एसिडिटी होना एक बहुत ही आम समस्या है. एसिडिटी ठीक करने के लिए कुछ लोग घरेलू नुस्खे अपनाते हैं, तो कुछ लोग एंटासिड खा लेते हैं. एंटासिड यानी एसिडिटी ठीक करने की दवा. ये बहुत आसानी से किसी भी मेडिकल शॉप में मिल जाती है. मगर जो लोग बहुत ज़्यादा या हर कुछ दिन में एंटासिड का इस्तेमाल करते हैं, वो जान लें कि ये आदत बहुत नुकसानदेह है.
एसिडिटी हुई, तुरंत दवा खा ली, डॉक्टर से जानिए, ऐसा क्यों नहीं करना चाहिए?
एसिडिटी ठीक करने के लिए अक्सर लोग एंटासिड खाते हैं. एंटासिड यानी एसिडिटी ठीक करने की दवा. कभी-कभार दवा खाना ठीक है. लेकिन, अगर ये आदत बन जाए तो बिल्कुल सही नहीं है. लेकिन ऐसा क्यों? ये बात डॉक्टर ने अच्छे से समझायी है.

क्यों एसिडिटी होने पर हर बार दवा नहीं खानी चाहिए, ये हमें बताया डॉक्टर लोहित चौहान ने.

डॉक्टर लोहित कहते हैं कि एसिडिटी में आराम देने वाली दवाएं यानी एंटासिड सिर्फ फौरी राहत देती हैं. इन्हें बार-बार लेने से हाज़मे पर बुरा असर पड़ता है. बहुत ज़्यादा एंटासिड लेने से पेट में एसिड का प्रोडक्शन घट सकता है. इससे खाना ठीक से नहीं पचता. शरीर में पोषक तत्व भी सही से एब्जॉर्व नहीं हो पाते. कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स का एब्ज़ॉर्प्शन कम होने की वजह से हड्डियों में फ्रैक्चर का रिस्क बढ़ता है.
यही नहीं, पेट का एसिड कम होने की वजह से कुछ खतरनाक बैक्टीरिया भी पनप सकते हैं. इससे निमोनिया हो सकता है.
वहीं पेट का एसिड बुरे बैक्टीरिया और वायरस को खत्म करने में मदद करता है. लेकिन, बार-बार एंटासिड खाने से गट माइक्रोबायोम, यानी पेट में गुड बैक्टीरिया और बैड बैक्टीरिया के बीच का संतुलन बिगड़ जाता है. नतीजा? पेट से जुड़ी दिक्कतें बढ़ जाती हैं.

कुछ खास तरह के एंटासिड किडनी पर भी असर डालते हैं. इन्हें बार-बार खाने से किडनी से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं.
एक बात और. अगर लंबे वक्त तक एंटासिड ली जाएं और फिर एकदम से इन्हें बंद कर दिया जाए तो पेट में पहले से ज़्यादा एसिड बनने लगता है. इससे दिक्कत और बढ़ सकती है.
लिहाज़ा, एसिडिटी से बचने के लिए सिर्फ़ एंटासिड का सहारा न लें. बल्कि समस्या की जड़ तक पहुंचे और उसे खत्म करें. इसके लिए ये जानना बहुत ज़रूरी है कि आप लगातार एसिडिटी की समस्या क्यों हो रही है. ये पता लगाने के लिए आप डॉक्टर से मिल सकते हैं. इसके अलावा अपनी लाइफस्टाइल सुधारना बहुत ज़रूरी है. जैसे टाइम पर खाना खाएं. बहुत ज़्यादा मसालेदार, तली-भुनी चीजे़ं खाने से बचें. खाने के बाद तुरंत लेटें नहीं. लेटने और खाना खाने के बीच कम से कम 2-3 घंटे का गैप हो. साथ ही, एक दिन में दो कप से ज़्यादा चाय-कॉफी न पिएं. शराब से पूरी तरह दूरी बना लें. अगर ओवरवेट हैं तो एक्सरसाइज़ करें, अपना वज़न कंट्रोल में लाएं. स्ट्रेस मैनेज करना सीखें.
अगर ये सब करने के बावजूद बार-बार एसिडिटी हो रही है तो डॉक्टर से मिलें. हो सकता है, आपको किसी गंभीर दिक्कत की वजह से एसिडिटी हो रही हो.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
वीडियो: सेहत: क्यों होता है मोतियाबिंद? क्या इससे बचा जा सकता है? डॉक्टर ने बताया