बार अच्छे से साफ़ करिए. इसके लिए आप कोई भी ग्लाइकोलिक एसिड या सैलीसिलिक एसिड वाला प्रोडक्ट इस्तेमाल कर सकते हैं. ज़्यादा से ज़्यादा सैलीसिलिक एसिड इस्तेमाल करिए. इससे बंद पोर्स खुलेंगे.
इसके अलावा, मॉइश्चराइज़ ज़्यादा से ज़्यादा इस्तेमाल करिए. चाहें ड्राई स्किन हो या ऑयली स्किन, मॉइश्चराइज़ दोनों के लिए ही ज़रूरी है. ऑयली स्किन के लिए जेल वाले मॉइश्चराइज़ लगाइए. सनस्क्रीन लगाना ज़रूरी है. अच्छी नींद लेना भी ज़रूरी है. रात में अच्छी नींद लेने से स्किन खुद की मरम्मत कर पाती है. साथ ही, खूब पानी पिएं. डाइट में शुगर घटा दें. एक्सरसाइज बहुत ज़्यादा ज़रूरी है. इन टिप्स से आप ओपन पोर्स को ठीक कर सकते हैं.
(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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