The Lallantop

टाइटन पनडुब्बी के मलबे की जो फोटो शेयर की जा रही है, उसका पूरा सच जानते हैं आप?

दो वायरल तस्वीरें हैं. एक का संबंध टाइटैनिक से भी है.

Advertisement
post-main-image
टाइटन के मलबे की नकली तस्वीरों की बाढ़ आ गई है (साभार - ट्विटर)

दावा

टाइटन पनडुब्बी में धमाके और उसमें सवार पांचों लोगों की मौत की चर्चा दुनियाभर में है. टाइटैनिक का मलबा देखने जा रही टाइटन का सफर 18 जून को कनाडा के न्यूफ़ाउडलैंड से शुरू हुआ. जब ये समंदर की गहराई में उतरने लगी, डेढ़ घंटे के करीब इसका संपर्क अपने सपोर्ट शिप से टूट गया. 22 जून को देर रात ख़बर आई कि इस पनडुब्बी का मलबा पाया गया है और इसमें सवार पांचों लोग मारे गए. अमेरिकी कोस्ट गार्ड ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर बताया गया,

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

“हमें जो मलबा मिला, वो टाइटन का ही है.”

इस पूरे मिशन को करवा रही कंपनी ओशनगेट ने भी स्टेटमेंट जारी कर हादसे की पुष्टि की. प्रथम दृष्टया माना गया है कि पनडुब्बी इंप्लोज़न का शिकार हुई होगी. माने पानी के दबाव के चलते अचानक बिखर गई. विशेषज्ञों का अनुमान है कि इसके कारण पांचों लोगों की तुरंत मौत हो गई. 

Advertisement

इस ऐलान के साथ ही लोगों ने अपनी शोक संदेश भेजने शुरू कर दिए. इन संदेशों के साथ सोशल मीडिया पर एक फोटो नज़र आने लगी, जिसे कई यूज़र्स ने ट्वीट किया. इस फोटो पर लिखा गया है,

"Missing Titan Debris FOUND"

यानी, लापता टाइटन का मलबा मिल गया!

Advertisement

एक यूज़र ने ट्वीट किया,

"मैं उन परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. सबमर्सिबल का मलबा मिल गया है. उसमें एक धमाका हुआ, जिसका मतलब ये है कि इसके फटने के बाद संभवतः उन्हें ज्यादा दर्द नहीं झेलना पड़ा होगा. (उनकी तुरंत मृत्यु हो गई होगी.)"

जो फोटो शेयर की जा रही हैं, उनमें दो जूते नज़र आ रहे हैं. एक और फोटो शेयर की जा रही है, जिसमें समुद्र के तल पर मलबा नज़र आ रहा है.

पड़ताल

हमने पड़ताल की, तो पता चला कि ये तस्वीरें बहुत पहले से इंटरनेट पर हैं. अगर मलबा 22 जून को पाया गया है, तो उससे पहले कि तस्वीरें कैसे हो सकती हैं? यूएस कोस्ट गार्ड के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें समंदर की तलहटी पर टाइटन के पांच टुकड़े मिले हैं. शुरुआती अनुमान पनडुब्बी में इंप्लोज़न के हैं. अभी तक किसी एक कारण की पुष्टि नहीं हुई है. ख़बर लिखे जाने तक यूएस कोस्ट गार्ड ने इसकी कोई तस्वीर साझा नहीं की. ओशनगेट की तरफ से भी कोई तस्वीर सामने नहीं आई है.

जो जूते इन फोटोज़ में नज़र आ रहे हैं, ये 1912 में टाइटैनिक की पहली यात्रा में सवार लोगों के हैं. जो लोग जहाज़ के साथ डूब गए, उनमें से कुछ के जूते तलहटी पर हैं. ये 2004 की तस्वीरें हैं जो 2012 से इंटरनेट पर मौजूद रही हैं. दूसरी तस्वीरें, जिनमें मलबा दिख रहा है, वो भी 2013 से इंटरनेट पर दिख रही हैं. उदाहरण के लिए अलामी की ये फोटो देखिए. इस वेबसाइट के मुताबिक ये तस्वीर 2004 की है. 

वहीं मलबे की फोटो इस यूट्यूब वीडियो से ली गई है, जो 9 अप्रैल, 2013 को अपलोड किया गया था.  

न्यूज़ एजेंसी असोसिएटेड प्रेस ने भी इनमें से एक तस्वीर का जिक्र 2021 में किया था. तब बात टाइटैनिक और उसके मलबे की हुई थी. अंग्रेज़ी अख़बार 'द इंडिपेंडेंट' ने अक्टूबर 2020 के एक आर्टिकल में इसी तस्वीर का इस्तेमाल किया था. टाइटैनिक के मलबे पर निर्देशक जेम्स कैमरन ने नैशनल जियोग्राफिक के लिए एक मूवी बनाई थी. उसमें भी इन फोटोज़ का इस्तेमाल किया गया था. हालांकि, उसे दूसरे एंगल से शूट किया गया था. 

हमने एक नहीं, कई सारे सबूत दिए. इनसे ये बात साफ़ हो गई, दोनों तस्वीरें कम से कम 10 साल पुरानी हैं. इनका हाल ही में डूबी पनडुब्बी टाइटन से कोई लेना-देना नहीं है. हां, जूतों वाली तस्वीर टाइटैनिक से जरूर जुड़ी है.

वीडियो: पड़ताल: 1983 में पीएम मोदी की डिग्री पर दस्तखत करने वाले वाइस चांसलर के बारे में ये सुन सब चौंके

Advertisement