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सर्दियों में ड्राई स्किन की भयानक वाली दिक्कत? डॉक्टर से झटपट इलाज के तरीके जान लीजिए

Winters Dry Skin: सर्दियों में स्किन से जुड़ी कई तरह की समस्याएं होती हैं. इनका मुख्य कारण नमी की कमी है. मौसम में नमी कम होने से ड्राईनेस बढ़ जाती है.

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सर्दियों में ड्राई स्किन होना बहुत आम है.

ड्राई स्किन (Dry Skin Winters) से परेशान? ट्राई कीजिए हमारा ये प्रोडक्ट. चेहरे पर कील-मुंहासे? हमारी क्रीम लगाइए, चेहरा निखर जाएगा. मखमली त्वचा पानी है? अपने शरीर पर ये लगाइए और दमकती त्वचा पाइए. 

उफ्फ! ये ऐड्स और इनकी बड़ी-बड़ी बातें. मगर ये सब धरा रह जाता है, जब आती हैं सर्दियां. सर्दियों में स्किन का कितना ही ख़्याल रख लो, लेकिन स्किन एकदम सूख जाती है. नाखून से स्किन पर लकीर-सी खींचो, तो ड्राईनेस उभर-उभरकर सामने आती हैं. चेहरे और शरीर पर दाने निकलने लगते हैं. अब ऐसे में ‘हम करें तो करें क्या, बोलें तो बोलें क्या.’

लेकिन टेंशन नहीं लेने का! आज जान ही लेते हैं कि आखिर करना क्या है. स्किन की समस्या भी बताएंगे, और उससे बचने का तरीका भी. 

सर्दियों में स्किन ड्राई क्यों हो जाती है?

ये हमें बताया डॉक्टर रमनजीत सिंह ने. 

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डॉ. रमनजीत सिंह, सीनियर कंसल्टेंट, डर्मेटोलॉजी, मेदांता हॉस्पिटल, गुरुग्राम

- सर्दियों में स्किन से जुड़ी कई तरह की समस्याएं होती हैं. इनका मुख्य कारण नमी की कमी है. मौसम में नमी कम होने से ड्राईनेस बढ़ जाती है. 

- सर्दियों में घरों में हीटर का इस्तेमाल होता है. हीटर से हवा गर्म होती है. इससे भी स्किन को नुकसान पहुंचता है. 

- सर्दियों में लोग ज़्यादा गर्म पानी से नहाते हैं. गर्म पानी से स्किन का नेचुरल ऑयल खत्म होने लगता है. इससे स्किन की बीमारियां बढ़ जाती हैं.

- सर्दियों में ऊनी कपड़े भी पहने जाते हैं. अगर ये कपड़े सीधे स्किन के संपर्क में आते हैं तो एलर्जिक रिएक्शन हो जाता है. इससे स्किन में खुजली, जलन और रेडनेस बढ़ जाती है. 

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सर्दियों में एक्ने या दानों की दिक्कत कुछ हद तक बढ़ जाती है

सर्दियों में दाने क्यों निकलने लगते हैं?

सर्दियों में एक्ने या दानों की दिक्कत कुछ हद तक बढ़ जाती है. दरअसल, सर्दियों में सीबम (स्किन का नेचुरल ऑयल) कम बनता है. इस कमी को पूरा करने के लिए स्किन खुद को बचाती है और ज़्यादा सीबम बनाती है. इससे स्किन के पोर्स बंद हो जाते हैं और पिंपल्स बढ़ने लगते हैं. 

ठंड के मौसम में लोग ज़रूरत से ज़्यादा मॉइश्चराइज़र भी लगाते हैं. इससे पोर्स बंद होने लगते हैं और पिंपल्स बढ़ने लगते हैं. बहुत ज़्यादा ऑयल बेस्ड सनस्क्रीन इस्तेमाल करने, स्किन को ओवर मॉइश्चराइज़ या ओवर हाइड्रेट करने से भी दिक्कत बढ़ सकती है. 

एक्ने के उपचार में रेटिनॉइड्स और बेंज़ोइल परऑक्साइड का इस्तेमाल किया जाता है. ये एक तरह के एक्सफोलिएटिंग एजेंट हैं. इन्हें स्किन पर लगाने से खुजली, जलन, रेडनेस और ड्राईनेस बढ़ती है. ड्राईनेस की वजह से स्किन फिर ज़्यादा सीबम बनाने लगती है. ये एक साइकिल चलती रहती है और बार-बार ये दिक्कत होती रहती है. अगर आपको स्किन से जुड़ी कोई समस्या है तो अपने डर्मेटोलॉजिस्ट से मिलें.

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सर्दियों में कई लोगों को सोरायसिस हो जाता है

जिनकी स्किन ड्राई है, उन्हें सर्दियों में क्या समस्याएं हो सकती हैं?

स्किन की काफी बीमारियां सर्दियों में बढ़ जाती हैं. 

- इनमें सबसे पहली ज़ेरोसिस (Xerosis) है. इसमें स्किन मछली की खाल जैसी हो जाती है. स्किन पर स्केल्स आ जाते हैं. स्केल्स यानी छोटे-छोटे सूखे और खुरदरे परतदार हिस्से. ऐसा स्किन ड्राई होने की वजह से होता है. इस मौसम में नमी भी कम होती है. अगर स्किन को अच्छे से मॉइश्चराइज़ न किया जाए तो वो ड्राई हो जाती है. फिर स्किन में खुजली, जलन और रेडनेस बढ़ जाती है

- दूसरी बीमारी सोरायसिस (Psoriasis) है, ये बहुत आम समस्या है. इसमें स्किन पर सूखे चकत्ते बन जाते हैं जो शरीर या बालों से झड़ते हैं. ये भी ड्राईनेस की वजह से होता है. 

- कई लोगों में चिलब्लेंस (Chilblains) हो जाता है. इसमें उंगलियां नीली पड़ जाती हैं और ठंड में सिकुड़ने लगती हैं. उनमें खुजली होती है, और उपचार न होने पर ब्लिस्टर्स (फफोले) भी पड़ सकते हैं. 

- सर्दियों में धूप में बैठने से सनबर्न (Sunburn) हो सकता है. लोग धूप में तो बैठते हैं, लेकिन पर्याप्त मात्रा में सनस्क्रीन नहीं लगाते. इससे धूप की वजह से स्किन जल जाती है

- कई बार, लोगों को फ्रॉस्टबाइट (Frostbite) हो जाता है. बहुत ठंडी जगहों पर काम करने वाले लोगों को ये समस्या हो सकती है. उनके खुले अंगों (जैसे हाथ-पैर) पर ज़ख्म हो जाते हैं. फिर उनमें रेडनेस, जलन और खुजली होने लगती है.

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सर्दियों में पूरी बांह के कपड़े पहनें और ऊन के कपड़े सीधे स्किन पर न पहनें

सर्दियों में स्किन का बचाव कैसे करें?

हमेशा ढीले और पूरी बांह के कपड़े पहनें. ऊन के कपड़े सीधे स्किन पर न पहनें. पहले कॉटन के कपड़े पहनें, फिर उनके ऊपर ऊन के कपड़े पहनें. अपनी स्किन को अच्छे से मॉइश्चराइज़ करें. नहाने के तुरंत बाद मॉइश्चराइज़र लगाएं ताकि स्किन की नमी लॉक हो सके. पानी खूब पिएं. रोज़ सनस्क्रीन लगाएं. हर 3 घंटे पर सनस्क्रीन दोबारा लगाएं.

सर्दियों में धूप में खड़ा होना भले अच्छा लगता हो, लेकिन स्किन को अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाना ज़रूरी है. लिहाज़ा, अपनी स्किन को सीधे किरणों के प्रभाव से बचाएं. इसके लिए सनस्क्रीन लगाएं और कुछ एंटीऑक्सीडेंट्स का भी उपयोग करें. 

सर्दियों में स्किन को हेल्दी रखने के लिए कैसी डाइट रखें?

सर्दियों में स्किन को हेल्दी रखने में डाइट का बड़ा योगदान है. इसके लिए, रोज़ 4 से 5 गिलास पानी पिएं. अपने खाने में एंटीऑक्सीडेंट्स शामिल करें. ये एक तरह के विटामिन होते हैं, जैसे विटामिन A,C और E. ये स्किन को सूरज की हानिकारक अल्ट्रावायलेट किरणों और सर्दियों के असर से बचाते हैं. फिश ऑयल का सेवन करें, ये स्किन के लिए एक पूर्ण आहार है. अगर आप वेजिटेरियन हैं तो चिया सीड्स खा सकते हैं. ये स्किन के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं. वहीं सिगरेट, शराब और ज़्यादा चाय-कॉफी पीने से बचें ताकि सर्दियों में स्किन का ख़्याल रखा जा सके.

(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. ‘दी लल्लनटॉप' आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

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