पसीना सबको आता है. किसी को ज़्यादा, तो किसी को कम. लेकिन, क्या आपके साथ ऐसा होता है कि पसीना निकलते ही अगल-बगल खड़े लोग मुंह सिकोड़ने लगते हैं. कोई टोक दे तो और शर्मिन्दगी होती है. वजह? पसीने की बदबू. और, अब तो गर्मियां आ गई हैं. पसीना तो खूब निकलेगा.
पसीने की खुद कोई महक नहीं, फिर इससे बदबू क्यों आती है? जानिए, इसे दूर करने का तरीका!
पसीना खुद बदबूदार नहीं होता. जब इसमें बैक्टीरिया और फंगस बढ़ते हैं, तो बदबू आती है. पसीने से ज़्यादा बदबू आना कई चीज़ों पर निर्भर करता है. जैसे हॉर्मोनल फैक्टर्स यानी प्यूबर्टी, प्रेग्नेंसी, थायरॉइड से जुड़ी दिक्कतें और मोटापा. कुछ और वजहें भी हैं.

वैसे, क्या आप ये जानते हैं कि पसीने की अपनी कोई स्मेल नहीं होती. न अच्छी, न बुरी. अब अगर ऐसा है तो पसीने से बदबू क्यों आने लगती है? चलिए, समझते हैं.
कुछ लोगों के पसीने से ज़्यादा बदबू क्यों आती है?
ये हमें बताया डॉक्टर विचित्रा शर्मा ने.

हमारे शरीर में दो तरह के ग्लैंड (ग्रंथियां) होते हैं. एक्राइन ग्लैंड्स और एपोक्राइन ग्लैंड्स. एपोक्राइन ग्लैंड्स बगलों, ग्रोइन (शरीर का वो हिस्सा जहां पेट और जांघ मिलते हैं) और खोपड़ी में होते हैं. ये गाढ़ा पसीना बनाते हैं, जिसमें प्रोटीन और चर्बी होती है. ये चर्बी बैक्टीरिया और फंगस के लिए खाने का काम करती है. जिससे पसीने में बैक्टीरिया और फंगस बढ़ने लगता है और उससे बदबू आती है.
पसीना खुद बदबूदार नहीं होता. जब इसमें बैक्टीरिया और फंगस बढ़ते हैं, तो बदबू आती है. पसीने से ज़्यादा बदबू आना कई चीज़ों पर निर्भर करता है. जैसे हॉर्मोनल फैक्टर्स यानी प्यूबर्टी, प्रेग्नेंसी, थायरॉइड से जुड़ी दिक्कतें और मोटापा.
ज़्यादा स्ट्रेस लेने और चिंता करने से भी पसीने की बदबू बढ़ सकती है. न नहाने या गीले कपड़े पहनने से भी पसीना ज़्यादा बदबूदार हो जाता है.
कुछ चीज़ें खाने-पीने से भी पसीने की बदबू आने लगती है. जैसे मसालेदार चीज़ें, लहसुन और प्याज़ वगैरह. इनसे सल्फर कंपाउंड निकलता है, जिससे पसीने की बदबू बढ़ सकती है.
आसपास का असर भी पसीने की गंध पर पड़ता है. जो लोग गर्म या नमी वाली जगहों पर रहते हैं. उनमें ब्रोमोडोसिस (पसीने की बदबू) की समस्या ज़्यादा होती है. अगर आपको पसीने से ज़्यादा बदबू आने की दिक्कत है, तो ज़्यादा गर्मी में रहने से बचें. पंखे और AC का इस्तेमाल करें. इससे आपको पसीने की बदबू से निपटने में मदद मिलेगी.

पसीने से बदबू न आए, इसके लिए क्या करें?
एप्पल साइडर विनेगर (सेब का सिरका) को पानी में मिलाकर रुई से लगाएं. नींबू के रस को भी पानी में मिलाकर रुई से लगा सकते हैं. हालांकि, इनके इस्तेमाल से पहले एक पैच टेस्ट करें यानी हाथ पर लगाकर देखें कि कहीं रिएक्शन तो नहीं हो रहा. ये घरेलू नुस्खे कभी-कभी एलर्जी और जलन भी पैदा कर सकते हैं. पसीने की बदबू कम करने के लिए एलोवेरा का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. AHA और BHA वाले टोनर, जैसे ग्लाइकोलिक एसिड और सैलिसिलिक एसिड भी लगा सकते हैं.
पसीने से बदबू न आए, इसके लिए खुद की साफ-सफाई रखें. रोज़ नहाएं. सूखे कपड़े पहनें. गीले कपड़े कतई न पहनें. नहाने के बाद शरीर को तौलिए से अच्छी तरह पोछें. कॉटन के कपड़े पहनें ताकि पसीना जल्दी सूख जाए.
डिओड्रेंट और एंटीपर्सपिरेंट इस्तेमाल करें. एंटीपर्सपिरेंट में एल्युमिनियम-क्लोराइड और मैग्नीशियम जैसे तत्व होते हैं. ये पसीने की बदबू को कम करने में मदद करते हैं.
अगर इतना सब करने के बाद भी पसीने की बदबू न जाए, तो डॉक्टर से मिलें. कभी-कभी किसी बीमारी की वजह से भी पसीने से बदबू आने लगती है. जैसे ट्राइमिथाइल अमीन यूरिया और फेनिलकेटोनुरिया (ये दोनों मेटाबॉलिज्म से जुड़े डिसऑर्डर हैं).
खाने-पीने की क्या चीज़ें पसीने की बदबू को बढ़ा देती हैं?
लहसुन और प्याज़ न खाएं. इनमें सल्फर होता है, जो पसीने को बदबूदार बना सकता है. मसालेदार और जंक फूड न खाएं. रेड मीट खाने से भी पसीना बदबूदार हो सकता है. खाने में हरी पत्तेदार सब्ज़ियां खा सकते हैं. नींबू और प्रोबायोटिक्स से भरपूर चीज़ें भी खा सकते हैं.
साथ ही, हमेशा खुद को हाइड्रेट रखें. रोज़ 8 से 10 गिलास पानी पिएं. इससे शरीर डिटॉक्स होता है और पसीने की बदबू कम होती है.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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