दिसंबर का महीना आधा बीत चुका है. लोग चादरों और कंबलों से रजाइयों पर आ चुके हैं. ठंड लगातार बढ़ती जा रही है. साथ ही, बढ़ रहे हैं दिल के मरीज़. लेकिन, क्यों? क्यों ठंड बढ़ते ही दिल की बीमारियां बढ़ने लगती हैं? हार्ट अटैक के मामले बढ़ने लगते हैं?
सर्दियों में ज़्यादा हार्ट अटैक क्यों पड़ते हैं? डॉक्टर ने खोले राज़
Winter Heart Attack: सर्दियों में हार्ट अटैक पड़ने की संभावना बढ़ जाती हैं. डॉक्टर से जानिए हमारे शरीर में ऐसा क्या बदलाव होता है जिससे सर्दियों में इसका जोखिम बढ़ जाता है. साथ ही ये भी जानें कि कैसे खुद को बचाएं.

इन सवालों के जवाब जानेंगे आज. डॉक्टर से समझेंगे कि सर्दियों में दिल की बीमारियां क्यों बढ़ जाती हैं. क्या सर्दियों में हार्ट अटैक ज़्यादा पड़ते हैं. अगर हां, तो इसके पीछे वजह क्या है. और, सर्दियों में दिल की सेहत का ख़्याल कैसे रखा जाए.
सर्दियों में दिल की बीमारियां क्यों बढ़ जाती हैं?ये हमें बताया डॉ. रंजन मोदी ने.

सर्दियों में दिल से जुड़ी तकलीफें बढ़ जाती हैं. इसका मुख्य कारण दिल की नसों का सिकुड़ना है. शरीर खुद को गर्म रखने के लिए इन नसों को संकुचित कर देता है. इस प्रक्रिया में सभी नसें थोड़ी-सी सिकुड़ जाती हैं. ऐसे में अगर आपको दिल की कोई पुरानी बीमारी है तो नसों के सिकुड़ने से समस्या और बढ़ सकती है. इसलिए, सर्दियों में दिल की बीमारियां और हार्ट अटैक ज़्यादा होते हैं.
क्या सर्दियों में हार्ट अटैक ज़्यादा पड़ते हैं?- हां, सर्दियों में हार्ट अटैक ज़्यादा पड़ते हैं
- जिन मरीज़ों को दिल, बीपी, शुगर या कोलेस्ट्रॉल की बीमारी है
- जिनका वज़न ज़्यादा है
- उन्हें सर्दियों में अपना बहुत ध्यान रखना चाहिए
- चेकअप ज़रूर कराएं
- अगर इनमें से कोई रिस्क फैक्टर है, तो दवाइयों और लाइफस्टाइल में बदलाव करके उसे कंट्रोल किया जा सकता है
-इन रिस्क फैक्टर्स से हार्ट अटैक का चांस बढ़ जाता है
- 50-55 साल से अधिक सभी व्यक्ति सर्दियों में अपना खास ख़्याल रखें

- दिल के मरीज़ हमेशा अपना ध्यान रखें, खासकर सर्दियों में
- इस मौसम में दिल से जुड़ी दिक्कतें बढ़ जाती हैं
- अपना ब्लड प्रेशर, शुगर और वज़न कंट्रोल में रखें
- टहलने की आदत डालें
- चिकनाई वाली चीजें कम खाएं
- सर्दियों में कुछ खास बातों का ध्यान रखना भी ज़रूरी है
- ज़्यादा ठंड में सुबह-सुबह टहलने न जाएं
- नसें सिकुड़ने की वजह से छाती में भारीपन हो सकता है
- इससे दिल की तकलीफ बढ़ सकती है
- हमेशा खुद को गर्म कपड़ों से ढककर रखें ताकि ठंड से बचाव हो सके
- अगर टहलने जाना है तो धूप आने के बाद ही जाएं
- आमतौर पर, सर्दियों में खाना-पीना बढ़ जाता है और एक्सरसाइज़ कम हो जाती है
- कोशिश करें कि खाने-पीने में संयम रखें और एक्सरसाइज़ रोज़ करें
-सर्दियों में लाइफस्टाइल में बदलाव ज़रूर करें
- अपने नियमित रूटीन को डिस्टर्ब न करें, ताकि दिल की सेहत ठीक रहे
देखिए, सर्दियों में दिल की बीमारी न बढ़े. इसके लिए तला-भुना कम खाइए. थोड़ी देर ही सही, रोज़ एक्सरसाइज़ करिए. अपनी दवा टाइम पर लीजिए. अगर कोई दिक्कत महसूस हो. तो बिना देर किए अपने डॉक्टर से मिलिए.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. ‘दी लल्लनटॉप' आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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