केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें वे मध्य प्रदेश सरकार पर निशाना साध रहे हैं. वीडियो में वे राज्य सरकार को हृदयहीन सरकार बता रहे हैं. इस वीडियो को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
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Shivraj Singh Chauhan वायरल वीडियो में मध्य प्रदेश सरकार को हृदयहीन सरकार बता रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि उन्होंने मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कांग्रेस नेता पीसी शर्मा नाम के एक यूजर ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा,
“पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय मंत्री शिवराज चौहान ने अतिथि विद्वानों के समर्थन में वर्तमान मुख्यमंत्री मोहन यादव के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है. अब तो न्याय करना ही होगा.”
क्या केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है? गूगल सर्च करने पर हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिससे इस दावे की पुष्टि होती हो.
वायरल वीडियो को ध्यान से देखने पर ऊपर दाहिने साइड हमें ‘MP TaK’ का लोगो नज़र आया. इसके अलावा मंच पर नज़र आ रहे शिवराज के पीछे लगे बैनर में लिखा है, ‘भविष्य सुरक्षा यात्रा, 2 दिसंबर, 2019 से 12 दिसंबर, 2019’. वीडियो में शिवराज गेस्ट फैकल्टी के बारे में बात करते नज़र आ रहे हैं. इससे एक संभावना बनी कि वीडियो पुराना हो सकता है. हमें ‘MPTak’ के यूट्यूब चैनल पर 16 दिसंबर 2019 को अपलोड किया हुआ एक वीडियो मिला. इसमें वायरल वीडियो का लंबा वर्जन मौजूद है, जहां 2 मिनट 12 सेकेंड से वायरल वीडियो का हिस्सा देखा जा सकता है.
वीडियो के अनुसार, शिवराज सिंह चौहान अतिथि शिक्षकों के धरना प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे थे. उन्होंने इस दौरान कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा था. ‘एक्स’ पर कुछ कीवर्ड सर्च करने पर मालूम पड़ा कि वीडियो को शिवराज सिंह के कार्यालय के आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल से भी 16 दिसंबर 2019 को ट्वीट किया गया था.
इससे साफ है कि वायरल वीडियो हालिया नहीं है. यह करीब 5 साल पुराना साल 2019 का है. उस वक्त मध्य प्रदेश की सत्ता कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस के हाथों में थी. 2018 के विधानसभा में बीजेपी को मध्य प्रदेश में हार मिली थी. शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के हाथों अपनी सत्ता गंवा दी. जिसके बाद 17 दिसंबर 2018 को कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी जिन्होंने 23 मार्च 2020 तक सूबे की बागडोर संभाली. इसके अलावा हमें ‘नई दुनिया’ की वेबसाइट पर दिसंबर 2019 में छपी एक रिपोर्ट मिली. जिसके अनुसार, अतिथि शिक्षकों के धरना प्रदर्शन में शिवराज सिंह चौहान के शामिल होने का जिक्र है.
नतीजाकुल मिलाकर, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान का लगभग 5 साल पुराना वीडियो भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया है. वीडियो में शिवराज मध्य प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार की आलोचना कर रहे थे.
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